सारंगढ़-बिलाईगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 5 मार्च। जिले के शाप्राशा बुटीपारा में मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया। छग सरकार द्वारा विद्यार्थियों की सुरक्षा को ले यह अतिहितकारी योजना है। सक्रिय व ऊर्जावान प्रधान पाठक प्रियंका गोस्वामी ने विद्यार्थियों को बताया कि सुरक्षित शनिवार का अर्थ यह है कि प्रत्येक शनिवार को पढ़ाई के अंतिम घंटा चेतना सत्र में बच्चे विविध गति विधियों के माध्यम से आपदा जोखिम न्यूनीकरण के उपाय सीख रहे हैं।
शनिवार को प्रियंका गोस्वामी ने तूफानी चक्रवात से बचने के उपायों को विद्यार्थियों को बताया कि आंधी, तूफान का कोई केंद्र नहीं होता है हल्की फुल्की बूंदा बांदी,बिजली की चमक और गडग़ड़ाहट,के साथ चलने वाली गर्म तेज हवाओं को आँधी कहते हैं, जबकि चक्रवाती तूफान तेज हवा और बारिश के साथ गोल घूमता हुआ काफी बड़े इलाके में फैला होता है, समुद्र के आसपास तो यह सौ से हजार किलोमीटर तक फैला होता है । चक्रवाती तूफान के समय घर के खिडक़ी दरवाजे बंद कर लेने चाहिए । रेडियो, टीवी. अखबार में सरकार द्वारा प्रकाशित खबर पर भरोसा करना चाहिए,किसी भी प्रकार के अफवाहों से बचना चाहिए, एस्बेस्टस व टीन की बनी चादरों को एक दो तरफ ढाल की अपेक्षा चारों तरफ ढाल रखें इसे यू आकार के नटबोल्ट में कस कर रखना चाहिए।
जब भी ऐसी स्थिति हो,बिजली और टेलीफोन खम्भों के नीचे नहीं खड़े होना चाहिए। चक्रवात शक्तिशाली होते हैं।
इसका अंदेशा होने पर मजबूत इमारत में आश्रय लेना चाहिए। घर पर रहें, मोबाइल फोन, बैटरी, लालटेन, खाद्यसामग्री, आवश्यक कागज, दस्तावेज सभी सुरक्षित रखें, जब मौसम पूरी तरह ठीक हो तभी घर से बाहर निकलें। इस अवसर पर सभी विद्यार्थी एवं रेखा यादव उपस्थित रहे। संकुल समन्वयक ज्योतिप्रकाश खेस्स ने बधाईयाँ प्रेषित की हैं।