रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 मार्च। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मंत्री पुत्र पर जशपुर जिले के गुतकिया (मनोरा) गांव स्थित एक पहाड़ी कोरवा परिवार की करीब 25 एकड़ जमीन को छलपूर्वक हड़पने का आरोप लगाया है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि रजिस्ट्री निरस्त कर यह जमीन पीडि़त आदिवासी परिवार को वापिस दिलाई जाए और खरीददार-दलाल व अन्य दोषी पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि जमीन वापिस न मिलने पर भाजपा सडक़ पर उतरकर आंदोलन करेगी और उन्हें न्याय दिलाने हाईकोर्ट तक जाएगी।
भाजपा अध्यक्ष श्री साय ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि गुतकिया (मनोरा) गांव में डामररोड से लगकर एक पहाड़ी कोरवा परिवार मखलू व चार अन्य के नाम से 24.88 एकड़ जमीन थी। 22 जनवरी 2021 को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत के पुत्र आशीष भगत ने पटवारी-दलाल के साथ मिलकर इस जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करा ली। आदिवासी परिवार ने इसकी शिकायत कलेक्टर-एसपी से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीडि़त परिवार ने पूर्वमंत्री गणेशराम भगत से मिलकर फिर न्याय की गुहार लगाई।
उन्होंने बताया कि पहाड़ी कोरवा की जमीन हड़पने की रायगढ़ सांसद श्रीमती गोमती साय की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय समिति गठित कर जांच करायी। जांच समिति में भाजपा नेता देवजीभाई पटेल, गणेशराम भगत, कमलभान सिंह भी शामिल रहे। समिति की जांच में पता चला कि आदिवासी की जमीन का सौदा कर सवा 11 लाख में किया गया है और 6 चेक से साढ़े 10 लाख रुपये का भुगतान किया गया है। सभी चेक फिलहाल पीडि़तों के पास ही है।
श्री साय ने बताया कि पहाड़ी कोरवा परिवार के सभी सदस्यों मखलू, मगरू, लालसाय, अमरसाय व बेवा रखनी की समिति के सदस्यों से चर्चा हुई। चर्चा में इस परिवार ने समिति के सदस्यों को अपनी पीड़ा बताई। इसके बाद आदिवासी परिवार को न्याय दिलाने यहां राज्यपाल तक गुहार लगाई गई। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन से शिकायत हुई है, पर कार्रवाई नहीं हो रही है, जबकि यह आपराधिक षडय़ंत्र है। भाजपा इस पर कोई राजनीति न करते हुए आगे सडक़ की लड़ाई लड़ते हुए हाईकोर्ट तक जाकर उन्हें न्याय दिलाने का प्रयास करेगी।
प्रदेश अध्यक्ष श्री साय के अलावा रायगढ़ सांसद श्रीमती साय, भाजपा नेता देवजीभाई पटेल व जशपुर राजपरिवार की बहू संयुक्ता सिंह जूदेव ने भी मीडिया से चर्चा में पहाड़ी कोरवा आदिवासी परिवार की जमीन बिक्री के बारे में बताया। इस दौरान पहाड़ी कोरवा परिवार के तीन सदस्य यहां तीर-कमान के साथ मौजूद रहे।