बस्तर
8 एकड़ भूमि से पेड़ों की कटाई की अनुमति मांगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर/रायपुर, 11 फरवरी। सांसद विजय बघेल ने केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात कर एनएच -30 (पुराना रा.रा.का. 221) जगदलपुर-सुकमा-कोंटा मार्ग के चौड़ीकरण 8.386 हैक्टेयर वन भूमि के गैर-वानिकी कार्य के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड से अनुमति दिलवाने का आग्रह किया है। इस संबंध में राज्य के वन सचिव द्वारा लिखा गया पत्र नौ महीने से दिल्ली में अनिर्णीत और लंबित है।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ को आंध्रप्रदेश, तेलंगाना से जोडऩे ये एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग है और राज्य के लिए कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र अंतर्गत प्रस्तावित इस एनएच के उन्नयन एवं चौड़ीकरण के लिए जल्द अनुमति देना आवश्यक है। अन्य मार्ग बीजापुर की तरफ से जाने पर लगभग 150 किमी की अतिरिक्त दूरी का भार पड़ता है। बस्तर में उत्पन्न वन औषधि और तेंदूपत्ता के परिवहन का मुख्य मार्ग भी यही है।
सडक़ की चौड़ाई मात्र 3 मीटर चौड़ी रोड होने के कारण बरसात के कीचडय़ुक्त दिनों में गाडिय़ों के आवागमन के कारण से ट्रैफिक बाधित रहता है और कई कई दिनों तक बंद भी हो जाता है। क्योंकि छत्तीसगढ़ राज्य के काफी मरीजों का आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में इलाज के लिए आना-जाना लगा रहता है और वाहनों का आवागमन बंद रहने के कारण इन मरीजों को आपात स्थिति में बहुत परेशानी होती है।
ऐसी ही विकट परिस्थिति का सामना इस क्षेत्र में रहने वाले आदिवासियों को भी करना पड़ता है। निवेदन है कि छत्तीसगढ़ राज्य एवं इसकी देवतुल्य जनता की भलाई के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की जरूरी अनुमति जल्द देने अधिकारी को निर्देशित करेंगे।