रायपुर
![किसानों का रेल रोको आंदोलन किसानों का रेल रोको आंदोलन](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1613647638-11.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। नए कृषि कानून के विरोध में किसानों ने आज दिल्ली समेत देशभर में रेल रोको आंदोलन चलाया। इसी क्रम में रायपुर आसपास के दर्जनों किसानों ने आज दोपहर आरंग रेलवे स्टेशन के पास रेल रोको आंदोलन किया। पुलिस ने इस दौरान उन्हें बेरीकेड्स लगाकर उन्हें आगे बढऩे से रोक लिया। इसके बाद वे सभी रेलवे स्टेशन पास सडक़ पर बैठे धरना-प्रदर्शन करते रहे।
नए कृषि कानून के विरोध एवं सभी फसलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के मांग को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर लाखों किसान आंदोलनरत हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशभर में आज रेल रोको आंदोलन किया गया। इसी के तहत रायपुर जिले में आरंग रेलवे स्टेशन के पास छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के बैनर पर किसानों ने रेल रोको आंदोलन किया।
किसान नेताओं का आरोप लगाते हुए कहना है कि भाजपा और उनके अधीन मीडिया घरानों द्वारा लगातार यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि कृषि कानून किसान हितैषी है और इसका विरोध केवल हरियाणा व पंजाब के कुछ किसान संगठन कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि इस कॉरपोरेट परस्त कानून के खिलाफ आज देशव्यापी आंदोलन का स्वरूप ले लिया है। यह केवल किसानों का ही नहीं, बल्कि आम जनता का आंदोलन बन चुका है। इस आंदोलन में छत्तीसगढ़ के किसान शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य पारसनाथ साहू द्वारिका साहू, रूपन चंद्राकर, गौतम बंदोपाध्याय की उपस्थिति में हाल ही में कोर कमेटी की एक बैठक में आंदोलन का निर्णय लिया गया था।