रायपुर
![दूधाधारी मठ में श्रद्धा भक्ति पूर्वक मना गुरु पूर्णिमा पर्व दूधाधारी मठ में श्रद्धा भक्ति पूर्वक मना गुरु पूर्णिमा पर्व](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1657717068cbab78d-fd18-44ac-b025-040bf51dfb8d.jpg)
रायपुर, 13 रायपुर। श्री दूधाधारी मठ और संबंधित सभी मठ मंदिरों में गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व बड़े ही श्रद्धा भक्ति पूर्वक मनाया गया। गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष एवं शिवरीनारायण, श्री दूधाधारी पीठाधीश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्री दूधाधारी मठ रायपुर में ही थे, सुबह 10:00 बजे श्री स्वामी बलभद्र दास जी महाराज की समाधि स्थल पर विशेष पूजा अर्चना की गई तत्पश्चात राजेश्री महन्त वैष्णव दास महाराज के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर आरती पूजा की गई। समाधि स्थल की परिक्रमा कर राजेश्री महन्त जी आसन पर विराजित हुए मठ मंदिर के पुजारियों ने गुरुदेव की विधिवत मंत्रोच्चार एवं स्वस्तिवाचन के साथ पूजा अर्चना कर चरणामृत लिया। तत्पश्चात सभी श्रद्धालु भक्तों ने बारी -बारी से दर्शन पूजन कर पुण्य लाभ प्राप्त किया! दोपहर 1:30 बजे भगवान श्री बालाजी के भोग भंडारा का प्रसाद उपस्थित श्रद्धालुओं ने प्राप्त किया। अपने संदेश में राजेश्री महन्त ने कहा कि हमें अपने गुरुजन के द्वारा बताए हुए मार्ग पर चलकर अपने आत्मोत्सर्ग का मार्ग तैयार करनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास ने यहां तक लिखा है कि "गुरू बिनु भव निधि तरहिं न कोई" अर्थात बिना गुरु के भवसागर से कोई भी पार नहीं जा सकता! इस अवसर पर रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, राजनांदगांव, दुर्ग, बलौदा बाजार भाटापारा, जांजगीर चांपा, रायगढ़, बालोद, धमतरी, महासमुंद आदि अनेक जिलों से श्रद्धालुओं ने राजेश्री महन्त से आशीर्वाद प्राप्त किया।