सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
ओडग़ी, 18 अक्टूबर। सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत ओडग़ी में विरोध के बाद भी सीसी रोड बनाने का मामला सामने आया है। अब अनुपयोगी होने के आरोप लग रहे हैं। ग्रामीणों ने मिलीभगत कर पैसा कमाने का आरोप लगाया एवं संबंधित विभागों पर कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत ओडग़ी में लोक निर्माण विभाग विभाग के द्वारा सीसी रोड 200 मीटर लागत लगभग 20 लाख रूपये सीसी सडक़ जो मुख्य मार्ग से पोस्ट मैट्रिक छात्रावास तक का कार्य स्वीकृत था। आरोप है कि विभाग ने मार्ग को ही डायवर्ट कर निर्माण कार्य करा दिया गया है। स्वीकृत कार्य जिस जगह पर था, वह निजी भूमि होने के कारण निर्माण कार्य नहीं हो सका था, लेकिन स्थानीय नेताओं द्वारा उस सीसी रोड को दूसरे जगह निर्माण के विरोध के बाद भी कर दिया गया।
जिस जगह पर निर्माण कार्य कराया गया है, उसकी उपयोगिता पर ग्रामीणों द्वारा सवाल खड़े किये जा रहे हंै, मुख्य मार्ग से यह रोड लगभग 500 मीटर दूर है बिना अनुमति के वन विभाग के भूमि एवं पहाड़ के किनारे पहाड़ काट कर सडक़ तो बन गया जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया, पर आनन-फानन में सारे कार्य मशीनों से दो दिन में ही हो गया। सडक़ पर अभी तक कोई निर्माण एजेंसी द्वारा किसी तरह का बोर्ड नहीं लगा है।
सरपंच ग्राम पंचायत ओडग़ी गौरी सिंह ने बताया कि मेरे द्वारा प्रस्ताव पटेल के कहने पर दिया गया था। वहीं इस सम्बन्ध में वन परिक्षेत्र अधिकारी नरेन्द्र गुप्ता ने बताया कि वह भूमि वन निगम की है।
लोक निर्माण विभाग के सब इंजीनियर निखिल यादव ने बताया-मुझे इस विषय में जानकारी नहीं है।
ग्रामीणों ने कहा कि मुख्यालय में और कोई जगह रोड नहीं है जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है और 20 लाख रुपये लागत से बने हुए इस रोड का कोई उपयोग ही नहीं है।
सडक़ डायवर्ट किया पर मुख्य मार्ग से नहीं जोड़ पाये
लोक निर्माण विभाग से स्वीकृत सडक़ का निर्माण स्वीकृत जगह से अन्य जगह पर निर्माण तो करा दिया गया लेकिन सडक़ का निर्माण मुख्य मार्ग से उक्त मार्ग को जोडऩे के उद्देश्य से तो स्वीकृत हुआ था। लेकिन यह मुख्य मार्ग से न जुड़ पाने के कारण औचित्यविहिन हो गया है। जिससे बनने से उक्त मार्ग में स्थित छात्रावास, बिजली आफिस एवं रहवासियों के लिए कोई उपयोग का नहीं है। जिस मार्ग को मुख्य मार्ग से जोडऩा था वह मार्ग पहाड़ जाने का मार्ग बन कर रह गया।