महासमुन्द
557 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 मई। कोरोना संक्रमण काल की दूसरी लहर कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा अप्रैल महीने के 30 दिन में सामने आए मरीज और मौतों की संख्या के आधार पर लगाया जा सकता है। अप्रैल महीने के 30 दिनों में महासमुंद जिले में 84 लोगों की मौत हो चुकी है और 12 हजार से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित भी हुए हैं। जबकि पिछले साल कोरोना की शुरुआती दौर से लेकर 31 मई तक जिले में 12455 संक्रमित मिले और इनमें से 160 मरीजों की मौत हुई थी।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों पर नजर डालें तो अप्रैल महीने के 30 दिनों में 12051 मरीजों की पहचान हुई है। मतलब रोजाना औसत 402 मरीज सामने आए हैं। कोरोना से मौतों की बात करें तो जिले में पिछले साल शुरुआती 306 दिन में 160 मौतें हुई थी। मतलब हर दो दिन में औसतन 1 की मौत हो रही थी। इस साल अप्रैल महीने के 30 दिनों में 84 लोगों की मौत हो चुकी है।
पिछले महीने अप्रैल में कोरोना मरीजों की संख्या मिलने के साथ ही ठीक होने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। इस महीने 8655 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। महासमुंद में 12 महीनों में 18 हजार 179 लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।
वर्तमान में महासमुंद जिले में केवल 4105 एक्टिव केस हैं। कल शुक्रवार अप्रैल महीने के अंतिम दिन 557 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान जिले में हुई है। वहीं 518 मरीज स्वस्थ हुए हैं और तीन की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार महासमुंद ब्लॉक में एक बार फिर से सर्वाधिक 177 मरीजों की पहचान हुई है। इसी तरह बागबाहरा ब्लॉक में 65, पिथौरा में 124, बसना में 70 और सरायपाली में 121 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। शुक्रवार को जिले में कुल 1912 सैंपल की जांच की गई।