रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 30 जून। रायगढ़ जिले का एकमात्र स्टेडियम में लगातार शासकीय आयोजन होने के कारण अपना मूल स्वरूप खोते जा रहा है। जिसके कारण प्रतिदिन यहां वॉक पर आने वाले लोगों के अलावा खिलाडिय़ों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रायगढ़ स्टेडियम में हाल ही में 10 से 25 जून तक वन रक्षक बनने महिला अभ्यार्थियों के लिये यहां भर्ती प्रक्रिया का आयोजन का कार्यक्रम रखा गया था। इन 15 दिनों में रायगढ़ स्टेडियम में होने वाले इस आयोजन की वजह से अब यहां की हालत बद से बदतर हो चुकी है। जगह-जगह पसरी गंदगी और टूटे हुए रेलिंग यहां आसानी से देखे जा सकते हैं। स्टेडियम परिसर में फैली गंदगी जहां किसी संक्रमण बीमारी को न्यौता दे रही है वहीं टूटे रेलिंग और चबूतरे किसी अनहोनी घटना की ओर ईशारा कर रही है।
रायगढ़ स्टेडियम रोजाना वाक पर पहुंचने वाले लोगों ने बताया कि वन रक्षक बनने महिला अभ्यार्थियों के लिये यहां भर्ती प्रक्रिया का आयोजन कराया गया था जिससे रायगढ़ स्टेडियम की हालत बद से बदतर हो चुकी है, जगह-जगह टे्रक्टर से स्टेडियम को खोद डाला गया है। कई जगह गंदगी पसरी हुई है। शासन के द्वारा एक तरफ जहां रायगढ़ स्टेडियम को संवारने की बात कही जाती है वहीं हकीकत में यहां लगातार शासकीय आयोजन के जरिये रायगढ़ स्टेडियम बद से बदतर हालत में पहुंचाने कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
कुछ दिनों पहले ही शहर के कुछ खिलाडिय़ों ने रायगढ़ स्टेडियम में हेलीपेड नही बनाने की मांग को लेकर जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा था। चूंकि उनके पास रायगढ़ स्टेडियम ही एकमात्र विकल्प बचा है जहां दूर-दूर खिलाड़ी यहां खेलने आते है और स्टेडियम में ही हेलीपेड बना देने की स्थित में उन्हें अपने खेल को निखारने का अवसर भी नहीं मिल पाएगा।