धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 27 सितंबर। जिले में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण प्राप्त बच्चे अपने एवं अन्य स्कूलों में जाकर बच्चों को प्रशिक्षित देंगे, साथ ही पालकों को भी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 12 अप्रैल से 26 सितम्बर तक विकासखंड नगरी एवं मगरलोड के शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं का कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राएं एवं शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। इसमें से अब तक विकासखंड धमतरी के 15 स्कूलों, विकासखंड कुरूद के 26 स्कूलों, विकासखंड नगरी के 40 एवं विकासखंड मगरलोड के 30 स्कूलों, इस तरह जिले के कुल 111 स्कूलों में मानसिक स्वास्थ्य का प्रशिक्षण दिया जा गया है।
प्रशिक्षण में मानसिक स्वास्थ्य हमारे रोजमर्रा के अनुभव का हिस्सा है, शारीरिक स्वास्थ्य की तरह, हम सभी के पास मानसिक स्वास्थ्य है, अच्छा मानसिक स्वास्थ्य हमारे जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है, अपनी भावनाओं को कैसे नियंत्रित और अभिव्यक्त करते है, जिससे हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है इत्यादि की जानकारी दी गई। साथ ही बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओ को समझना जैसे:- बुलइंग, हिंसा, आर्थिक परेशानी, शैक्षाणिक समस्याए, नशीले पदार्थ का उपयोग, परिवार का साथ छूट जाना, शारीरिक बिमारी इत्यादि के बारे में भी बताया गया।
कलेक्टर नम्रता गांधी के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, भारतीय रेडक्रास सोसायटी एवं यूनिसेफ के सहयोग से स्कूल के शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर आयोजित कार्यशाला में मास्टर प्रशिक्षक के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए किशोरों में होने वाले मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं एवं उपाय के बारे में विभिन्न खेल व एक्टिविटीज जैसे सांप-सीढ़ी का खेल, भावना चक्र, भावनात्मक पाबंदी, आत्मजागरूकता की कहानी इत्यादि गतिविधियां कराए गए।