रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 13 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और ग्रामीण पारम्परिक खेल यहां की आबोहवा का एक महकता झोंका है। ग्रामीण परिवेश एवम स्थानीय खेल लोगो के सपनों का जीवंत प्रतिबिंब है। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचल की सहजता, सरलता, मोहकता और माधुर्य जहां एक मंच पर सिमट आए हो, उस मंच का नाम है छत्तीसगढ़ीयां ओलंपिक। छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक ग्रामीण संस्कृति, पारम्परिक खेलों का अनूठा संगम है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप इन दिनों पूरे प्रदेश भर में छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक के माध्यम से विविध खेलों का आयोजन किया जा रहा है। इन खेलों के माध्यम से ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को तराशने के साथ साथ ग्रामीण जनजीवन की सहजता, निश्छलता, सद्भावना और आपसी भाईचारा के बेदाग रिश्तों को रेखांकित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से स्थानीय एवं पारम्परिक खेलों को बढ़ावा देने की दिशा मे सरकार ने नई पहल की है।
विदित हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणा के अनुरूप जिला कलेक्टर डी राहुल वेकेंट के निर्देशानुसार तथा जिला शिक्षा अधिकारी आरपी आदित्य के कुशल मार्गदर्शन में पूरे जिले के सभी विकासखण्डों मे 6 अक्टूबर से सभी ग्रापं मे राजीव मितान क्लब के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। इसी अनुक्रम मे सारंगढ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत चँवरपुर में सरपंच शिवदास मानिकपुरी की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक का आयोजन किया गया। राजीव मितान क्लब के अध्यक्ष आकाश ने कहा कि इस प्रतियोगिता के अंतर्गत गांव के बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों को भी बिना किसी भेदभाव के खेल खेलने का मौका मिलेगा। सचिव त्रिलोचन जायसवाल ने सरकार की इस कदम की सराहना करते हुए सभी प्रतिभागियों को खेल भावना से खेलने और बेहतर प्रदर्शन करने का आग्रह किया ।निर्णायक ध्रुवकुमार महन्त ने इस ओलम्पिक के अंतर्गत खो खो,कबडडी,गिल्ली डंडा,गेड़ी,कंचा,बिलल्स, फुगड़ी,सौ मीटर दौड़,आदि जैसे पारम्परिक खेलों को खेला जाता है।
गांव के बच्चों से लेकर विभिन्न वर्ग के प्रतिभागियों ने सहभागिता कर अपनी बचपन के दिनों को ताजा किये। एक तरफ जहां विद्यालयीन बच्चों ने अपनी खेल प्रतिभाओं का बेहतर प्रदर्शन किया,वही दूसरी ओर गांव के बड़े बुजुर्गों ने भी पारम्परिक खेलों में अपनी दमखम दिखाये। गेड़ी, फुगड़ी, कबडडी,दौड़ कंचा जैसी पारम्परिक खेल विधाओं में ग्रामीण भारी उत्साह और उमंग के साथ सहभागिता करते बचपन की मधुर स्मृतियों को ताज़ा किये । खेल कौशलों का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए जोन स्तर के प्रतियोगिता के लिए चयनित हुए हैं।
फुगड़ी मे आसमती बरिहा, सावित्री खडिय़ा,सौ मीटर दौड़ में बोटलाल खडिय़ा,मनोज यादव,फुगड़ी 18 वर्ष से कम अंतर्गत प्रियंका खडिय़ा,ऋतु खडिय़ा, भंवरा -सूरज मानिकपुरी,सूरज मैत्री, अंजली मुंडा,गेड़ी दौड़- हेमसागर खडिय़ा,छोटेलाल खडिय़ा रस्साकशी-हेमसागर, भरत चौहान,छोटेलाल आदि ने अपने अपने विधा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर जोन स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित हुए।कार्यक्रम के अंत में राजीव मितान क्लब और पंचायत के संयुक्त तत्वावधान मेप्रथम,द्वितीय पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।