रायगढ़
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायगढ़, 5 सितंबर। दक्षिण पूर्व रेलवे के रेलवे स्टेशन में शनिवार की रात असली टीटी ने नकली टीटी को यात्रियों से टिकट जांच के साथ-साथ बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों से वसूली करते हुए एक नकली टीटी को पकड़कर जीआरपी पुलिस के हवाले किया। जीआरपी पुलिस ने शिकायत के बाद पकड़े गए युवक को अलग-अलग धाराओं के तहत गिरफ्तार कर बिलासपुर रेलवे न्यायालय में भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार चलती यात्री ट्रेनों में बीते एक माह से टीटी बनकर रायगढ़ जिले के खरसिया विधानसभा क्षेत्र स्थित बगडेवा गांव में रहने वाला युवक नरेश कुमार गोंड (37) यात्री ट्रेनों में बकायदा टीटी बनकर विगत एक माह से वसूली करता था। शनिवार की रात कुछ असली टीटी की नजर इस युवक पर पड़ी और तत्काल इसकी जानकारी जीआरपी थाने को दी। जांच के बाद जीआरपी पुलिस ने धारा 417 व 171 के तहत आरोपी नरेश कुमार को गिरफ्तार कर बिलासपुर न्यायालय भेज दिया है।
इस संबंध में मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी ने बताया कि 3 सितंबर को रायगढ़ के टीटी बिलासपुर से टिटलागढ़ पैंसेजर में वापस आ रहे थे। इसी दौरान झाराडीह के पास एक टीटी टिटलागढ़ पैसेंजर में चढ़ा जिसे देखते ही उन्हें शंका हो गई थी, जिसके बाद उससे पूछताछ करने पर उसने खुद को कोरबा स्टाफ का होना बताया जिसके बाद कोरबा में इस संबंध में पूछताछ करने पर फर्जी टीटी होने की पुष्टि हो गई, जिसके बाद युवक के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है।
विगत कुछ दिनों से एक नरेश कुमार टीटीई का यूनिफार्म पहनकर व बेच लगाकर यात्री ट्रेनों में घुमता था, और यात्रियों की टिकट जांच भी करता था। ऐसे में शनिवार को झाराडीह स्टेशन पर ट्रेन आने का इंतजार कर रहा था, इस दौरान जैसे ही झाराडीह स्टेशन पर टिटलागढ़ पैसेंजर खड़ी हुई तो उक्त ट्रेन से दो टीटीई उतरे, इसी दौरान ये ट्रेन में चढने लगा, ऐसे में रायगढ़ के टीटीई मनीष कुमार वर्मा ने देखा तो उसे रोकते हुए पूछताछ किया तो उसने हड़बड़ा गया, बाद में बताया कि वह कोरबा में पदस्थ है। ऐसे में उसी समय एक कोरबा का भी टीटीई उसी ट्रेन में था, जिससे मनीष वर्मा ने उससे पहचान कराया तो उसने भी पहचानने से इंकार कर दिया जिसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी जीआरपी पुलिस को दे दी।