रायपुर
रायपुर, 5 अप्रैल। महानदी नदी बेसिन के स्थिति मूल्यांकन और प्रबंधन योजना के लिए एनआईटी में एक केंद्र का आधिकारिक शुरूआत हुई। प्रोफेसर विनोद तारे, संस्थापक प्रमुख सीगंगा और प्रोफेसर आईआईटी कानपुर डॉ. एनवी रमना राव निदेशक, एनआईटी रायपुर और डॉ. के उमामहेश्वर राव, निदेशक, एनआईटी राउरकेला ने संयुक्त रूप से फीता काटा। इस दौरान एनआईटी राउरकेला के निदेशक ऑनलाइन रूप में मौजूद रहे 7 प्रो. समीर बाजपेयी एनआईटी रायपुर में केंद्र प्रमुख हैं और प्रो. किशनजीत कुमार कटुवा, केंद्र प्रमुख एनआईटी राउरकेला हैं। एनआईटी राउरकेला की टीम के सदस्यों के साथ-साथ (सी महानदी) एनआईटी रायपुर की आयोजन टीम में डॉ. अजय अहिरवार, डॉ. इश्तियाक अहमद, डॉ. मणिकांत वर्मा, डॉ. विकास कुमार विद्यार्थी और डॉक्टर चंदन कुमार सिंह शामिल रहे।
एनआईटी रायपुर और राउरकेला संयुक्त रूप से केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के लिए महानदी नदी बेसिन पर 3 साल का अध्ययन करेंगे।