सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर,7 अक्टूबर। दशहरा पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा भवन परिसर में शस्त्र पूजन पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच संपन्न कराया गया। शस्त्र पूजन के मुख्य यजमान केंद्रीय चिकित्सालय विश्रामपुर के सीएमओ डॉ. विवेकानंद सिंह थे।
मुख्य अतिथि एसईसीएल बिश्रामपुर आमगांव के सब एरिया (महाप्रबंधक) अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि जिस समाज में व्यक्ति जन्म पाता उस समाज के प्रति दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। प्रत्येक प्राणी अपने-अपने समूह में रहना पसंद करता है चाहे मनुष्य हो या कोई और प्राणी, सबसे विकसित एवं बुद्धिमान मनुष्य होने के कारण इसे अपने समाज ,प्रदेश, देश के प्रति कर्तव्यों का बोध भी होना चाहिए । समाज को मजबूत करने के लिए तन मन धन से सहयोग करने के लिए हर व्यक्ति को अपनी प्रतिबद्धता को दोहराना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सूरजपुर बीएमओ एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ प्रशांत सिंह ने कहा कि सनातन धर्म में शस्त्र और शास्त्र दोनों की पूजा की जाती है, इस परंपरा और संस्कृति को क्षत्रिय समाज आज भी कायम रखा है और भविष्य में भी रखना चाहिए । इन्होने कहा कि जिस देश की संस्कृति मिट जाती है वह देश खंडित खंडित हो जाता है अत: हम सबकी जिम्मेदारियां देश के प्रति ज्यादा है । हम सब भारतीय संस्कृति और संस्कार को न भुल कर अपने जीवन में इसे उतार कर अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाएं।
डॉ सिंह ने आगे कहा कि आज विजयदशमी के दिन आप सब अपने अंदर की बुराइयों को त्याग कर अपने देश प्रदेश घर परिवार समाज के लिए खुद को समर्पित करें।
इस अवसर पर समाज ने सब एरिया महाप्रबंधक अनिरुद्ध सिंह, डॉ. विवेकानंद सिंह, डॉ. प्रशांत सिंह, श्रमिक नेता सुजीत सिंह, अविनाश सिंह, विकास सिंह , अजय सिंह राव को सहित समाज के प्रतिष्ठित जनों का सम्मान किया।
इस अवसर पर क्षत्रिय समाज महिला प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दीप्ति स्वाई सहित शीला सिंह, राधिका सिंह, कुसुम सिंह, निर्मला सिंह, शीला सिंह, प्रेमचंद सिंह ,जितेंद्र बहादुर सिंह, रमेश सिंह ,त्रिभुवन सिंह, रंजय सिंह, ठाकुर रोशन सिंह , रामाशंकर सिंह ,गौतम सिंह चौहान ,प्रणय सिंह राणा ,धर्मेंद्र सिंह ,दीपेंद्र सिंह ध,र्मेंद्र सिंह वि_ल ,चंदन सिंह ,अनिरुद्ध सिंह, अवनीश सिंह विधायक आदि उपस्थित थे। आगंतुक जनों का स्वागत विकास सिंह मंच का संचालन रामाशंकर सिंह एवं आयोजन की सफलता के लिए उपस्थित जनों का आभार एवं धन्यवाद गोपाल सिंह विद्रोही ने ज्ञापित किया।