धमतरी
काम बंद कर अस्पताल का स्टाफ धरने पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 3 दिसंबर। सिविल अस्पताल में सेवारत स्वास्थ्य कर्मियों के साथ गाली गलौज और मारपीट का प्रयास करने वालों के खिलाफ छ.ग. चिकित्सा सेवा सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई न कर मामूली धारा के तहत की गई आरोपियों की गिरफ्तारी के विरोध में डाक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मीयों ने काम बंद कर धरना दे दिया है। जिससे शासकीय अस्पताल में मरीजों का उपचार नहीं हो रहा है।
ज्ञात हो कि सिविल अस्पताल कुरूद मे 30 नवम्बर की रात डयूटीरत कर्मचारियो के साथ कुछ लोगों ने गाली गलौज कर जानलेवा हमला करने की घटना को अंजाम दिया था। अगले दिन शासकीय कार्य मे बाधा डालने की शिकायत कुरूद थाना मे दर्ज करायी गयी थी। सीसी टीवी फुटेज सहित पर्याप्त सबूत होने के बाद भी आरोपियो की गिरफ्तारी नहीं होने से दुखी सिविल अस्पताल के सभी कर्मचारी डॉक्टर, नर्स शनिवार को काम बंद कर धरने पर बैठ गये । जिसके चलते स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह चरमरा गयी और मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ा।
खंड चिकित्साधिकरी डॉ. यूएस नवरत्न ने कहा कि अपराधियो के विरूद्ध कडी कार्यवाही न होना चिंता का विषय है। हमने पुलिस विभाग से मांग की थी कि आरोपियों के खिलाफ छ.ग. चिकित्सा या चिकित्सा सेवा से संबंध व्यक्ति की सुरक्षा अधिनियम 2008 की धारा 03 लगाकर कार्रवाई की जानी चाहिये। लेकिन कुरूद पुलिस द्वारा आरोपियों के विरूद्ध धारा 294, 506, 186, 353, 34 व चिकित्सा या चिकित्सा सेवा से संबंध व्यक्ति की सुरक्षा अधिनियम 2010 की धारा 3 व 4 के तहत कार्यवाही की जा रही है। इस मामले में एसडीओपी श्री पटेल का कहना हैकि अस्पताल में घटित अपराध की प्रवृत्ति के अनुरुप सक्षम धारा के तहत आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है। ज़रूरी होने पर जांच के बाद धारा बढ़ाई जा सकती है।
अस्पताल के सामने एक दिवसीय धरने पर बीएमओ डॉ यूएस नवरत्न, डॉ हेमराज देवांगन, डॉ प्रवीण चन्द्राकर, स्वाती वर्मा, डॉ शीलारानी देवांगन, तृप्ति वर्मा, डॉ रिषभ राजपूत, डॉ कामडे, ओमप्रकाश सिन्हा, रोहित पाण्डेय, डॉ एक्का, डॉ जांगडे, प्रवीण बिंझवार, क्षितिज साहू, डॉ मतस्यपाल, निमा बंजारे, विमलेश तिवारी, सत्यभामा नेताम, संगीता चन्द्राकर, टी चौधरी, भुनेश्वरी नेताम, दीपाली बंजारे, संगीता, मोनिका अंजू, राधिका साहू, नूरफातिमा, अन्नपूर्ण चंद्रवशी आदि शामिल थे।