गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 24 मई। जिले में हफ्तेभर पहले हुई बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। इस बारिश ने फिंगेश्वर विकासखंड के बहेरापाल में धान फसल को 95 फीसदी तक पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। इसके अलावा दर्जन भर से अधिक गांवों की फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। शनिवार को जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू ने अफसरों के साथ बहेरापाल पहुंचकर किसानों के साथ गांव में भ्रमण कर प्रभावित खेतों में जाकर जायजा लिया। शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम दर को शिथिल कर शत-प्रतिशत मुआवजा दिलाने आग्रह किया है।
राजस्व निरीक्षक वर्मा के साथ श्री साहू एवं ग्रामवासियों के उपस्थिति में सभी खेतों में जाकर निरीक्षण कर 90 पीसदी फसल क्षति होने की बात कही और सभी ग्रामवासी के साथ पंचनामा तैयार किया। शासन के गाइडलाइन के अनुसार मुआवजा प्रक्रन बनाकर उच्च अधिकारियों को अविलंब प्रेषित करने की बात कही।
उन्होंने बताया कि किसानों ने मेहनत से ग्रीष्मकालीन धान की फसल को बड़ा किया परंतु अंधड़ बेमौसम बारिस और ओलावृष्टि से खेतो और खलियानों में तैयार हो चुके फसलें जमीन में बिछ गई है उसके दाने नीचे गिरकर फिर से जरई उगने लगे है। किसानों ने जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू के पास अपनी दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि इस रबी की फसल में उन्होंने खूब मेहनत किया था उपज भी अच्छी हुई। लेकिन मौसम की मार से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है वर्तमान समय में कृषि दवाई, खाद, उर्वरक एवं कृषि काम में आने वाले मशीनी औजारों की किराया में लगातार बढ़ोतरी हो रही है जिससे लागत मूल्य तेजी से बढ़ी है। परंतु आमदनी ना के बराबर है इससे किसानों को दोहरी तिहरी मार पड़ रही है।
किसान रामकुमार साहू, जीतराम साहू, महेंद्र साहू, बोधन साहू आदि किसानों ने बताया कि खरीफ फसल के लिए इसे काटना बहुत जरूरी है। कटाई में ही एक बड़ी राशि खत्म हो जाती है। क्या करें मुनाफा तो कुछ हो नहीं रहा है फिर से सेठ साहूकारों से कर्ज लेकर खेत को खरीफ फसल के लिए तैयार करेंगे, यह एस्ट्रा नुकसान हैं जो किसानों को चुकाना पड़ेगा।
श्री साहू ने किसानों से रूबरू होकर सरकार से मांग की कि मुआवजा के साथ ही बैंकों से किसानों द्वारा लिए गए कृषि ऋण माफ किया जाए।