रायपुर
![सूरजपुर शक्कर कारखाने में मोलासीस बिक्री में भ्रष्टाचार का आरोप सूरजपुर शक्कर कारखाने में मोलासीस बिक्री में भ्रष्टाचार का आरोप](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1615982698611842327G_LOGO-001.jpg)
रामविचार ने राज्यसभा में उठाया मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मार्च। सूरजपुर के महामाया शक्कर कारखाने में मोलासीस बिक्री में गड़बड़ी का मामला बुधवार को राज्यसभा में उठा। राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम ने आरोप लगाया कि बिना टेंडर के अपने पसंदीदा फर्म को कम दर पर बेच दी गई। नेताम ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
नेताम ने बताया कि मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित केरता जिला सुरजपुर में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। सदन में श्री नेताम ने कहा कि मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित केरता में व्यापक भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसके कारण किसानों को भारी आर्थिक क्षति हो रही है, और कारखाने को भी चपत लगाया जा रहा है।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दूसरे शक्कर कारखाने में मोलासीस को 65 सौ प्रति टन से लेकर 7 हजार प्रति टन के दर से विक्रय किया गया जबकि मां महामाया शक्कर कारखाने में बिना निविदा आमंत्रित किए 55 सौ की दर से भ्रष्टाचार कर अपने चहेते फर्म को मोलासीस बेच दिया गया है। केंद्र सरकार के द्वारा 33 किलो की दर से शक्कर बेचने का दर तय किया गया है जिसमें बगैर निविदा के भ्रष्टाचार कर 31 किलो में शक्कर बेच दिया गया है।
उन्होंने कहा कि बिना वैकेंसी के सैकड़ों नियुक्तियां की गई है, और उसमे से ज्यादातर कर्मचारी फैक्टरी में कार्यरत नहीं है और उनका वेतन उनके खाते में जमा किया जा रहा है। गन्ना परिवहन के निविदा में भी व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है जिसकी जांच कर दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही किया जाना चाहिए।