रायपुर
आरपीएफ-जीआरपी ने मुंह बंद किया, दानिश ही करेगा खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 फरवरी। सारनाथ एक्सप्रेस की घटना को लेकर आरपीएफ अफसर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। टीम के एसआई को आला अफसरों ने सामने आने से मना कर दिया है। रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी साकेत रंजन का भी अधिकृत बयान अपने फोर्स के बचाव करने जैसा दिया है । रायपुर पुलिस ने भी, रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी के अधिकृत बयान को ही जारी किया है। सभी ने इसे एक्सीडेंटल बताया है । वहीं पुलिस ने इसके फोरेंसिक जांच के आदेश दे दिए हैं।
दूसरी ओर इन शस्त्रों के जानकार पुलिस अफसरों का कहना है कि इस घटना से कोई भी ऑटोमैटिक राइफल लोड करने के बाद ही लॉक की जाती है। यदि राइफल लॉक था तो गोली कैसे चली?और लॉक नहीं किया था तो लॉक न करना घोर लापरवाही की श्रेणी में आता है। सिपाही और यात्री दोनो के पेट में ही गोली क्यों लगी ? क्या दोनों के बीच किसी विवाद के बाद वाली घटना है या इत्तेफाक। और ट्रेनों में चेकिंग के नाम पर आरपीएफ और जीआरपी के जवानों का दुव्र्यवहार किसी से छिपा नहीं है। आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं ।
घटना के कारणों का खुलासा मो. दानिश के होश में आने पर ही हो सकेगा। दानिश के पेट में गोली लगी। पुलिस ने दानिश के परिजनों को सूचना दे दी है। उसके पिता इश्तिया आलम के साथ में ही भिलाई जाने के लिए सफर कर रहे थे। वे दोनों नौरोजा बार मध्यप्रदेश का निवासी है।