दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 3 अप्रैल। किसानों ने ओलावृष्टि एवं बेमौसम बारिश के बाद फसल क्षति सर्वे को लेकर सवाल उठाया है, उनकी माने तो किसानों को पता भी नहीं चला एवं प्रभावितों की सूची बनकर तैयार हो गई। किसानों की ओर से अब सर्वे सूची को पंचायत में टांगकर दावा आपत्ति करने का समय देने की मांग उठने लगी है।
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन एवं किसान बंथु द्वारा धमधा ब्लाक के खैरझिटी गांव में किसान बईठका आयोजित किया गया इसमें क्षेत्र के अनेक गांवों से किसान शामिल हुए इन किसानों ने कहा कि बेमौसम बारिश,आंधी एवं ओलावृष्टि के कारण चना, गेहूं, मसूर एवं उद्यानिकी फसलों को भारी क्षति पहुंची है। उन्होंने प्रशासन द्वारा किये गये सर्वे पर सवाल खड़े करते कहा कि प्रभावित किसानों को पता भी नहीं चला कि कब सर्वे हुआ और सूची बनकर तैयार भी हो गया किसानों ने यह भी मांग किया है कि सर्वे सूची को पंचायत में चस्पा कर दावा आपत्ति करने के लिए समय दी जाय ताकि एक भी प्रभावित किसान राहत राशि से वंचित न रहे।
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के अधिवक्ता राजकुमार गुप्त ने किसानों को बीमा योजना की जानकारी देते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण फसल को हुई। क्षति की जानकारी 72 घंटे में बीमा कंपनी को देने का प्रावधान है इसकी जानकारी नहीं होने के कारण अधिकांश प्रभावित किसानों ने समय पर सूचना नहीं दी है, जिससे फसल को क्षति के बावजूद बहुत से किसान बीमा लाभ से वंचित रह जायेंगे। उन्होंने कहा शासन प्रशासन को दखल देकर प्रभावित किसानों को बीमा लाभ पहुंचाने का दायित्व निभाना चाहिये।
बईठका में कृषि उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य सी 2 लागत मूल्य पर 50 प्रतिशत लाभ जोडक़र निर्धारित करने और इसकी कानूनी गारंटी देने, कृषक उन्नति योजना में सभी किसानों को शामिल करके सभी को प्रति एकड़ 19257 रुपए की आदान राशि 5 साल तक समान रूप से प्रदान करने की बात भी किसानों ने रखी साथ ही कृषि एवं किसानों से संबंधित अनेक मुद्दों पर भी चर्चा की गई बइठका में खैरझिटी के अलावा हिरेतरा, परसकोल, पगबंधी, बिरेभाट, पेंड्रावन, डोडक़ी, रूहा, कोनका आदि गांवों के किसान शामिल थे इन किसानों का छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के उत्तम चंद्राकर, बाबूलाल साहू, बद्री प्रसाद पारकर परमानंद यादव, मनोज मिश्रा ने मार्गदर्शन किया अध्यक्षता किसान बंथु के टेक सिंह चंदेल ने की।