दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 2 अप्रैल। 2024 नगर पालिक निगम आयुक्त लोकेश चन्द्राकर निगम स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली व अमला के साथ तालाबों के निरीक्षण करने पंहुचे। नगर निगम क्षेत्र के तालाबों को संवारने का काम किया जा रहा है।
इसी के तहत पोलसाय पारा तालाब की साफ सफाई के निर्देश अधिकारी को दिए। सोमवार को निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने पोलसायपारा तालाब एवं क्षेत्र सहित स्टेशन रोड का निरीक्षण कर जायजा लिया।
उल्लेखनीय है कि आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने दुर्ग निगम क्षेत्र अंतर्गत आने वाले तालाबों को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करने के निर्देश स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली को दिए हैं। आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने वार्ड क्रमांक 27 पोलसायपारा तालाब परिसर पहुंचे।वहां उन्होंने तालाब के आसपास के पूरे परिसर की सघन सफाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।उन्होंने कहा तालाब परिसर के आस पास विशेष सफाई कर पौधे लगाए ताकि पौधे बड़े होकर छांव प्रदान करे।
उन्होंने प्रतिदिन शहर क्षेत्र के सभी तालाबों के आसपास के पूरे परिसर की सघन सफाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा तालाबो की साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखें ताकि घूमने आने वालों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। लोग यहां घूमने के लिए आ सकें। सफाई को लेकर लोगों से फीडबैक भी लिए। आयुक्त ने तालाब के निरीक्षण के दौरान घूमने आए हुए लोगों से भी सफाई को लेकर चर्चा की और फीडबैक लिया। लोगों से उन्होंने पूछा कि क्या यहां नियमित रूप से सफाई की जाती है। वहीं लोगों की शिकायत पर उन्होंने अधिकारियों को व्यवस्था दुरुस्त कराने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि सडक़ किनारे विद्युत पोल सहित चौक चौराहों से अवैध बैनर,पोस्टर निकलवाये साथ ही आयुक्त ने कहा कि नालियों की गैंग लगाकर सफाई कराई जाए। दुकानदार द्वारा गंदगी फैलाने वालों से जुर्माना की कार्रवाही भी किया जाये। आयुक्त ने कहा कि सडक़ किनारे वार्डो के भीतर सरकारी सडक़ पर भवन निर्माण सामग्री या मलबा सडक़ पर डाला तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा बल्कि सामग्री को जब्त कर जुर्माना लगाया जाएगा।भवन निर्माण सामग्री डालकर सडक़ को घेरने वाले स्थानों को चिन्हित करने का काम भी कर्मचारियों को सौंपा गया। किसी का घर टूट रहा हो या फिर नए निर्माण हो रहे हो तो मलबे और भवन निर्माण सामग्री को सडक़ पर डाल दिया जाता है। आमतौर पर यह नजारा शहर की हर गली और सडक़ पर मिल जाती है। सडक़ को अपनी प्रापर्टी समझने वालों के लिए निगम अब सख्ती से कार्रवाई करेंगी। निगम ने साफ हिदायत दी कि सडक़ पर मलबा या भवन निर्माण सामग्री मिले तो शुल्क वसूला जाए।निरीक्षण के दौरान राजू सिंह स्वास्थ्य विभाग अमल भी मौजूद थे।