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रायपुर, 21 नवंबर। दूरदर्शन केंद्र रायपुर द्वारा साहित्य पत्रिका कार्यक्रम के अन्तर्गत विषय, कविता में देश प्रेम की भावना के स्वर, पर परिचर्चा 22 नवंबर ं को प्रसारित होगी। इस परिचर्चा में युवा रचनाकार चम्पेश्वर गोस्वामी, वरिष्ठ साहित्यकार दीनदयाल साहू तथा प्रभात मिश्र शामिल रहेंगे। इस कार्यक्रम में अंचल के आजादी के समय अपना योगदान देने वाले सेनानियों का कविता में स्थान तथा आजादी के बाद स्वतंत्रता सेनानियों को अपनी कविता में स्थान देने वाले साहित्यकारों को रेखांकित किया जाएगा।
बलौदाबाजार कलेक्टर को पत्र
रायपुर, 20 नवम्बर। बलौदाबाजार जिले में कुछ परिवारों का सामाजिक बहिष्कार हुआ है जिससे उक्त परिवार के सदस्य परेशान हो गए हैं, किसी भी व्यक्ति का सामाजिक बहिष्कार अनुचित और अमानवीय है. अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने जिलाधीश को पत्र लिखकर इस मामले में कार्यवाही की मांग की है, तथा सरकार से सामाजिक बहिष्कार के सम्बंध में सक्षम कानून बनाने के माँग की गई है.
डॉ मिश्र ने बताया कि सामाजिक बहिष्कार कर हुक्का पानी बन्द करने का एक और बड़ा मामला सामने आया है जिसमें ग्राम भरसेला पोस्ट छेरकापुर थाना बलौदाबाजार के छबि साहू एवं उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया.
जानकारी मिली है कि उक्त परिवार को 2017 में अपने ही रिश्तेदार की मृत्यु होने पर मुंडन न कराने पर पहले समाज से बहिष्कृत कर दिया गया तथा उन का हुक्का पानी बंद कर अनेक पाबंदियां लगा दी गयी हैं. जिससे उनसे कोई बात भी नही करता व उन्हें रोजी मजदूरी से भी वंचित कर दिया गया है.
बहिष्कृत परिवार के सदस्यों ने बताया कि बहिष्कार वापसी के लिए उनसे, एक बार सामूहिक भोज, फिर दुबारा 30 हजार रुपये जुर्माना भी लिया गया, फिर अभी अक्टूबर में उन्हें फिर प्रताड़ित किया गया और हुक्का पांव बंद कर उनके यहाँ खेती आने वाले मजदूरों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया उक्त परिवार कमजोर आर्थिक परिस्थिति के हैं और बार-बार इस प्रकार की प्रताड़ना होने से गांव में अपमानित और असुरक्षित महसूस कर रहा है, देश का संविधान हर व्यक्ति को समानता का अधिकार देता है.
सामाजिक बहिष्कार करना, हुक्का पानी बन्द करना एक सामाजिक अपराध है तथा यह किसी भी व्यक्ति के संवैधानिक एवम मानवाधिकारों का हनन है ,प्रशासन को इस मामले पर कार्यवाही कर पीड़ितों को न्याय दिलाने की आवश्यकता है साथ ही सरकार को सामाजिक बहिष्कार के सम्बंध में एक सक्षम कानून बनाना चाहिए.ताकि किसी भी निर्दोष को ऐसी प्रताड़ना से गुजरना न पड़े.
किसी भी व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक रूप से प्रताड़ना देना, उस का समाज से बहिष्कार करना अनैतिक एवम गम्भीर अपराध है. डॉ. मिश्र ने कलेक्टर को पत्र लिख कर इस मामले में त्वरित कार्यवाही करनेकी माँग की हैं, वही शासन से अपेक्षा है सामाजिक बहिष्कार के खिलाफ सक्षम कानून बनाने की पहल करें ताकि प्रदेश के हजारों बहिष्कृत परिवारों को न केवल न्याय मिल सके बल्कि वे समाज में सम्मानजनक ढंग से रह सकें.
