रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 सितंबर। पिछले दो महीने से केआईटी के शिक्षक व कर्मचारी अपनी 17 माह की सैलरी व अन्य जायज मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए है। उनकी मांगों में प्रमुख मांग 17 माह से अपनी सैलरी है जिसे सरकार देने में असमर्थता जाता रही है पहले भी ऐसी ही परेशानी इस संस्था पर आई थी तब किसी तरह डीएमएफ फण्ड से कुछ महीनों की सैलरी का अस्थाई इंतजाम किया गया था, किंतु इस समस्या को जानते हुए भी सरकार द्वारा स्थायी समाधान नहीं किया गया।
जिसके परिणाम स्वरूप 17 माह से बिना सैलरी के कार्य करते हुए बिताना पड़ा अब जबकि दो महीने से इस मांग के लिए पूरे कर्मचारी धरने पर बैठे हुए है, जो कि अपनी मांगों के लिए स्थानीय विधायक के आश्वसन पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मजबूरन आज सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस के दिन भूखे प्यासे उपवास पर रहना पड़ रहा है। यह दुर्भाग्य का विषय है कि शिक्षक दिवस जिस दिन शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए ऐसे दिन शिक्षक उपवास पर बैठे है विडंबना तो यह भी है कि उच्च शिक्षा मंत्री का यह गृह जिला है, और ऐसे में 70 शिक्षकों के घर में चूल्हा नहीं जल रहा है।
सरकार अपने दँम्भ में इतनी बहरी हो गई है कि इन शिक्षकों की आवाज भी नहीं सुन रही है। आंदोलनरत शिक्षकों का हौसला बढ़ाने इनके धरना स्थल पर पहुँचे थे जिनमें प्रमोद सराफ, सुरेन्द्र पाण्डेय ,दीपक शर्मा,सोनू कुमार, आदित्य कुमार,दक्ष यादव ने अपनी आवाज बुलंद कर इनकी मांगों का समर्थन किया और आगे की लड़ाई में पूरी ताकत के साथ सहभागिता निभाने का वादा किया।