रायगढ़

जांच में निस्तारी तालाब पर अतिक्रमण की हुई पुष्टि
02-Jul-2023 9:54 PM
जांच में निस्तारी तालाब पर अतिक्रमण की हुई पुष्टि

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 2 जुलाई। 
जूटमिल क्षेत्र स्थित दो भागों में बंटे फटहामुड़ा तालाब के दूसरे भाग पर मिट्टी पाटकर कब्जा किए जाने के संबंध में मोहल्ले वासियों द्वारा जिला प्रशासन से लिखित शिकायत की गई थी। यह निस्तरी तालाब काफी बड़ा विशाल और बहुत पुराना है। लगभग 80- 90 वर्ष पुराना यह तालाब आस पास के 5 वार्डो के रहवासियों के लिए निस्तारी का प्रमुख साधन रहा है। राजस्व विभाग की टीम की जांच में यहां तीन लोगों के द्वारा अतिक्रमण किये जाने की पुष्टि हुई है।  

फटहामुड़ा हल्का नं 29 शासकीय भूमि पर स्थित खसरा नंबर 121रकबा 0.6000 हे. में यह निस्तारी तालाब स्थित है। दो भागों में बंटे फटहामुड़ा तालाब का राजस्व रिकॉर्ड नक्शा में देखने से त्रिभुजाकार छोर हैं। मोहल्ले वासियों ने तालाब के दूसरे भाग पर किए जा रहे अतिक्रमण रोकने व संपूर्ण फटहामुड़ा तालाब का सीमांकन कर तालाब की शासकीय भूमि से बेजा कब्जा मुक्त करने की मांग की गई थी। जिस पर आज राजस्व विभाग की टीम आकर मौके पर पहुंची और तालाब का निरीक्षण कर जांच पंचनामा तैयार किया गया।

रायगढ़ जिले में पिछले दो दशकों के दौरान बढ़ते औद्योगिक क्रांति से जमीनों के दाम भी नित आसमान छूने लगे हैं। औद्योगिक हब कहे जाने वाले इस जिले में इस दौरान भूमि दलालों के माध्यम से भू-माफिया और राजनीतिक पहुंच रखने वाले रसूखदोरों ने राजस्व विभाग की रहमो करम पर खूब राजस्व की चांदी काटी है। हमारा शहर दिन-ब-दिन बड़े-बड़े होटलों, मॉल और कॉलोनियों में तब्दील होता गया। जमीन की भूख ऐसी की रसूख की दम पर राजस्व विभाग के नुमाइंदों से सांठगांठ करके नाले, तालाब, शमशान जैसी सर्वजनिक निस्तारीत शासकीय भूमि को भी नहीं बख्शा जा रहा है।
 
स्थिति यह हो गई है कि वर्तमान में अभी कई शासकीय व सामाजिक भवनों के लिए भूमि उपलब्ध नहीं है। उदाहरण के तौर पर आपको कई आंगनबाड़ी, पीडीएस दुकान, किराए के मकान में संचालित होते दिखाई दे सकते हैं। इन हथियाने की होड़ तो अब रसूखदारो की देखा- सीखी अब हर कोई शासकीय भूमि को कब्जाने की जुगत में लगे रहते हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला जो बीते दिनों अखबारों की सुर्खियों में भी रहा की फटहामुड़ा तालाब पर मिट्टी पाटकर कब्जा किया जा रहा है।

मिट्टी पाटने के दौरान जिला प्रशासन उच्च अधिकारियों को स्थानीय लोगों ने दूरभाष पर मौखिक शिकायत की थी जिस पर रविवार छुट्टी के दिन लगभग दोपहर 2 बजे के आसपास राजस्व निरीक्षक बेलादुला, हल्का पटवारी ममता पांडे, तहसीलदार लोमेश मिरी के साथ एसडीएम गगन शर्मा फटहामुड़ा तालाब आकर मौके का निरीक्षण किया गया तथा मौके पर पहुंचे राजस्व विभाग उच्च अधिकारियों के द्वारा तत्काल मिट्टी पाटने से मना करते हुए काम रोकने के निर्देश दिए गए थे।

 किंतु कुछ दिनों बाद ही पाटी गई मिट्टी के ऊपर लगभग दो से तीन ट्रैक्टर ईट से झोपड़ीनुमा आकर देते हुए ऊपर अल्बेस्टर भी डाल दिया गया जिसकी सूचना स्थानीय निवासियों द्वारा पुन: जिला प्रशासनिक के उच्च अधिकारियों को दूरभाष पर दी गई।

इसी कड़ी में रायगढ़ राजस्व न्यायलय तहसीलदार के मौखिक आदेश के परिपालन में 30 जून को आरआई नजूल, राजस्व निरीक्षक बेलादुला व हल्का ममता पाण्डे के द्वारा आज  30 जून को मौके पर आकर ग्राम बांजीपाली हल्का नं. 29 राजस्व बेलादुला खसरा नंबर 121निस्तारी तालाब (शासकीय भूमि) का निरीक्षण किया गया।  जिसमें खसरा नंबर 121 मे 389 वर्ग फीट में तीन लोगो के द्वारा मकान बाड़ी बनाकर अतिक्रमण करना पाया गया है।

बहरहाल इस मामले में एक बड़ी जानकारी यह भी सामने आ रही है कि राजस्व विभाग को जिन 3 लोगों द्वारा तालाब की शासकीय भूमि पर मकान, बाड़ी बनाकर अतिक्रमण करना बताया जा रहा है उनके द्वारा कुछ वर्षों पहले ही उक्त भूमि को एक भूमि दलाल के माध्यम से स्थानीय निवासी से मोटी रकम पर खरीदना बताया जा रहा हूं ऐसे में यह देखना लाजमी होगा कि फटहामुड़ा तालाब की भूमि पर पाए गए अतिक्रमण पर किस प्रकार की कार्रवाई होगी।

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