रायपुर
![महिला अत्याचार के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन महिला अत्याचार के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1613738069aypan-rajypal.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 फरवरी। प्रदेश में महिलाओं-युवतियों के साथ अत्याचार-रेप और अपहरण के प्रकरणों को लेकर भाजपा के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रकोष्ठ ने राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में महिलाओं पर अत्याचार को रोकने के लिए ठोस कार्रवाई का आग्रह किया गया है।
ज्ञापन में कहा गया कि राज्यपाल कुशल नेतृत्व और तीक्ष्ण दृष्टि के बावजूद छत्तीसगढ़ सरकार में दो वर्ष के कार्यकाल में बेटियों के साथ अत्याचार, बर्बरता, सामुहिक दुष्कर्म व अपहरण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बेटियों की सुरक्षा खतरे में है, छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जमीनी स्तर पर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
प्रकोष्ठ ने कहा है कि हाल ही में बस्तर, कवर्धा, जशपुर, कोरबा व अन्य जिलों में बेटियां बर्बरता और सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई है। सरकार की उदासीनता से अपराधियों के हौसले बुलंद हुए हैं, स्त्री-पुरूष के लिंगानुपात पर कोई जरूरी कदम नहीं उठाए गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सरकार में बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य सुरक्षा और सम्मान के लिए अनेको योजनाएं बनाई गई थी, और उसका क्रियान्वयन भी किया गया था। इन दो वर्षों में कांग्रेस के कार्यकाल में कोई भी योजनाएं धरातल पर क्रियान्वित नहीं हो रहा है, बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ समिति बेटियों की असुरक्षा, सामुहिक दुष्कर्म और अत्याचार की घटनाओं को लेकर इसका तीव्र विरोध प्रकट करती है। ज्ञापन देने वालों में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रकोष्ठ के संयोजक अंजय शुक्ला सहित अन्य पदाधिकारी थे।