रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 फरवरी। दिल्ली सेंट्रल जेल में बंदी हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया(गुप्ता) की पिटाई के मामले में सहायक अधीक्षक सेवक राम सोनकर को निलंबित कर दिया है। पिछले पखवाड़े 24 जनवरी को इसका वीडियो वायरल होने पर सबसे पहले छत्तीसगढ़ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
जेल अधीक्षक व डीआइजी एसएस तिग्गा ने बताया कि जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया का पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद मामले की जांच की गई जांच में सोनकर को दोषी पाकर उसे निलंबित कर जेल मुख्यालय में अटैच किया दिया गया है।
गौरतलब है कि हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया ने सहायक अधीक्षक सेवकराम सोनकर पर 50 हजार रुपए देने से मना कर करने पर पिटाई करने का आरोप लगाया था। मारपीट में आए चोटों को दिखाते हुए उसने जेल की चारदीवारी के भीतर ही मोबाइल से वीडियो बनाकर प्रहरी पर पेशी निरस्त कराने और लंबे समय से उसे परेशान करने का आरोप भी लगाया था।
हिस्ट्रीशीटर ने जिस जगह पर वीडियो बनवाया है, वह जेल परिसर के अंदर बने बाथरूम के पीछे का बताया गया है हालांकि जेल प्रशासन ने इससे इंकार कर कोर्ट पेशी के दौरान कोर्ट परिसर स्थित बंदी गृह में वीडियों बनाने की आशंका जाहिर की है । इसका वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन ने पहले मुकेश बनिया को रायपुर से दुर्ग जेल में शिफ्ट किया था।
मुकेश बनिया ने जारी वीडियो में यह भी बताया था कि ईडी ने कई रसूखदार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है, उन्हीं के मोबाइल से उसने वीडियो बनाया है।
सोनकर की मूलत:अंबिकापुर जेल में पदस्थापना थी। उसे कांग्रेस शासन काल में दिसंबर -23 को रायपुर लाया गया था। इस पोस्टिंग के लिखित आदेश को लेकर भी संशय है। केवल मौखिक आदेश पर भेजा गया था । उसे ईडी मामले के बंदियों की सेवा सुश्रुषा की जिम्मेदारी दी गई थी। जेल महकमे में बदलाव के बाद सभी ईडी मामलों के इन बंदियों की वीआईपी सुविधाएं खत्म कर सभी को सामान्य बैरकों में भेज दिया गया है ।