कोण्डागांव

देव परिक्रमा में होना है शामिल तो धोती-कुर्ता पहनना अनिवार्य
12-Mar-2024 10:48 PM
देव परिक्रमा में होना है शामिल तो धोती-कुर्ता पहनना अनिवार्य

मेला समिति की बैठक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोंडागांव, 12 मार्च। जिला मुख्यालय कोण्डागांव में प्रतिवर्ष फाल्गुन माह में होली से पहले वाले मंगलवार को वार्षिक मेला उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यह मेला उत्सव 19 मार्च से प्रारंभ होने जा रहा है। मेला से पहले मेला आयोजन समिति कोण्डागांव का स्थानीय शीतला माता मंदिर माता गुड़ी में बैठक आयोजन किया गया। यहां पारंपरिक मेला को भव्यता का स्वरूप देने के लिए कई निर्णय लिए गए। यहां मुख्य रूप से निर्णय लिया गया कि, मेला में देव परिक्रमा में शामिल होने के लिए जनप्रतिनिधि, अधिकारी व सभी को धोती कुर्ता पहनना अनिवार्य होगा।

 मेला समिति के अनुसार मान्यता है कि 500 से भी अधिक वर्षों से कोण्डागांव में मेला का आयोजन किया जाता रहा है। मेला का शुभारंभ सोमवार की रात्रि निशा जात्रा के साथ शुरू होती है,  वहीं मंगलवार को पूजा अनुष्ठान के बाद देवी देवताओं का मेला परिक्रमा होता है। इस मेल परिक्रमा में कोण्डागांव के 22 पाली के देवी देवता शामिल होते हैं। इस वर्ष 19 मार्च से कोण्डागांव में पारंपरिक मेला आयोजन होगा। मेला आयोजन में परंपरिकता को संरक्षित व मेला को भव्य रूप देने के उद्देश्य से कई निर्णय लिए गए।

मेला समिति के अनुसार, मुख्य रूप से मेला समिति ने निर्णय लिया है कि देव परिक्रमा में शामिल होने के लिए पारंपरिक पोशाक जैसे धोती कुर्ता पहनना अनिवार्य होगा। इसके बाद ही देव परिक्रमा में शामिल हो सकते हैं। वहीं मेला में शामिल होने वाले देवी सेवक, गायता, पुजारी को पुजारी वेशभूषा में ही पहुंचना होगा, ताकि उनका आदर सत्कार हो सके।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news