रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 अक्टूबर। प्रदेश का सबसे बड़े पोस्ट ऑफिस घोटाले की मास्टरमाइंड आकांक्षा पांडे और उसके सहयोगी प्रीतम सिंह ठाकुर की जमानत याचिका खारिज हो गई है। बिलासपुर हाई कोर्ट ने खारिज की है।
19 सितंबर को रायपुर कोर्ट में आकांक्षा ने सरेंडर किया था। अप्रैल—22 से सहयोगी प्रीतम सिंह रायपुर जेल में बंद हैं। दोनों पर 20 करोड़ से ज्यादा की ठगी का आरोप है। सरस्वती नगर थाना में ठगी का मामला दर्ज हुआ था। यह रविशंकर विश्विद्यालय उप डाकघर में हुआ था। आकांक्षा के पति ने खुदकुशी की थी। आकांक्षा,डाकघर बचत योजना की एजेंट थी लेकिन पूरा बिजनेस पति और प्रीतम करता था। ये दोनों निवेशकों से राशि तो लेते थे लेकिन उसे डाकघर में जमा नहीं कर निजी उपयोग करते।
इस राशि से ही आकांक्षा के पति ने बिलासपुर में मैरेज हॉल बनाकर किराए पर चलाता था। चूंकि निवेशित राशि डाकघर में जमा नहीं हुई इसलिए डाकघर प्रबंधन ने भुगतान से हाथ खड़े कर दिया है।