रायगढ़
बाल-बाल बची जान, अस्पताल में भर्ती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 सितंबर। पति की मौत के सदमे में पत्नी ने कीटनाशक का सेवन कर जान देने का प्रयास किया है, लेकिन एक कहावत है जाको राखे साइयां मार सके ना कोई। कुछ इसी तर्ज में महिला के परिजनों ने वक्त की नजाकत को भांपते हुए तत्काल उसे अस्पताल लेकर आए जहां उसका उपचार जारी है।
घटना धरमजयगढ़ थानाक्षेत्र के ग्राम खम्हार की है जहां चंद्रिका के पति स्व देवेंद्र राठिया की मौत दो दिन पहले सीने में दर्द से हुई थी और सोमवार को उसका तीज नहान का कार्यक्रम किया जान था ऐसे में शोकाकुल परिवार के यहां मेहमानों के आने जाने की शुरुवात जैसे ही हुई थी कि अपने पति की मौत के सदमे से गुजर रही चंद्रिका राठिया ने घर में रखे कीटनाशक का सेवन कर लिया।
वहीं घटना के तत्काल बाद गांव के निजी वाहन से महिला को धरमजयगढ़ के सिविल अस्पताल लाया गया जहां इलाज के दौरान अब वो खतरे से बाहर है। महिला के परिजनों ने बताया कि एक वर्ष पूर्व ही दोनों का सामाजिक रीति रिवाज से विवाह हुआ था और दो दिन पहले ही महिला के पति की मौत हो गई थी।