रायपुर
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 फरवरी। स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज विधानसभा में प्रदेश के 4 जिला शिक्षा अधिकारियों को निलंबित कर दिया । उन्होंने बताया कि पूर्व में एक को निलंबित किया जा चुका था।
प्रश्न काल में भाजपा के धरमलाल कौशिक ने खरीदी में गड़बड़ी का यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि उस दौरान डेढ़ वर्ष में क्रय नियमों के तहत टेंडर बुलाए बिना नेकॉफ आदि से 50,करोड़ खरीदी की गई। इसकी जांच कराई जाए।
मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कोरोना के आपदा काल में आवश्यकता को देखते हुए पांच जिलों में यह खरीदी की गई थी।जो 50 नहीं 36.51 करोड़ की थी। इसमें उद्योग विभाग से अनुमति नहीं ली गई। इतनी बड़ी खरीदी कलेक्टरों की अनुमति से कर ली गई। पूर्व में शिकायत पर पांच जिलों के डीईओ मैं से एक को सस्पेंड किया जा चुका था। 2 डीईओ पर जांच जारी है, दो के खिलाफ जांच संस्थित की गई। कौशिक ने इसे नाकाफी बताते हुए कहा कि 36 करोड़ की बड़ी खरीदी में आपदा में अवसर ढूंढा गया है। इसलिए कमेटी बनाकर जांच कराएंगे क्या?
मंत्री ने कहा कि इसकी जांच हुई है, जिसमें नियमों का पालन नहीं किया गया था। अजय चंद्राकर ने कहा कि बघेल सरकार में एक ऐसा काम बता सकते हैं, कि जो नियमों के तहत हुआ हो। स्पीकर डॉ रमन सिंह ने कौशिक से कहा कि कोई नए तथ्य हैं तो रखे। कौशिक ने कहा कि मंत्री,गड़बड़ी स्वीकार कर रहे हैं,इसलिए जांच आवश्यक है। इस पर श्री अग्रवाल ने बचे हुए शेष 4 जिलों के तत्कालीन डीईओ को निलंबित करने की घोषणा की।
उन्होंने बताया कि कलेक्टरों की अनुमति से सूरजपुर में 11 करोड़ 36,34730 रूपए, मुंगेली में 94,75915, बस्तर में 20 करोड़ 47,48480, बीजापुर 53,64759 कोंडागांव में 3 करोड़ 14,44798 रूपए की खरीदी हुई। नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत ने कहा कि पद नहीं उन अफसरों के नाम बताएं। मंत्री अग्रवाल ने बताया कि तत्कालीन डीईओ विनोद कुमार राय, एल्मा, प्रमोद ठाकुर, राजेश मिश्रा हैं।
नेता प्रतिपक्ष क्या 5 साल में हुए भ्रष्टाचार का समर्थन कर रहे - अजय
इस चर्चा मेंं अजय चंद्राकर ने कहा कि उस दौरान (कांग्रेस शासन) डीईओ अधिकारी नहीं मंत्रिमंडल के लोग डीईओ बन बैठे थे। इस पर डॉ.महंत ने कहा कि आपको बहुमत बीते पांच वर्ष के गड्ढे खोदने के लिए नहीं मिला है। नई सरकार चलाने के लिए है। कौशिक ने कहा कि सरकार कहां चली ,भर्राशाही चली है।अग्रवाल ने कहा हम नहीं खोद रहे हैं, सदस्य पूछ रहे हैं तो जवाब दे रहे हैं। महंत ने कहा कि आप भी 15 साल सरकार में रहे हैं उसकी भर्राशाही की चर्चा करते हैं। अजय चंद्राकर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष क्या 5 साल में हुए भ्रष्टाचार का समर्थन कर रहे हैं।