मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 1 दिसंबर। शासकीय लाहिड़ी स्नातकोत्तर महाविद्यालय चिरिमिरी के रेड रिबन क्लब का प्रथम वार्षिक उन्मुखीकरण सह संवेदीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में रेड रिबन के नोडल अधिकारी विरेन्द्र कुमार ने उपस्थित छात्र छात्राओं को जानकारी देते हुए कहा कि राज्य शासन के निर्देश पर रेड रिबन क्लब के तत्वावधान में एड्स रोग: नियंत्रण एवं उपचार पर केंद्रित उन्मुखीकरण कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र छात्राओं को जागरूक करना है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने वर्ष 1992 में एड्स विरोधी अभियान के रूप में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (प्रथम चरण) प्रारंभ किया, जिसका उद्देश्य देश में एच.आई.वी.संक्रमण के प्रसार एवं एड्स के प्रभाव को कम करना था ताकि एड्स से मृतकों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके तथा इसे वृहत स्तर पर फैलने से रोका जा सके।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. राम किंकर पाण्डेय ने कहा कि रेड रिबन क्लब की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है इसके माध्यम से छात्र छात्राओं को जागरूक कर समाज में ठोस परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। इस अवसर पर उन्होंने एड्स दिवस पर प्रारंभ होकर सप्ताह भर चलने वाले जागरुकता कार्यक्रमों की भी घोषणा की। उन्मुखीकरण कार्यशाला में मुख्य वक्ता सुमंजू राही ने कहा कि एड्स एक वायरस है जो फैलकर वृहत बीमारी का आकार लेता है। उन्होंने इस बीमारी के लक्षण, कारण एवं उपचारों की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर वाणिज्य विभाग की विभागाध्यक्ष प्रेमा कुजूर ने कहा कि एड्स एक गंभीर बीमारी है जो एच.आई.वी. वायरस के कारण संक्रमित होता है। इस बीमारी से मनुष्य के शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है जिसके कारण किसी भी व्यक्ति के संक्रमण से लडऩे की क्षमता कम होती है।
रेड रिबन द्वारा आयोजित उक्त उन्मुखीकरण कार्यशाला में सहायक प्राध्यापकों डॉ रजनी सेठिया, डॉ राज किशोर सिंह बघेल,सुभाष चंद्र चतुर्वेदी, जयसिंह सारस्वत, डॉ. प्रदीप सिंह, सहित महाविद्यालय के अतिथि व्याख्याता श्रीमती अनुराधा सहारिया, श्रीमती प्रियम्बदा शुक्ला, सुमोहिनी राठौर, डॉ. उमाशंकर मिश्रा, डॉ. रामनारायण पनिका, फयाजुल, भागवत प्रसाद जांगड़े, गिरीश दास तथा कर्मचारियों में सुभाष राउल, उमेश कश्यप, धीरेन्द्र सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सिद्धार्थ जयसवाल तथा आभार प्रदर्शन सनोज कुमार ने किया।