राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 जुलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी, प्रांतीय प्रमुख महामंत्री सतीश ब्यौहरे, जिला संरक्षक मुकुल साव जिलाध्यक्ष पीआर झाड़े, पीएल साहू, जितेंद्र बघेल, बृजभान सिन्हा, सीएल चंद्रवंशी, वीरेंद्र रंगारी, रंजीत कुंजाम, देवचंद बंजारे, शिवप्रसाद जोशी, खोमलाल वर्मा, राजेंद्र देवांगन, जनक तिवारी, हेमंत पांडे, लीलाधर सेन, पुष्पेंद्र साहू, संजीव मिश्रा, ईश्वरदास मेश्राम, सोहन निषाद, अब्दुल कलीम खान, स्वाति वर्मा, नवीन कुमार पांडे, उत्तम डड़सेना, संगीता, यशस्विनी तिवारी, प्रेमलता मंडावी, पायल देवांगन, विनोद, वंदना, छाया तिवारी, अभिषिकता, सुधा सिंह, सुनील बंछोर का कहना है कि कर्मचारियों को सातवे वेतनमान में शहरी वर्गीकरण के अनुसार 9 प्रतिशत एवं 6 प्रतिशत गृहभाड़ा देने मुख्यमंत्री की विधानसभा में घोषणा, कर्मचारी आंदोलन की बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि 1 जनवरी 2019 के स्थिति में केंद्र एवं राज्य सरकार के कर्मचारियों को एक समान 12 प्रतिशत के दर पर महंगाई भत्ता था, जो कि जुलाई 2023 के स्थिति में एक समान 42 प्रतिशत हुआ है, लेकिन 1 जुलाई 2019 से 30 जून 2023 तक केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता नहीं मिलने से कर्मचारियों को अत्याधिक आर्थिक नुकसान हुआ है।
जिसका समाधान राज्य सरकार को करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि गृहभाड़ा भत्ता को सातवें वेतनमान के स्थान पर छटवें वेतनमान में स्वीकृत किए जाने से कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा था। जिसके कारण कर्मचारी उद्वेलित थे। फेडरेशन का कहना है कि गृहभाड़ा भत्ता एवं महंगाई भत्ता में हुए वृद्धि का लाभ वेतन मद से वेतन पाने वाले सभी कर्मचारियों को मिलेगा।