सारंगढ़-बिलाईगढ़

बिना तिरपाल ढके ट्रक सारंगढ़ क्षेत्र के सडक़ों पर गिरा रही है फ्लाईऐश
02-Mar-2024 1:49 PM
बिना तिरपाल ढके ट्रक सारंगढ़ क्षेत्र के सडक़ों पर गिरा रही है फ्लाईऐश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 2 मार्च।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले से गुजर रही फ्लाई ऐश की ट्रक के द्वारा सडक़ों पर मटेरियल गिराने से सारंगढ़ अंचल की सडक़ों पर सफेद धूल का गुबार दिख रहा है। बढ़ते तापमान के बीच सडक़ों पर बिछी हुई सफेद चादर सी फ्लाइऐश के ट्रकों में सावधानी पूर्वक  तिरपाल भी नहीं ढका गया है। वहीं लिक्विड टाइप फ्लाइऐश का ट्रकों में भरकर ले जाया जा रहा है, किन्तु सडक़ पर गिरकर जब ये लिक्विड फ्लाई ऐश जब सुखकर पाउडर का रूप धारण कर रही है, तब क्षेत्रवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस फ्लाई ऐश से सारंगढ़ अंचल के विशेषकर दुपहिया वाहन धारी काफी परेशान है। आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस प्रशासन किसी भी प्रकार से इस गतिविधि पर रोक लगाने का भी प्रयास नहीं कर रहा है।

जानकारी के अनुसार सारंगढ़ के रायगढ़ रोड में सीमा टिमरलगा से प्रारंभ हो रही है। यही से सारंगढ़ अंचल की सडक़ों पर जगह-जगह फ्लाई ऐश गिरा हुआ है। यह फ्लाई ऐश टिमरलगा से नेशनल हाईवे होते हुए हरदी दानसरा सालर कनकबीरा सरायपाली होते  रायपुर से अभनपुर जा रही है। नेशनल हाईवे  के इस रोड़ पर जगह-जगह पर फ्लाइएश का डंप देखने को मिल भी  जायेगा। अभनपुर के पास भारतमाला परियोजना के तहत सडक़ का निर्माण हो रहा है तथा इसके लिये व्यापक मात्रा में फ्लाई एश की आवश्यकता है। यह फ्लाई ऐश रायगढ़ जिले के पुसौर में स्थित एनटीपीसी लारा से निकल रहा है तथा प्रतिदिन लगभग 100 से अधिक हाईवा या ट्रेलर से फ्लाई एश का परिवहन किया जा रहा है। 

इस संबंध में बताया जा रहा है एनजीटी और पर्यावरण विभाग के द्वारा जारी निर्देश में यह बात साफ है कि फ्लाई ऐश का परिवहन में बंदबाड़ी वाले वाहनों का प्रयोग करना है तथा यह पूरी तरह से ढका हुआ होना चाहिये। किन्तु सारंगढ़ होकर जा रही फ्लाईएश की गाडिय़ो खुलेआम फ्लाईएश का परिवहन किया जा रहा है। यही नहीं खुली गाडिय़ों में परिवहन कर रहे फ्लाईऐश से पूरा रोड फ्लाईऐश से पटा पड़ा है। 

एनजीटी के नियम धरे के धरे रह गये?
संयंत्र से निकलने वाले फ्लाई ऐश के परिवहन एवं भंडारण के लिए विभिन्न नियम एनजीटी द्वारा बनाए गए हैं। रायगढ़ में स्थानीय प्रशासनिक स्तर पर भी कई नियम इसके लिए बनाए गए हैं, परंतु कारखाना प्रबंधन द्वारा इन नियमों को दरकिनार करते हुए फ्लाई ऐश का परिवहन धड़ल्ले से किया जा रहा है। एनटीपीसी लारा संयंत्र द्वारा निकलने वाले फ्लाई ऐश का परिवहन भारतमाला परियोजना में किया जाना बताकर सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में ही यहां-वहां डालकर प्रदूषण फैलाया जा रहा है। फ्लाई ऐश के कारण स्थानीय और क्षेत्रीय लोगों का रहना तक दूभर हो जाता है। नियमानुसार फ्लाई ऐश का परिवहन हमेशा बंद गाडिय़ों में करने का प्रावधान है। परंतु संयंत्र द्वारा डाला बाड़ी या ओपन गाडिय़ों को फ्लाई ऐश के परिवहन के लिए दे दिया जाता है।

जानकारी के अनुसार फ्लाईएश लेकर दौड़ रही इन वाहनों के परमिट का ही जांच करने से कई कमियों की जानकारी मिल जायेगी। पहला एनटीपीसी लारा से निकलने वाली वाहनों को सारंगढ़ से सरायपाली होकर राजधानी रायपुर होते हुए अभनपुर जाना है किन्तु वह इस रूट से ना जाकर सारंगढ़-सरसींवा-भटगांव-कसडोल-बलौदाबाजार होकर रायपुर जा रहा है तथा उसके बाद अभनपुर में मिल रहा है। वही इसको बंद बाड़ी वाली गाड़ी में से परिवहन करना है या खुली बाड़ी वाली वाहनों मे परिवहन करना है तो इसके लिये तिरपाल ढंक कर परिवहन करना है। किन्तु वास्तव मे ऐसा नहीं है गाडिय़ा खुले में बिना तिरपाल ढके फ्लाईएश का परिवहन कर रही है।

राहगीरों ने बताया कि सारंगढ़ के टिमरगला से फ्लाई ऐश का गिराकर प्रदूषित करने का जो मनमानी प्रारंभ होती है वह सारंगढ़ के दानसरा, सालर कनकबीरा  रोड मे सबसे ज्यादा दिख रही है।  इस पर जल्द ही रोक नहीं लगाया गया तो आने वाले समय में सारंगढ़ में फ्लाईऐश के समस्याओं को लेकर जन आंदोलन हो सकता है।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news