रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 मार्च। डॉ. अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के मरचुरी में 4 वर्ष से रखे चार लाशों जो कंकाल होचुके थे कि पहचान हो गई है। । लाशें पूरी तरह सड़ चुकी थीं और सिर्फ अवशेष ही बचे हैं।
इन कंकालों को पीपीई किट में लपेटकर रखा गया था।। बताया जा रहा है 4 साल तक कोई परिजन लाश को लेने नहीं आया जिसके कारण यह लाशें अब कंकाल में तब्दील हो गई है। ऐसे मामलों में एक निश्चत समय तक अस्पताल प्रबंधन द्वारा परिजनों का इंतजार करती है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने इन 4 लाशों का 4 वर्षों तक अंतिम संस्कार नहीं किया है। बताया जा रहा है कि कोरोना की पहली लहर के दौरान यह मौतें हुई थी। इस दौरान शव को पीपीई किट में लपेटकर रख दिया गया था। इनमे लाशों की आज पहचान हो गई है। इनमें एक दुकलहीन बाई, दूसरी जबार सिंह 62 और पंकज कुमार 31 शामिल है। इनमें से दो शव निजी अस्पताल से शिफ्ट किए गए थे।
4 साल तक उनके परिजन लेने नहीं आए और सिस्टम की लापरवाही से यह लाशें अब कंकाल में तब्दील हो चुकी हैं। लावारिश मानकर जिला प्रशासन आज उनका अंतिम संस्कार करने जा रहा था, लेकिन खबर सार्वजनिक होते ही परिजनों की तलाश के लिए रोकना पड़ा।