रायपुर

नशे से बिखरे परिवार सुखद जीवन बिताने लगे, नशा छोडऩे के बाद दुकानों में काम कर रहे
18-Aug-2024 6:34 PM
नशे से बिखरे परिवार सुखद जीवन बिताने लगे, नशा छोडऩे के बाद दुकानों में काम कर रहे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 18 अगस्त। शहर पुलिस के निजात अभियान के प्रचार प्रसार एवं काउंसलिंग से प्रभावित होकर लोग नशे की लत से मुक्त हुए हैं। जिले में पुलिस द्वारा इनके पुनर्वास में भी हर संभव मदद की जा रही है। ऐसे व्यक्ति दूसरे लोगों के लिए भी उदाहरण बन रहे हैं।

थाना उरला द्वारा निजात अभियान के तहत नशे से ग्रसित कुल सात लोगो की कॉउंसलिंग डॉक्टर आलोक शर्मा (साईकोलॉजिस्ट) ने किया था।  इनमें से एक ललित साहू पिता जगदीश साहू उम्र 37 वर्ष निवासी सरोरा ने बताया कि   वह चाह कर भी नशा छोड़ नहीं पा रहा था। ऐसे में निजात अभियान के दौरान नशे के दुष्परिणाम के बारे में बताकर उसकी लगातार कॉउंसलिंग कराई गई जिससे नशे को पूरी तरह छोडक़र टाटा मोटर्स में मैकेनिक का कार्य कर रहा है। एक नाबालिग रोहित (परिवर्तित नाम) ने बताया कि वह पहले वह नशे में चाकू लेकर घूमता था, जिसको उसके पिता के साथ बुलाकर समझाइश पर  उसने चाकू को थाने में जमा कर दिया।

थाना सिविल लाइन  निगरानी गुंडा बदमाश करण रेड्डी जो शराब के नशे में आम लोगो से मारपीट करता था और जो पुलिस की सतत निगरानी में था। नशे की लत से छुड़ाने के लिए लगातार कॉउंसलिंग डाक्टर और सामाजिक कार्यकर्ता की सहायता से करण रेड्डी शराब के नशे को छोडक़र बस स्टैंड भाठागांव में काम कर अपना जीवन यापन कर रहा है। रेड्डी की सतत चेकिंग एवं निगरानी दिसंबर 2017 को गुंडा फाइल खोला गया था, निजात अभियान के तहत कॉउंसलिंग के फलस्वरूप उसने नशा को पूरी तरह छोड़ दिया है तथा उसके व्यव्हार में काफी सकारात्मक परिवर्तन आया है।

राजा तालाब निवासी सुधीर कुमार इलियाजर  50 वर्ष शराब में मदहोश पड़ा रहता था। अभियान के तहत डॉक्टर सामाजिक कार्यकर्ताओ की सहायता से कॉउंसलिंग प्रदान की गयी। अभियान के माध्यम से नशे को छोडऩे के लिए सक्रिय रूप से काम किया और नि:शुल्क दवाइयों का उपयोग किया। अपने परिवार के साथ खुशहाली से जीवन यापन करना शुरू किया है।

मंदिर हसौद निवासी अनिल कुमार (परिवर्तित नाम) जो नशे का आदि था नशा करके परिवार के साथ लड़ाई झगड़ा करता था निजात अभियान के तहत इसकी लगातार कॉउंसलिंग की गयी। जिसके फलस्वरूप अब इसने नशे को छोडक़र अपने पिता जी के साथ दुकान में काम करके बेहतर जीवन व्यतीत कर रहा है।

थाना सरस्वती नगर के मोती नगर निवासी प्रमोद मोगराज जो विगत दो वर्ष से शराब का नशा कर रहा था और परिवार में समस्याएं बढ़ रही थी। थाना प्रभारी, डॉक्टर और सामाजिक कार्यकर्ताओ की  कॉउंसलिंग केन बाद नशा छोड़  अपनी पत्नी के साथ खुशहाल जि़न्दगी व्यतीत कर रहा है।कबीर नगर के वाल्मीकि नगर निवासी कमलेश देवांगन विगत एक वर्ष से गांजा का नशा कर रहा था। कमलेश के भाई ने बताया कि थाना प्रभारी द्वारा निरंतर कॉउंसलिंग के फलस्वरूप उसके भाई ने नशा करना कम कर दिया है तथा मेहनत करके अपना जीवन यापन कर रहा है। इसी इलाके के करीम (परिवर्तित नाम) विगत तीन माह से गांजा का नशा कर रहा था।  कॉउंसलिंग और स्वास्थ परीक्षण के बाद उसने नश छोड़? रायपुरा में कार श्रृंगार की दुकान में काम कर अपने परिवार के संग खुशहाली से जीवन यापन कर रहा है।

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