रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 अपै्रल। बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की मुख्यमंत्री श् भूपेश बघेल ने की शुरुआत, इस मौके पर उन्होंने युवाओं से की चर्चा।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे लिए बहुत बड़ा दिन है। आज हम ऑनलाइन बेरोजगारी भत्ता दे रहे हैं। लगभग 70 हजार बच्चे पात्र पाये गए हैं। आवेदन कभी भी कर सकते हैं तो ये संख्या बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका उद्देश्य यह है कि आप सभी को रोजगार के लिए तैयारी करने मौका मिले। प्रशिक्षण मिले। अब आप अपने सपनों को पूरा कर सकेंगे। मुझे पूरी खुशी तब होगी जब आप सबके हाथ में रोजगार होगा।भरोसा दिलाता हूं जिस दिन आरक्षण बिल पास होगा, उस दिन अखबारों में सिर्फ भर्ती के विज्ञापन होंगे ।उन्होने कहा कि 24 मार्च को बजट पारित हुआ और 1 अप्रैल से ऑनलाइन आवेदन लेना शुरू कर दिया। 67 हजार लोगों को आज राशि अंतरित कर सभी से चर्चा भी की। सबने कहा कि आगे की पढ़ाई में इससे मदद मिलेगी। आप लोग अपने सपनों को पूरा करेंगे। आप लोग बहुत स्वाभिमानी है। छोटी छोटी राशि आप स्वयं खर्च कर अपनी तैयारी कर पाएं तो आपको राहत मिलेगी। यह शासन की ओर से आपको छोटा सा सहयोग है। आपको इसके लिए केवल ऑनलाइन आवेदन करना है। डीबीटी से आपको राशि जाएगी। एक महीने में हमने 16 करोड़ रुपये की राशि अंतरित कर दी है। पहले इसके पात्रता नियम काफी कठिन थे, अब यह सरल हैं। ढाई लाख रुपये तक के आय वाले इसके पात्र हैं। मैं आज इस राशि का वितरण कर रहा हूं लेकिन सच्ची खुशी तब होगी जब आपको रोजगार मिलेगा। इसके लिए भी 6 महीने की कार्ययोजना बनाई है। आपके प्रशिक्षण के लिए भी पूरी व्यवस्था है। भर्तियों की हमारी तैयारी पूरी है।
आप सभी के सपने साकार हों
एक महीने के भीतर इतना बड़ा काम करना बहुत कठिन था। रिकॉर्ड समय में काम कैसे हो सकता है। यह इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इससे जुड़े मंत्री उमेश पटेल, प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूँ। यह बड़ा टास्क था जो पूरा हुआ। मैंने उन्हें समय सीमा दी थी और उन्होंने इसे पूरे मनोयोग से कर दिखाया।
युवाओं ने क्या कहा
बिलासपुर से आये वैभव ने बताया कि पूरे देश भर में परीक्षाओं के लिए फॉर्म भरता हूँ। आपने तो व्यापमं और पीएससी के लिए फॉर्म का शुल्क मुफ्त कर दिया है पर शेष राज्यों में यह अब भी है। महासमुंद से ऋषभ चंद्राकर ने बताया कि कोचिंग करना है तो फीस देना है। अब हम लोगों की फीस की व्यवस्था हो जाएंगी। मितांजली ने बताया कि आपके पैसे से ट्यूशन खोलूंगी और लोगों को मुफ्त में गणित पढ़ाऊंगी।
. रायपुर की संजना तिवारी ने कहा कि विद्यार्थी अपनी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए घर पर निर्भर रहते हैं। अब इस भत्ते से हम घर वालों पर निर्भर नहीं रहे और पूरे मनोयोग से तैयारी करूंगी और डिप्टी कलेक्टर बनूंगी। गजानंद ने बताया कि मेरे मम्मी पापा मजदूर हैं। मैं परीक्षा की तैयारी करना चाहता हूं। खैरागढ के एक युवक ने बताया कि अपने गांव में मैं एकलौता बीएड हूँ। अब भत्ता मिलेगा तो शिक्षक भर्ती के लिए तैयारी करूंगा।
सरगुजा से वर्चुअल जुड़े हितग्राही हितेश ने बताया कि इस राशि से आगे पढ़ाई में मदद मिलेगी। मेघा खांडेकर ने बताया कि मम्मी हाउसवाइफ हैं। पिता नहीं है। मुझे इन पैसों से अपने सपनों को पूरा करने में मदद मिलेगी। हम आपके द्वारा दिये गए पैसों का बेहतर उपयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी को रोजगार दिलाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
रायगढ़ से जुड़ी ईश्वरी साहू ने कहा कि मैं पीजीडीसीए की पढ़ाई कर रही हूं। मम्मी सिलाई करती हैं। पिता प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं। वेतन काफी कम है। मुझे आगे की पढ़ाई के लिए काफी राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बेरोजगारी भत्ते की पात्रता को काफी शिथिल किया, इससे बड़ी संख्या में युवाओं को लाभ मिला है।
. *कोरिया से कोमल ने बताया कि मैं एमएससी कर रही हूं। आगे शिक्षिका बनना चाहती हूं। कोमल ने बताया कि अपनी पढ़ाई के लिए इस राशि का उपयोग करूंगी। . दुर्ग से ऐश्वर्या साहू ने बताया कि उसने बीएड किया है। अब आगे की पढ़ाई करूंगी। रोजगार के लिए बहुत से फॉर्म आते हैं उन्हें भरूँगी। ऐश्वर्या ने मुख्यमंत्री को अपना एसएमएस भी दिखाया जिसमें भत्ते की राशि डीबीटी से आई थी। प्रियंका पैकरा सरगुजा ने बताया कि मैं इस पैसे से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करूंगी। आपको वादा करती हूं कि डिप्टी कलेक्टर, कलेक्टर बनूंगी।