रायपुर
रायपुर, 7 फरवरी। कबीरधाम जिले में पिछले तीन साल में सिंचाई परियोजना, जलाशय और एनीकट निर्माण में भाजपा सदस्य भावना बोहरा ने बुधवार को भ्रष्टाचार का मामला उठाया। इस पूरे मामले में सिंचाई मंत्री केदार कश्यप ने इस बात से इंकार किया कि एनीकट निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक बारिश की वजह से सहसपुर-लोहारा में एनीकट क्षतिग्रस्त हुआ था, जिसे ठीक कराया जा रहा है।
प्रश्नकाल में भावना बोहरा के सवाल के जवाब में सिंचाई मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि कबीरधाम में जनवरी 2020 से दिसंबर 2023 तक सिंचाई परियोजना, जलाशय, एनीकट, स्टॉपडेम निर्माण के कुल 6 कार्यों के लिए 221 करोड़ की राशि मंजूर हुई थी। स्वीकृत कार्यों में से 6 कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई थी। एक कार्य पूरे हुए और 5 कार्य शुरू नहीं हुए हैं।
उन्होंने बताया कि स्वीकृत कार्यों में अनियमितता की शिकायत प्राप्त हुई है। वर्ष 2021 में सहसपुर-लोहारा में स्वीकृत बीजा बैरागी-डोमाटोला एनीकट कम काजवे वर्ष-2022 में पूर्ण किया गया। इस कार्य के लिए वर्ष-2023 में अतिवर्षा के दौरान एनीकट के अपस्ट्रीम के बांई ओर बिंगवॉल, डाउनस्ट्रीम के बांई ओर प्रोटेक्शन और बांई तरफ मिट्टी का एप्रोच रोड कार्य में आंशिक क्षति हुई है। कार्य संधारण की अवधि में क्षतिग्रस्त होने के कारण संबंधित निर्माण एजेंसी द्वारा सुधार कार्य आरंभ कर दिया गया है।
भाजपा सदस्य ने पूछा कि जिस कंपनी के खिलाफ गड़बड़ी की शिकायत हुई थी उसे फिर से काम दे दिया गया। सिंचाई मंत्री ने कहा कि इसमें भ्रष्टाचार नहीं हुआ है, बल्कि अत्यधिक बारिश के कारण एनीकट क्षतिग्रस्त हुआ था, जिसे उसी कंपनी से ठीक कराया जा रहा है।