सूरजपुर
लेन-देन को लेकर ट्रक चालकों से विवाद, वीडियो फैला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 2 अक्टूबर। बनारस रोड में अंबिकापुर आरटीओ उडऩदस्ता द्वारा की जा रही अवैध वसूली थमने का नाम नहीं ले रही है।
बताया जाता है कि रविवार को आरटीओ उडऩदस्ता निरीक्षक जितेन्द्र भूषण अपने सहयोगियों के साथ बनारस रोड पर स्थित चंदौरा क्षेत्र में पैसों के लेन-देन को लेकर ट्रक चालकों से विवाद कर रहे थे कि तभी अचानक वहां प्रतापपुर के कुछ मीडिया कर्मी पहुंचकर वीडियो बनाने लगे, यह सब देखकर उडऩदस्ता के निरीक्षक जितेन्द्र भूषण ने मीडिया कर्मियों को धमकी देते हुए अपमानजनक भाषा में कहा कि वीडियो बंद करो और यहां से चले जाओ, अन्यथा तुम लोगों के खिलाफ थाने में शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने की रिपोर्ट कर दूंगा। जिसके बाद आरटीओ निरीक्षक से वाहन चालकों के साथ-साथ मीडिया कर्मियों का भी विवाद शुरू हो गया।
विवाद इतना बढ़ा कि वाहन चालकों ने चंदौरा हाइवे थाने में पहुंचकर आरटीओ उडऩदस्ता के खिलाफ अवैध वसूली की शिकायत दर्ज करा दी।
शिकायत में ट्रक चालक रोशन कुमार निवासी मिर्जापुर यूपी ने बताया है कि रविवार की सुबह वह अपने ट्रक को लेकर सूरजपुर से बसंतपुर की ओर जा रहा था, तभी घाट पेंडारी में खड़ी आरटीओ उडऩदस्ता की सफेद रंग की स्कार्पियो वाहन क्रमांक सीजी 15 डी जेड 8223 में बैठे एक उडऩदस्ता निरीक्षक व उनके सहयोगियों ने मेरे ट्रक को रूकने का इशारा कर मुझसे प्रवेश शुल्क के नाम पर एक हजार रुपए की मांग की, रुपए नहीं देने पर चालान करने की धमकी दी। जिस पर मैंने कहा कि मेरे पास केवल पांच सौ रूपए हैं, फिर उन्होंने बिना कोई रसीद दिए मुझसे पांच सौ रुपए लेकर मुझे छोड़ दिया।
वहीं एक अन्य ट्रक चालक प्रमोद मिश्रा निवासी भटगांव जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ ने आरोप लगाते बताया कि रविवार को मैं भी बनारस से अपना ट्रक लेकर सूरजपुर की ओर जा रहा था, तभी बनारस रोड पर स्थित चंदौरा में खड़े आरटीओ उडऩदस्ता वाहन के निरीक्षक ने मेरा ट्रक रुकवाकर मुझसे भी तीन हजार की मांग की। मैंने देने से मना किया तो उन्होंने मेरे ट्रक के सभी दस्तावेज जब्त कर लिए और कहा कि अपने दस्तावेज अंबिकापुर कोर्ट में आकर ले लेना, जिस पर मैंने कागजात वापस करने की गुहार लगाई तो आरटीओ निरीक्षक ने मुझसे गाली-गलौज करते हुए कहा कि अब तुम्हारे ट्रक के ऊपर चालीस हजार का ऑनलाइन चालान करुंगा, तब तुमको समझ में आएगा। इतना ही नहीं उन्होंने अपने मातहतों से मुझे डंडे से भी पीटने को कहा, पर तभी अचानक मीडिया कर्मियों ने पहुंचकर मुझे बचा लिया।
ज्ञात हो कि उक्त घटना के कई वीडियो इंटरनेट मीडिया में भी प्रसारित हो रहे हैं जिसके कारण आरटीओ उडऩदस्ता की काफी किरकिरी भी हो रही है।
निरीक्षक ने फोन पे से लिए पैसे
राजस्थान के एक और वाहन चालक देवराज गुर्जर से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि मेरे दो ट्रक थे, जिन्हें आरटीओ उडऩदस्ता के निरीक्षक ने रोककर मुझसे कहा कि तुम दोनों ट्रक की अलग-अलग चार-चार हजार की रसीद कटवा लो और एक हजार प्रवेश शुल्क का अलग से दो यानी कुल नौ हजार जिस पर मैंने नकद पैसा नहीं होने की बात कहते हुए फोन पे से पैसा देने की बात कही तो उन्होंने मुकेश कुमार राजवाड़े के नाम का एक फोन पे से जुड़ा हुआ नंबर देते हुए कहा कि पैसा इसमें स्थानांतरित कर दो फिर मैंने उनके द्वारा दिए गए फोन पे नंबर में कुल नौ हजार स्थानांतरित कर दिए, पर आरटीओ निरीक्षक ने मुझे रसीद केवल आठ हजार की ही दी। उसमें भी एक रसीद में पहले तीन हजार लिखे हुए थे, फिर उसे काटकर चार हजार किया हुआ दिखाई दे रहा है। ज्ञात हो कि इस लेन-देन के पूरे सबूत भी मीडिया कर्मियों के पास मौजूद हैं।
बार-बार दबाव बनाता रहा उडऩदस्ता निरीक्षक
मीडिया कर्मी पर वीडियो डिलीट करने उडऩ दस्ता निरीक्षक बार-बार दबाव बनाता रहा। डिलीट नहीं करने पर कई झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई। जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी जा चुकी है।