रायपुर
![दवाओं की कमी से मलेरिया डायरिया से मौतें, मंत्री का इंकार बोले-6 विभाग नियंत्रण पर काम कर रहे दवाओं की कमी से मलेरिया डायरिया से मौतें, मंत्री का इंकार बोले-6 विभाग नियंत्रण पर काम कर रहे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721990575oti_lal_sahu_copy.jpg)
विधानसभा में पक्ष विपक्ष ने घेरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 जुलाई। प्रदेश में मलेरिया डायरिया संक्रमण और मौतों का मामले उठे।
भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ध्यानाकर्षण सूचना में प्रदेश के कई जिलों में मलेरिया और डायरिया के प्रकोप पर चिंता जताई। स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया कि सभी जिलों में लगातार जांच की जा रही है।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री की जानकारी को भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने सही नहीं बताते हुए व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही? जायसवाल ने विधायक को मौत पर राजनीति नहीं करने की बात कहते हुए कहा कि साय सरकार व्यवस्था को बेहतर कर रही है, जिससे मौत में कमी आई है।इसके पहले विधानसभा में मंत्री ने बताया कि बस्तर संभाग में मलेरिया नियंत्रण में है। वहीं दो बच्चों की मौत का कारण देर से अस्पताल लाया जाना है।इसके साथ ही मच्छरदानी का वितरण लगातार किया जा रहा है।दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता बनी हुई है। साहू ने कहा कि पिछली सरकार ने भुगतान नहीं किया इसलिए दवाओं की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। मंत्री ने स्पष्ट किया कि कहीं भी पेमेंट नहीं होने की वजह से दवाओं की आपूर्ति नहीं रोकी गई है। दवाओं और जांच किट की पर्याप्त आपूर्ति की गई है।विभाग की टीम बस्तर में नाव से दूरस्थ गांवों तक पहुंचकर जांच कर रही है, कहीं भी कोई कमी नहीं है, पिछली सरकार से अधिक जांच की गई है। भाजपा के धर्मजीत सिंह ने सुझाव दिया है जिले के उच्च अधिकारियों से लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों को निर्देशित किया जाए। मलेरिया पी?ितों की जानकारी सही समय पर स्वास्थ्य विभाग तक पहुंच जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 6 विभागों में समन्वय के जरिए काम कर रहे हैं। कांग्रेस के अटल श्रीवास्तव ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में दो लोगों की मृत्यु मलेरिया से हुई है।मैंने मंत्री से आग्रह किया था कि बेलगहना के आस-पास कैंप लगवा दिया जाए, लेकिन अभी तक कैंप नहीं लग पाया है अंदरुनी इलाकों में जो जरूरी तैयारियां वो पूरी हुई चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रभावित इलाके में टीम गई थी।कोटा के आस-पास 385 मरीज भर्ती थे, लेकिन मलेरिया से किसी की मृत्यु नहीं हुई है। कांग्रेस के राघवेंद्र सिंह ने कहा मेरे विधानसभा क्षेत्र में डेंगू-मलेरिया के मरीजों की संख्या ब?ी। कुछ लोगों की मृत्यु भी हुई है. अस्पतालों में व्यवस्था पर्याप्त रूप से की जाए। स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि जांजगीर जिले में किसी की मृत्यु डायरिया से नहीं हुई है. व्यवस्थाओं में जो कमी उसे दूर कर लिया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि क्या यह भी सही नहीं है कि मलेरिया-डायरिया से मौत हो रही है उस पर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान ले मुख्य सचिव से लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को नोटिस दिया है ? स्वास्थ्य मंत्री ने कहा हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया यह सही है. और हम कोर्ट के निर्देशों का पालन कर रहे हैं।महंत ने कहा कि 12 करो? की दवाई को एक्सपायरी बताकर फेंक दिए हैं।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 12 करो? की नहीं 87 लाख की दवाइयाँ एक्सपायरी हुई है. मच्छरदानी हमने नहीं खरीदी है, भारत सरकार ने जो भेजी है उसका वितरण किया है।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसग? में मलेरिया और डायरिया भयावह है। यही वजह है कि हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है।रतनपुर इलाके में एक बैड पर तीन-तीन मरीजों को रखा गया।सभी जिलों में स्थिति खराब है स्वास्थ्य मंत्री फिर भी इंकार कर रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा मलेरिया से 15 लोगों की मौत हुई है. लेकिन डायरिया से मृत्यु किसी की नहीं हुई है. मैं मानता हूँ कि अभी कोविद जैसी स्थिति डायरिया के लिए व्यवस्था नहीं हो सकती है। मंत्री के जवाब को खारिज करते हुए विपक्ष ने बहिर्गमन किया।
भूपेश के लिए उदारता पर चंद्राकर को आपत्ति
भाजपा के अजय चंद्राकर ने कहा कि एक ध्यानाकर्षण में कितने सवाल किए जा सकते थे ? और क्या अकेले भूपेश बघेल ही सवाल करते रहेंगे, इस पर व्यवस्था दी जाए. अजय चंद्राकर इस दौरान कहा कि अध्यक्षजी आप भूपेश बघेल के लिए कुछ ज्यादा ही उदार नजर आ रहे हैं। इस उदारता का क्या कारण है ? इस मुद्दे पर कांग्रेस के वॉक आउट पर चंद्राकर ने चुटकी ली कि कहा सवाल हमारा, जवाब हमारा, चिंता हमारी पर बहिर्गमन विपक्ष का।