रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 13 फरवरी। फिर एक बार जिला प्रशासन सन्देह के दायरे में जिले के इतिहास में कुनकुनी आदिवासी जमीन घोटाला एक ऐसा कालाअध्याय है। जिसमें आदिवासियों को ठगी का शिकार बनाकर अवैध तरीके से जमीनछीन ली गई और उस पर वेदांता जैसीकंपनी बिठा दी गई। इस कंपनी ने पहले आदिवासियों की जमीन छीन कर उन्हें घर से बेदखल कर दिया अब यही कंपनी अपना विस्तार कर लोगों की सांस छिनने की तैयारी में है। मेसर्स वेदांता वाशरी एंडलॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम की यह कंपनी कुनकुनी में अपना 10 गुना विस्तार करने जा रही है, जिसकी जनसुनवाई जिला प्रशासन ने 23 फरवरी मुकर्रर की है।
वेदांता के प्रदूषण के कारण वर्तमान में लोगों का जीना मुहाल है ऐसे में इस प्रदूषण वाले क्षेत्र में इसी उद्योग के विस्तार के लिए जिला प्रशासन लगा हुआ है। जिस तरह कुनकुनी घोटाला अधिकारियों के संरक्षण में हुआ कुछ इसी तरह इस बार भी जिला प्रशासन के अधिकारी संदेश के दायरे में हैं। वेदांता का विस्तार कुनकुनी के लोग नहीं चाहते, लेकिन प्रशासन प्रदूषण के सारे मापदंडों को दरकिनार कर इस प्लांट के विस्तार में अपनी मुहर लग चुका है। जनसुनवाई तो महज औपचारिकता भर है। ऐसे में प्रदूषण के कारण गंभीर बीमारियों और समस्याओं से जूझ रहे लोग प्लांट के विस्तार से किस तरह जी पाएंगे यह एक सवाल है।