रायपुर

सरकारी नौकरी लगाने 1.55 करोड़ की ठगी, हिस्ट्रीशीटर राकेश बैस ने भी वसूले 35 लाख
29-Apr-2023 3:13 PM
सरकारी नौकरी लगाने 1.55 करोड़ की ठगी, हिस्ट्रीशीटर राकेश बैस ने भी वसूले 35 लाख

नौकरी लगाने अब तक की सबसे बड़ी ठगी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
रायपुर, 29 अपै्रल।
हाल के वर्षों में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी के मामले बढ़े हैं । ठग छत्तीसगढ़ खासकर राजधानी मूल के रहे हैं। सेजबहार पुलिस ने भी नौकरी के लिए 1.55 करोड़ रुपये ठगने का मामला दर्ज  किया है। 

पुलिस के अनुसार आरोपी रौशन लाल मिश्रा, डॉ. टाकेश्वरी समुद ने शिव विहार डुंडा मुजगहन निवासी झामनलाल निर्मलकर (35 वर्ष) और उसके भतीजे महेन्द्र निर्मलकर समेत अन्य लोगों से यह रकम वसूली है। यह ठगी  रौशन लाल ने 1 जुलाई 2022 को  की। रौशन  ने स्वयं को एक मंत्री का ओएसडी बताकर झामनलाल, महेन्द्र आदि को मंत्रालय में सब इंस्पेक्टर और जल संसाधन विभाग में नौकरी लगाने का झांसा दिया था। नौ महीने बाद भी नौकरी नहीं लगाई और पैसे भी वापस नहीं की। इस पर झामन ने कल रात सेजबहार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 419, 420, 406, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। 

इसी तरह से पूर्व हिस्ट्रीशीटर राकेश बैस सहित दो लोगों ने की है । इन्हें  गिरफ्तार कर 14 दिन की रिमांड पर जेल भेज दिया गया। 
इन लोगो ने अलग-अलग विभागों में नौकरी लगाने का झांसा देकर कुल 10 लोगों के साथ कुल 35 लाख रूपये की ठगी की। राकेश बैस के विरूद्ध  डी.डी.नगर पुरानी बस्ती, आजाद चौक एवं आमानाका में हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट, आर्म्स एक्ट, उद्यापन सहित अन्य मामलों के 01 दर्जन से अधिक अपराध पंजीबद्ध है और वह  जेल  भी चुका है।

पुलिस ने बताया कि एल.आई.जी 2/40  सेक्टर 4 डीडी नगर  निवासी रामनारायण राजपूत ने रिपोर्ट की थी। वह वर्तमान में जिला मुंगेली में निवासरत है। रामनारायण सी.आई.एस.एफ में आरक्षक के पद पर वर्ष - 18 में रायपुर एयरपोर्ट में पदस्थ था। इसी दौरान मंडी निरीक्षक, उप निरीक्षक खादय निरीक्षक, अन्य विभागो में भर्ती के लिए 2021-22 में नियुक्ति को लिए विग्यापन निकला था। रामनारायण उसके परिजनों ने विभिन्न पदों के लिए व्यापमं में आवेदन जमा किया था। जिसमें भर्ती प्रक्रिया परीक्षा चालू था। इसी दौरान परिजनों ने रामनारायण के  पड़ोसी राकेश सिंह बैस से चर्चा की तब राकेश ने  कहा कि उसकी बहुत ऊपर तक पहचान है, नौकरी में लगवा दूंगा। इसके लिये पैसे देने होंगे। इस पर हुई चर्चा के मुताबिक रामनारायण ने  8 जनवरी से 05 अप्रैल 22 के मध्य अलग-अलग किश्तों में कुल 35 लाख रूपए  राकेश कुमार बैस के डी.डी.नगर स्थित घर ऑफिस में उसके  पी.ए. ओम नारायण को दिए । इसके कुछ समय पश्चात् जब किसी की नौकरी के लिए कोई ज्वाइनिंग लेटर नहीं आया  तब रामनारायण एवं परिजनों ने लगातार राकेश सिंह बैस से मिलने एंव संपर्क किया । 

जिस पर राकेश कुमार बैस ने अन्य लोगों द्वारा अधिक पैसा देने के कारण तुम्हारी नौकरी नही लग पाई है कहते हुए मैं तुम्हारे पैसे वापस कर दूंगा कहा । किन्तु पैसे वापस नही किए है। इस प्रकार राकेश कुमार बैस तथा उसके पी.ए. ओम नारायण द्वारा नौकरी लगाने 35 लाख- रूपये की ठगी की गई।  इस पर पुलिस ने धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया। और   दोनों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित मोबाईल फोन जप्त किया। थानेदार का कहना ैहै कि अब तक 7 लोगों ने ठगे जाने की शिकायत की है। 

रेलवे में नौकरी लगाने कांकेर के युवक से 14 लाख वसूले
इसी तरह से गंज पुलिस ने मुबस्सीर अहमद, फरीद अहमद, मंसूर अहमद. यास्मिन अहमद के खिलाफ भी नौकरी के नाम पर रकम वसूलने पर धारा 420, 34 का मामला दर्ज किया है। इन लोगों ने जुलाई 20 से दिसंबर 20 के बीच नरहरपुर कांकेर के शीतला पारा निवासी गोपीराज गंजीर से 14 लाख रुपये वसूले। इन लोगों ने गोपीराज को रेल्वे में पोर्टर के पद पर नियुक्ति देने का झांसा दिया था। यह वसूली इन लोगों ने 5 जुलाई 2020 को दोपहर 12 बजे फाफाडीह चौक स्थित एक होटल में की थी। इसके बाद से अब तक नौकरी न लगने पर गंजीर ने बीती रात गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
 

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