रायपुर, 20 नवम्बर। भाजपा के महंगाई को लेकर चक्का जाम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा के पेट्रोल-डीजल के महंगाई को लेकर चक्काजाम को चोरी और सीनाजोरी बताते हुये कहा कि पेट्रोल-डीजल में बेतहाशा टैक्स बढ़ाकर महंगा मोदी सरकार ने किया और भाजपा किस मुंह से राज्य सरकार से वैट घटाने की मांग कर रही है। भाजपा नेताओं में नैतिकता है तो उन्हें मोदी सरकार से पेट्रोल-डीजल में एक्साइज ड्यूटी यूपीए सरकार के दौरान की लागू करने की मांग करनी चाहिए। मोदी भाजपा की सरकार में पेट्रोल-डीजल ही नहीं बल्कि रसोई गैस, खाद्य तेल, खाद्य सामग्री,सहित अति आवश्यक वस्तुओं के दाम में दोगुनी-तीन गुनी वृद्धि हुई है।
दवाई, जूता-चप्पल, कपड़ा, ट्रांसपोर्टिंग, रेल, माल ढुलाई, भाड़ा, यात्री किराया, ऑयल, ग्रीस, ऑटो पार्ट्स, टायर, ट्यूब, बैटरी, बिजली के सामान, स्टेशनरी, कॉपी, पुस्तक सहित अति आवश्यक वस्तुओं के दाम में दोगुनी-तीन गुनी वृद्धि हुई है। आम जनता का जीना बेहाल हो गया है। मोदी की महंगाई की मार गरीब आदमी के रसोई और थाली पर पड़ा है, दो जून की रोटी महंगी हो गई। महंगाई के चलते आम लोगों के ऊपर कर्ज भार बढ़ गया है और बचत शून्य हो गया, महंगाई मोदी प्रायोजित है, मोदी के संरक्षण में मोदी के मित्रों ने आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी, कालाबाजारी शुरू कर दी। मोदी सरकार की मुनाफाखोरी की नियत एवं हम दो हमारे दो की नीतियां जिम्मेदार है। मोदी सरकार ने पेट्रोल में एक्ससाइज ड्यूटी 9.48 रु. से बढ़ाकर 33 रु. एवं डीजल में 3.56 रु. से बढ़ाकर 32 रु. एवं 5 रु. सेस लगाकर जनता के ऊपर महंगाई की कुठाराघात की। अब पेट्रोल में 33 रु. बढ़ाकर 5 रु. घटाना एवं डीजल पर 32 रु. एवं 5 रु. सेस लगाकर 10 रु. घटाना न्याय संगत नही है। मध्यप्रदेश में पेट्रोल पर 33 प्रतिशत, तेलंगाना में 35.20 प्रतिशत, उड़ीसा में 32 प्रतिशत, मणीपुर में 36.50 प्रतिशत, मेघालय 31 प्रतिशत, दिल्ली में 30 प्रतिशत, कनार्टक 35 प्रतिशत, असम में 32.68 प्रतिशत, केरल में 30.8 प्रतिशत वेट लगता था तब सबकी अपेक्षा छत्तीसगढ़ राज्य सिर्फ 25 प्रतिशत वैट ही लग रहा था। आज भी 15 राज्यों में छत्तीसगढ़ में वेट दर कम है।
साय, बृजमोहन सहित कई नेता गिरफ्तार, रिहा भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 नवम्बर। पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने की मांग को लेकर शनिवार को भाजपा ने चक्काजाम किया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय की अगुवाई में रैली निकली, जिसमें पार्टी नेता शामिल हुए। बाद में इन सभी को गिरफ्तार किया गया, और फिर निशर्त रिहा भी कर दिया गया।
न सिर्फ रायपुर बल्कि बिलासपुर में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। रायपुर में एकात्म परिसर से रैली निकली। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष श्री साय के अलावा सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, शहर जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी, पूर्व अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, संजय श्रीवास्तव, पार्षद, और अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।
