धमतरी
आभार सभा में प्राण-प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण देखने नेवता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 30 दिसंबर। पिछले चार कार्यकालों में मैंने जनादेश का सम्मान करते हुए अपनी और पराई सरकारों में कुरूद की आवाज को बुलंद किया। नतीजतन क्षेत्र बुनियादी सुविधाओं से लैस हो गया, सडक़ चौड़ी और नाली लंबी करने जैसे छोटे कामों वाली राजनीति से ऊबर कर हमें कुरूद को आगे ले जाने अगले चरण का नेतृत्व तैयार करने के बारे में गंभीरता से मनन करना होगा। उक्त बातें पांचवीं बार के विधायक अजय चन्द्राकर ने कुरुद की आभार सभा में कही।
चुनाव जीतने के बाद पहली बार नगर आगमन होने पर हुए नागरिक अभिनंदन से उत्साहित श्री चन्द्राकर ने क्षेत्रवासियों का चरण वंदन करते हुए कहा कि स्वागत हमेशा ही जिम्मेदारियों के अहसास को बढ़ाने का काम करता है। लोकतंत्र में सारी ताकत जनता के हाथों में केन्द्रीत होती है, इसलिए जनप्रतिनिधियों में आग्रही भाव होना चाहिए।
उन्होंने बीते चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव मुद्दों पर आधारित होना चाहिए, लेकिन प्रतिद्वंदी पार्टी इसे व्यक्तिगत गाली-गलौज तक ले आई, इस बात का मुझे अफसोस है। पूर्व मंत्री ने विगत सालों में हुए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए बताया कि कुरुद बुनियादी कामों की चिंता से मुक्त हो गया है, मंत्री रहते हमने क्षेत्र में मत्स्य पालन, दुग्ध प्रसंस्करण, उद्यानिकी जैसे कृषि आधारित परियोजना शुरू कराया, लेकिन मुझे इस बात को स्वीकार करने में कोई शर्मिंदगी नहीं है कि पूरी ताकत लगाने के बाद भी मैं कांग्रेस सरकार से अधूरे कामों को पूरा नहीं करा पाया। इस बात पर कांग्रेस के क्षेत्रिय जनप्रतिनिधियों पर तंज़ कसते हुए उन्होंने कहा कि अपनी सरकार में भी क्षेत्र का कुछ भला नहीं करा सके तो क्या वे नेताओं की जी-हुजूरी के लिए चुने गए हैं।
विधायक ने माना कि क्षेत्र में अभी भी शिक्षा, चिकित्सा और संस्कृति के क्षेत्र में काम को आगे बढ़ाने की जरूरत है, मैं अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी से मिलकर पूछूंगा कि क्षेत्रीय विकास के लिए उनका विजऩ क्या है।
श्री चन्द्राकर ने अपने मतदाताओं को बताया कि इस बार उन्हें पार्टी ने सरकार और संगठन में कोई विशेष जिम्मेदारी नहीं सौंपी है, इसलिए कुरुद में रहकर ही बिगड़ी बातों को बनना है। यह आपके वोटों की ताकत है जो सरकार बनने के पहले ही क्षेत्र की कई सडक़ों को प्रशासकीय स्वीकृति मिल गई, अन्य काम भी बजट में शामिल हो जाएंगे। विधायक ने कहा कि सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं कोई खैरात नहीं यह सब जनता के टेक्स से आता है। क्षेत्रवासी विकास की चिंता छोड़ यह तय करें कि कुरुद को आगे किस दिशा में लेकर जाना है। आगामी चुनाव में जनता को यह तय करना होगा कि उन्हें डायनेस्टी वाला देश चाहिए या मोदी वाला आत्मनिर्भर भारत।
श्री चन्द्राकर ने अयोध्या में होने वाले श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत के सांस्कृतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो 22 जनवरी का महत्व 15 अगस्त से कम नहीं है, अत: आप सभी इस इस एतिहासिक लम्हों के साक्षी बने, इसके लिए भाजपा कार्यालय में पूरा इंतजाम किया गया है। मंच में राइस मिल एसोसिएशन द्वारा गजमाला पहनाकर विधायक का सम्मान किया गया।
इस मौके पर निरंजन सिन्हा, ज्योति भानु चन्द्राकर, रविकांत चन्द्राकर, गौकरण, मालकराम, कृष्णकांत साहू, भूपेंद्र चन्द्राकर, सुरेश महावर, अनिल चन्द्राकर, सुनील अग्रवाल, राजेश पवार, जितेन्द्र अग्रवाल, पंकज नायडू, जितेन्द्र चन्द्राकर, हरिशंकर सोनवानी, सिंधु बैस, पूर्णिमा साहू, अनुराग चन्द्राकर सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।