दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 2 अप्रैल। ग्राम रसमड़ा के ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा इसमें उन्होंने रामजानकी मंदिर रसमड़ा के स्वामित्व की भूमि का विक्रय किए जाने की शिकायत करते हुए इस पर रोक लगाने मांग की मांग की है साथ ही ग्रामीणों ने बिक्रीशुदा भूमि के नामांतरण को पुन: मंदिर के नाम दर्ज किए जाने निर्देशित करने गुहार लगाई है।
ज्ञापन सौंपने वाले ग्रामीणों दुष्यंत निर्मलकर, भागवत साहू, उपसरपंच नंदू साहू, नंदकुमार निर्मलकर आदि ने सौंपे गए ज्ञापन में बताया है कि रामजानकी मंदिर ग्राम रसमड़ा के नाम पर कृषि भूमि दर्ज है। महन्त अपने रिश्तेदारों से मिलकर उक्त भूमि की बिक्री कर रहा है, वहीं ग्रामीणों ने यह भी कहा है कि उक्त भूमि के बिक्री के पूर्व किसी भी प्रकार से कलेक्टर, दुर्ग से अनुमति नहीं ली गई है। राजस्व मंडल एवं आयुक्त ने इसी महन्त द्वारा बिक्री की गई ग्राम नगपुरा की भूमि पर हुए नामांतरण को निरस्त किया गया है। इस प्रकार महन्त धर्मेन्द्र दास कुछ लोगों को साथ लेकर बिक्री कर रहे है। शिकायत कर्ता ग्रामीणों ने इसमें क्षेत्र के नायब तहसीलदार व पटवारी की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाया सौंपे गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने इस संबंध में जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई किये जाने की भी मांग कलेक्टर के समक्ष रखी है।