रायपुर
![बारिश में हाऊसिंग बोर्ड की कॉलोनियों में बुरा हाल, फ्लैट लेने वाले डबरी के हालात से परेशान, सीपेज भी बारिश में हाऊसिंग बोर्ड की कॉलोनियों में बुरा हाल, फ्लैट लेने वाले डबरी के हालात से परेशान, सीपेज भी](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/165789040201.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 जुलाई। बारिश शुरू होने के बाद हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनियों बदहाल स्थिति उजागर होने लगी है। आलम यह है कि ईब्ल्यूएस कॉलोनियों के रास्ते डबरी में तब्दील होने के बाद उबडख़ाबड़ रास्तों से लोगों को गुजरना पड़ रहा है। परेशानी यह भी है कि तेज बारिश में फ्लैट के छत में सीपेज होने लगा है। कई जगहों से छज्जे से पानी टपकने के भी हालात हैं। सेल टेक्स कॉलोनी भावना नगर स्थित चील्फी हाइट्स के पास बहुत बुरा हाल है। सामने आई तस्वीरों में कॉलोनी के रास्ते डबरी बन चुके हैं। यहां पर 160 फ्लैट्स हैं जहां पर 600 से ज्यादा लोग रहते हैं। सभी बारिश के दिनों में परेशानी से जूझ रहे हैं। नालियां पूरी तरह से जाम होने से गंदगी का भी आलम है। यहां रहने वाले गणेश सोना का कहना है कई बार इस संबंध में ईई कार्यालय से संपर्क कर चुके हैं लेकिन यहां पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस मामले में वरिष्ठ अफसरों से भी संपर्क की कोशिश की गई बावूजद लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहइया कराने कोई भी प्रयास नहीं किया जा रहा है। नल की पाइप लाइन से गंदा पानी आने लगा है, इस वजह से यहां पर संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। पीलिया, हैजा जैसी बीमारी का प्रकोप कभी भी इस कॉलोनी में बढ़ सकता है। कॉलोनी से जुड़ी समस्याओं के बारे में छत्तीसगढ़ से चर्चा करने पर एक अफसर का कहना है अभी उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं मिली है। शंकर नगर हाऊसिंग बोर्ड कार्यालय के अफसर का कहना है अगर समस्या है तो लोग उनसे आकर मिले, सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। इस संबंध में सर्किल डिप्टी कमिश्रर अजीत सिंह से संपर्क की कोशिश की गई लेकिन उनसे कोई बात नहीं हो पाई।
परसूलीडीह में भी बुरा हाल
हाऊसिंग बोर्ड द्वारा बनाए गए एलआईजी मकानों का भी बुरा हाल है। खासकर से परसूलीडीह में बनाए गए मकानों की दीवारें अब पूरी तरह से चटक गई है। कई मकानों में दरारें पड़ गई है। निवास करने वाले सुनील कुमार का कहना है यहां पर नीचे मिट्टी भी धसने लगी है, इस वजह से लगाए गए टाइल्स और फर्श भी टूट-फूट रहे हैं। यहां भी मेंटेनेंस का सिस्टम पूरी तरह से गायब है।