रायपुर
![सटोरियों पर सख्ती, थाना क्षेत्रों पर लंबे समय से जमा रखे थे कारोबार, अचानक एक ही दिन में कई ठिकानों पर छापे सटोरियों पर सख्ती, थाना क्षेत्रों पर लंबे समय से जमा रखे थे कारोबार, अचानक एक ही दिन में कई ठिकानों पर छापे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1657974213611842327G_LOGO-001.jpg)
संदिग्ध ठिकानों की बनी सूची, वरिष्ठ अफसर ने दी चेतवानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 जुलाई। दो दिन पहले शहर में एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के खुद सडक़ों पर निकलकर संदिग्धों की धरपकड़ के बाद थानेदारों ने अब सटोरियों पर सख्ती दिखाई है। एक ही दिन में कई ठिकानों में छापेमारी करते हुए सटोरियों को पकड़ा है। तंग गली मोहल्ले में चल रही लिखा पढ़ी के खुलासे से थाना पेट्रोलिंग की निगरानी संदेह के दायरे में है। माना जा हा है कि संरक्षण के चलते सटोरियों ने लंबे समय से कारोबार जमा रखा था। अब वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के सख्ती दिखाने के बाद खुद थानेदार हरकत में लौटे हैं। शनिवार को दी गई जानकारी में एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी हुई है। यहां से सटोरियों को पकड़ा गया है। दो दिन पहले करीब तीन घंटे सडक़ में उतरकर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने शहर की स्थिति का जायजा लिया था। जिन जगहों पर संदिग्ध लोगों के जमावड़ा बनाए रखने की जानकारी हाथ लगी जिसके बाद एसएसपी ने थानेदारों को आड़े हाथ लेकर कार्रवाई करने को कहा। करीबी सूत्र के मुताबिक एसएसपी के सख्त निर्देश देने के बाद थानेदारों ने हरकत मेें आकर सटोरियों को पकड़ा। मौके से सट्टा पट्टा की खाताबही की जब्ती की। उनकी तलाशी लेते हुए नगदी रकम भी बरामद किया। बता दें शहर में ऑन लाइन सट्टा के बावजूद पर्ची का खेल चल रहा है। पुराने जगहों को बदले जाने के बाद में सटोरियों ने नए ठिकानों पर कब्जा जमा रखा है। कालीबाड़ी इलाके से सबसे ज्यादा सट्टा कारोबार की सूचनाएं बाहर आते रही है। इधर राजा तालाब इलाका भी सट्टा के लिए बदनाम है। पुराने हिस्ट्रीशीटरों के कारोबार में जुटने के बाद थाना पेट्रोलिंग से भी सख्त निगरानी नहीं हो पा रही है। आखिर में पुलिस ने जब अभियान चलाया है गली मोहल्ले से सट्टा कारोबार का तगड़ा हिसाब बाहर आया है। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने साफ कर दिया है, कहीं से भी संदिग्ध कारोबार की सूचना मिली अब तुरंत कार्रवाई होगी। थानेदारों से स्पष्टीकरण भी मांगा जाएगा।
यहां से ये सटोरिए गिरफ्त में
गोल बाजार- नोगेश प्रताप सिंह, जब्ती 10 हजार रुपये, मौदहापारा-रामुराय 7 सौ रुपये, कोतवाली- राकेश कन्नौजे-14 सौ रुपये, खम्हारडीह- दीपक बया-8 सौ रुपये, पुरानी बस्ती-गोपाल तांडी-1280 रुपये, पुरानी बस्ती-कैलाश हिंदुजा-1850 रुपये,गंज-धन श्री धु्रव, आशाराम साहू-1365 रुपये,गोबरानवापारा- दिनेश मरार-920 रुपये, खरोरा-प्रवीण यादव-15 सौ रुपये, नेवरा-श्याम रतन गेंड्रे-15 सौ रुपये बरामद।
अभी भी कई हिस्सों में सट्टा
एक करीबी सूत्र का कहना है कि शहर में अभी भी कई हिस्सों में सट्टा कारोबार चल रहा है। बड़े गुर्गे पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। ऐसे और कई बड़े नाम है जिनकी शहर में चर्चा है। कालीबाड़ी, खमतराई, गुढिय़ारी गोंदवारा, चूना भ_ी, हीरापुर, उरला, माना बस्ती, के साथ ही पंडरी इलाकों में सट्टा पट्टी लिखा जा रहा है। गुपचुप तरीके से बड़े गुर्गों ने अपने लोग फैला रखे हैं। कई बार लोगों ने भी थानों में शिकायतें दर्ज कराई है।