रायपुर
छत्तीसगढ़-विजन 2047 में 25 वर्षों के रोडमेप पर चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर 16 मार्च। आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी ने छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा आयोजित ’’छत्तीसगढ़ - विजन 2047’’ पर कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रदूषण के लिये केवल औद्योगिक गतिविधियों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता बल्कि वाहनों से निकलने वाला धूऑ भी इसके लिये जिम्मेदार है। सिवेज वाटर भी हमारी प्राकृतिक जल स्त्रोतों को बूरी तरह प्रदूषित कर रहा है। हमें योजनाबद्ध तरीके से इस प्रकार के प्रदूषण पर रोक लगाने की आवश्यकता है, जिससे कि हम विकसित भारत विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार कर सकें। कार्यक्रम में श्री राहूल भगत, सचिव मान. मुख्यमंत्री एवं सुशासन व अभिशरण विभाग ने कहा कि हमें आने वाली पीढिय़ों का ध्यान रखना है, और यह प्रयास करना है कि हमारे बच्चें स्वस्थ रहें और मुस्कुराते रहें। श्रीमती आर. शंगीता, सचिव, आवास एवं पर्यावरण विभाग एवं अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ पर्यावरण विभाग ने ’’छत्तीसगढ़ - विजन 2047’’ पर प्रस्तुतीकरण दिया। अपने प्रस्तुतीकरण में श्रीमती शंगीता ने छत्तीसगढ़ में स्थापित विभिन्न प्रकार के उद्योगों की संख्या व उत्पादन की जानकारी दी।
मण्डल के सदस्य सचिव, पी. अरूण प्रसाद ने विषय की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में श्री तंबोली अय्याज फकीरभाई, आयुक्त, छ.ग. गृह निर्माण मण्डल भी उपस्थित थे। इस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के इंटीग्रेटेड स्टील एवं स्पंज आयरन प्लांट, कोल वॉशरी, ताप विद्युत संयंत्र, कोल माईंस, आयरन ओर माईंस, बड़े हॉस्पिटल, स्पंज आयरन एसोसिएशन, रोलिंग मिल एसोसिएशन, मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन, माईनर मिनरल एसोसिएशन, संयुक्त अपशिष्ट अपवहन सुविधा के राज्य प्रमुख शामिल हुए।कार्यक्रम में चौधरी ने मिशन लाईफ़ के अंतर्गत लाइफ शपथ दिलाई।