रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 नवंबर। मंगलवार को 32 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने प्रदेश व्यापी आर्थिक नाकेबंदी की। नाकेबंदी के दौरान रायगढ़ में नेशनल हाईवे 49 सहित स्टेट हाईवे पर भी गाडिय़ां रोकी गई है। प्रशासन की टीम आंदोलनकारियों को मनाने में जुटा रहा। जाम शाम 5 बजे तक चला। कई जगहों पर राहगीरों के साथ हुज्जातबाजी होने की खबरें भी सामने आ रही है।
जाम सुबह 10 बजे से शुरू हुआ। रायगढ़ में छातामुड़ा चैक एनएच 490, उर्दाना तिरहा और इंदिराविहार में आर्थिक नाकेबंदी की गई। सर्व आदिवासी समाज की ओर से लगभग हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ इक_ा हुई। 32 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर लगातार नारेबाजी हुई। छत्तीसगढ़ सरकार को जल्द से जल्द आरक्षण पुन: वापस करने के लिए मांग की गई।
आंदोलन के दौरान भारी या मालवाहक गाडिय़ों को रोकना था, लेकिन उत्साह में समाज के लोगों ने पूर्ण नाकेबंदी ही कर दी। इस कारण आम राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। स्कूल बस, बाइक सवार, चार पहिए में निजी काम से जा रहे लोगों को भी रोक दिया गया। कई राहगीरों की शिकायत है की उनके साथ बुरा बरताव भी किया गया। शाम 5 बजे तक जाम चला।
छातामुड़ा में जवान के साथ विवाद
छातामुड़ा में जाम के दौरान कई लोगों के साथ हुज्जातबाजी किए जाने की खबरें आ रही है। जाम के दौरान आंदोलनकारी अपनी सीमा भूल गए और राहगीरों से ही उलझ पड़े। अपनी ड्यूटी के लिए जा रहे एक पुलिस जवान के साथ भी आंदोलनकारियों की काफी हुज्जातबाजी हुई। जवान का आरोप था कि उसका रास्ता रोककर उसे गालियां दी जा रही थी। अंत में मौके पर तैनात जवानों ने उसे जाम से निकलने में मदद की।
बाइक और छोटी गाडिय़ां भी रोकी
आर्थिक नाकेबंदी के रूप में शुरू किए गए आंदोलन में पूरे मार्ग को ही जाम कर दिया गया। भारी वाहनों के साथ छोटी गाडिय़ों और बाइक तक को रोक दिया गया। इसके बाद रायगढ़ एसडीएम गगन शर्मा ने मौके पर जाकर लोगों से अपील की वे छोटी गाडिय़ों या एंबुलेंस जैसी गाडिय़ों को जाने दे। लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे।