धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 22 जुलाई। जहाँ चाह है वहाँ राह है यह कहावत चरितार्थ हुई है नगरी आदिवासी क्षेत्र नगरी के 30 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की स्थापना से। जी हाँ एक साथ 30 विद्यालयों में डाइट की ऊंची सोच,समाज सेवियों का सहयोग और शिक्षक तथा एसएमसी सदस्यों के उत्साह से स्मार्ट टी वी की व्यवस्था की गई है। अब इसका उपयोग विभिन्न विषयों के अध्यापन में किया जाएगा। इस हेतु इन विद्यालयों के शिक्षकों को एजुकेशन टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति की मंशा के अनुरूप जिले के प्रत्येक विद्यालय में स्मार्ट टी वी , कम्प्यूटर एवं प्रोजेक्टर लगभग अनिवार्य हो गया है। नई शिक्षा नीति में बच्चे न केवल संस्कार युक्त नैतिकता, प्राचीन मानवीय व सार्वभौमिक मूल्यों को आत्मसात करेंगे बल्कि प्राथमिक स्तर से ही टेक्नोलॉजी के जरिये दुनिया के ज्ञान विज्ञान को समझेंगे। इस नई शिक्षा नीति की मंशा पर डाइट नगरी द्वारा उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। गांव गांव जाकर एस एम सी सदस्यों, आम पालकों को एकत्रित कर विद्यालयों को रचनात्मक सहयोग एवम शैक्षिक क्रियाकलापों में भागीदार बनने हेतु प्रेरित किया जा रहा है।
चर्चा परिचर्चा में इस बात की भी जानकारी दी जा रही है कि वे अपने बच्चों को भाषा, गणित, पर्यावरण की शिक्षा बहुत ही आसानी से दे सकते हैं। बहुत सारे विद्यालयों में इसका असर भी दिख रहा है। सी ग्रेड के स्कूल को ए ग्रेड में लाया गया है। नगरी विकासखण्ड के प्राथमिक शाला बुडरा एवं कारीपानी इसका उत्तम उदाहरण है जहाँ के पालक तन, मन, धन से विद्यालय के विकास हेतु सहयोग कर रहे हैं। बुडरा के पालकों ने विद्यालय में लगभग पांच लाख की चारदीवारी का निर्माण कर सामुदायिक सहभागिता का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। कहना न होगा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों को पूरा करने में समाज सेवी ,पालक ,एस एम सी सदस्य भी दिल खोलकर मदद कर रहे हैं।
मगरलोड निवासी शिक्षिका रंजीता साहू एवं उनके पति तुमन साहू अभी तक 85 स्कूलों में स्मार्ट क्लास की स्थापना में सहयोग कर चुके है। नगरी के जिन 30 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की स्थापना की गई है वहां की आधी राशि इस दम्पत्ति द्वारा की गई है।
इनके सराहनीय एवं अनुकरणीय कार्य को ध्यान में रखकर डाइट नगरी में आयोजित गरिमामय समारोह में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चंद्रकांत कौशिक अपर कलेक्टर ने रंजीता साहू शिक्षिका का सम्मान करते हुए इनके कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा कर समारोह में उपस्थित शिक्षक तथा पालकों को इसी तरह से विद्यालय को सहयोग देने की अपील की।