धमतरी
कुरुद, 10 मई। शासकीय उद्यान रोपणी भाटागांव में आम फल बहार की बोली में शासन को गत वर्ष के मुकाबले दोगुना राजस्व की प्राप्ति होगी। हालांकि खरीददारों ने सरकारी बोली में पिछले वर्ष की तुलना में पचास फीसदी वृद्धि का विरोध करते हुए मौसम की मार और पेड़ों की संख्या जस के तस होने की बात कहते हुए इसे कम करने की मांग उठाते हुए बहिष्कार की चेतावनी दी, तब कहीं जाकर दस प्रतिशत राशि कम की गई। गौरतलब है कि कुरुद विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत भाटागांव में स्थित शासकीय उद्यान रोपणी में करीब सौ से अधिक पेड़ों पर लगे आम फलों के विक्रय हेतु पिछले दिनों ओपन आक्शन कराया गया था। लेकिन दो गुटों की आपसी खींचतान के चलते अनाप-शनाप बोली लगाकर निर्धारित अवधि में राशि जमा नहीं कराई गई। जिसके चलते प्रथम एवं द्वितीय बोलीदारों की अमानत राशि राजसात कर नीलामी रद्द कर दी गई थी।
पहले प्रयास में असफल होने के बाद सहायक संचालक डीएस कुशवाहा ने अपनी देखरेख में गुरुवार को पुन: खोली बोली करवाईं। इस बार भी बोलीकर्ताओं ने लिखित आवेदन सौंप कर पिछले दिनों चले अंधड़ में झड़े फल, और पेड़ों की संख्या कम होने की बात कहते हुए सरकारी बोली कम करने की मांग उठाई। तब बड़ी मुश्किल से दस फीसदी राशि घटाकर बोली की प्रक्रिया शुरू की गई। इस बार कुल 30 लोगों ने अमानत राशि जमा करा बोली लगाने की पात्रता हासिल की थी। 1 लाख 35 हजार से शुरू हुई बोली में पवन चन्द्राकर,आदिल, विरेन्द्र चन्द्राकर, तोमेश साहू, लक्ष्मी चन्द्राकर ने भाग लिया। अंत में 1 लाख 37 हजार 100 सौ रुपए में फल बहार की बोली फायनल हुई। ज्ञात हो कि गत वर्ष इस रोपणी के आम फल को 70 हजार रुपए में विक्रय किया गया था। इस बार की बोली में शासन को करीब दोगुना राजस्व का लाभ मिलेगा।
इस मौके पर उद्यान विकास अधिकारी जीएस पैकरा,एमएल मोहबे, अनामिका साहू, अर्चना मंडावी, पारस साहू, कौशल पटेल आदि उपस्थित थे।