खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 27 जुलाई। सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र छुईखदान में प्रसव के लिए आई महिलाओं को एक्सपायरी डेट वाली ग्लूकोज की बोतल को चढ़ा दिया गया था, जिसे लेकर बीएमओ डॉ. मनीष बघेल के पास महिला के परिजन ने शिकायत की थी। मामले की गंभीरता को देखते उक्त मामले पर त्वरित कार्रवाई करते बीएमओ डॉ. बघेल ने जांच कमेटी गठित कर पूरे मामले पर बारीकी से जांच करवाया। जांच उपरांत संवैधानिक कार्रवाई करते 4 स्टाफ नर्सों का वेतन वृद्धि रोक दिए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार एक्सपायरी डेट वाली बोतल चढ़ाने की शिकायत मिलने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छुईखदान के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष बघेल ने इंक्वायरी कमेटी द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर 4 स्टाफ नर्सों की वेतन वृद्धि रोक दी है।
साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ कर्मचारियों की बैठक लेकर सख्त निर्देश देते कहा कि अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों एवं उनके परिजनों की इलाज में कोताही बरतने और व्यवहार अच्छा नहीं करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। डिलीवरी या अन्य कोई भी उपचार के बाद किसी से व्यक्तिगत तौर पर किसी भी प्रकार की मांग न की जाए। शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आम जनता एवं मरीजों से अपील करते कहा कि अस्पताल में यदि किसी भी प्रकार की कोई भी कर्मचारी सेवाओं के बदले पैसे की मांग करता है तो उनसे रसीद अवश्य लें, रसीद नहीं देने पर पैसा देने के पहले मुझे जरूर सूचित करें।
छुईखदान बीएमओ डॉ. मनीष बघेल ने कहा कि एक्सपायरी डेट वाली बोतल चढ़ाए जाने की शिकायत के संबंध में जांच के लिए बनाए गए जांच दल द्वारा जांच कर लापरवाही किए गए स्वास्थ्य कर्मियों की वेतन वृद्धि रोक दी गई है। छुईखदान बीपीएम बृजेश ताम्रकार ने बताया कि उक्त प्रकरण की गंभीरता से जांच की गई है। जांच में मामले पर मानवीय भूल प्रतीत होती है, पर यह गंभीर प्रकरण था, दोषियों पर कार्रवाई की गई है। प्रभारी नर्सिंग आफिसर नेहा शर्मा ने बताया कि इतने सालों से हम लोग 24 घंटे मरीजों की सेवा करते आ रहे हैं। आज तक ऐसी चूक नहीं हुई है। यह घटना पहली बार हुई है। यह अनजाने में हुई मानवीय भूल है, न पहले ऐसा हुआ है न ही भविष्य में ऐसा होगा।