रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 फरवरी। कलेक्टर जनदर्शन में जिले के तमनार थाने क्षेत्र से एक पीडि़ता अपनी बेटी के साथ पहुंची जहाँ पति के देहांत के बाद पुत्र द्वारा मेरे घर में कब्जा कर मेरी बेटी को गुमराह किया गया, जो बाद में माफी मांग कर मेरे साथ रहने बाद में मुझे और मेरी बेटी को 2 अगस्त 2022 घर से निकाल दिया हम दोनों माँ बेटी दर-दर भटक रहे हैं।
महिला ने बताया कि उसने इस मामले की शिकायत तमनार थाने में लिखित में आवेदन किया था, जिसके छाया प्रति आवेदन के साथ संलग्न है। मेरी तमनार थाने में भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। गांव में मितानिन का नौकरी करती हूं गांव जाने से मुझे पुत्र प्रमोद राठिया सरेआम गाली गलौज करता है, जिसके वजह से 2 साल से हम दर्द झेल रहे और भटक रहे हैं।
नौकरी भी नहीं कर पा रही हूं। बेटी की पढ़ाई लिखाई 2 साल से अब तक नहीं हो पाया है। पुत्र द्वारा मेरे घर को कब्जा कर मेरी बेटी का स्कूल का सारा अंक सूची और मेरी बेटी का कपड़ा को जला दिया गया। जिसके कारण सब अज्ञात है साथ ही उसने मेरे घर में रखा हुआ एक्टिवा, स्कूटी, साड़ी, बर्तन, सिलाई मशीन, फ्रिज, कूलर, दोनों पंखा, तीन सोने चांदी के आभूषण, लगभग एक लाख रूपए, दोनों टीवी एवं एंटीना आदि को बेच दिया है। कृपया सूची अनुसार मेरे सामानों को दिलवा दिया जाए। मेरे पुत्र प्रमोद राठीया द्वारा पति को देहांत के बाद उन्होंने कब्जा कर हमें बेदखल किया गया जिसका मुख्य कारण मेरा घर है।
जिसका अनुमानित बिक्री मूल्य 2.50 करोड़ है मेरे पुत्र का साथ मेरे गांव वालों द्वारा दिया जा रहा है, जिसके साथ मेरे रिश्तेदार भी शामिल है अत: हमारी स्थिति को ध्यान में रखते हुए घर को कोई मुझे दिलाया जाए, जिससे मैं मितानिन का काम कर सकूं। बेटी को पढ़ाकर उसका भविष्य बना सकूं।