भाजपा नेताओं का कहना है कि कई राज्यों ने वैट कम कर दिए हैं। जिसके कारण पेट्रोल-डीजल की कीमत कम हुई है। केन्द्र सरकार पहले ही राहत दे चुकी है। मगर छत्तीसगढ़ सरकार अब तक कोई कदम नहीं उठा रही है। इसके विरोध में रैली निकली, और पार्टी के सभी प्रमुख शामिल हुए। कार्यकर्ताओं ने शास्त्री चौक में चक्काजाम किया। इस दौरान पुलिस के साथ झूमाझटकी हुई, और फिर सभी की गिरफ्तार किया गया, और रिहा भी कर दिया गया। अन्य नेताओं में महामंत्री रमेश ठाकुर, प्रफुल्ल विश्वकर्मा, सुभाष तिवारी, ललित जैसिंघ, पार्षद मृत्युंजय दुबे, मुकेश पंजवानी सहित अन्य प्रमुख नेता शामिल थे।
रायपुर, 20 नवम्बर। स्वाभिमान पार्टी ने कृषि कानूनों की वापसी का स्वागत किया है। 5 जून 2020 को अध्यादेश जारी किए जाने के साथ ही स्वाभिमान पार्टी के लोगों ने देश में सर्वप्रथम कृषि अध्यादेश का विरोध आरंभ किया था। इस संबंध में जून महीने में ही छत्तीसगढ़ सहित देश के अन्य कई राज्यों से प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति के नाम पर ज्ञापन सौंपा गया।
अध्यादेश वापस लेने की मांग की गई थी। किसी प्रकार की सुनवाई ना होने पर विपक्ष के नेताओं को बकायदा पत्र लिखकर और प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को स्वाभिमान पार्टी के नेताओं ने रखना आरंभ किया। धीरे-धीरे बढऩे वाले इस कारवां में अंततोगत्वा जब राज्यसभा में उचित बहस ना करवा कर बिल को जबरन पास करवाया गया तब संपूर्ण देश में राजनीतिक तौर पर एक जागृति हुई।
किसान आंदोलन का उदय गैर राजनीतिक तरीके से हुआ जिसमे स्वाभिमान पार्टी के नेताओं ने विभिन्न प्रकार से संपर्कों का कार्य किया।
। अलग-अलग किसान संगठनों के लोगों को जोडक़र एक समिति बनाकर देश भर में कार्य किया गया। जिसमें यह निश्चित किया गया कि आंदोलन पूरी तरह गैर राजनीतिक ही रहेगा। फल स्वरुप किसान आंदोलन में अपने प्रतिनिधि के रूप में शिवकुमार शर्मा और अभिमन्यु कोहाड के द्वारा आंदोलन को हर प्रकार से समर्थन दिया।
26 जनवरी को विशाल ट्रैक्टर रैली में स्वाभिमान पार्टी के नेता और कार्यकर्ता स्वयं पहुंचकर रैली में शामिल हुए। छत्तीसगढ़ में भी वीरेंद्र पांडेय ने विभिन्न किसान नेताओं को नेतृत्व दिया और लगातार किसानों का आंदोलन चलता रहा। स्वाभिमान पार्टी के नेताओं ने तीनों कृषि बिल वापस लिए जाने पर देश और छत्तीसगढ के सभी किसानों को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं और जानकारी दी है कि फिलहाल आंदोलन समाप्त नहीं होगा।
समर्थन मूल्य पर संसद से कानून बनाए जाने तक आंदोलन चलता रहेगा और कानून बनने के पश्चात ही आंदोलन समाप्त होगा। इस संबंध में देशभर के सभी किसान संगठनों से चर्चा कर आगे की रणनीति तैयार की जा रही है। उक्त आशय की विज्ञप्ति जारी करते हुए स्वाभिमान पार्टी के नेता सतीश कुमार त्रिपाठी ने इसे अपनी वैचारिक और रणनीतिक विजय भी बताया है।
गारंटी कानून बनने तक जारी रहेगा संघर्ष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 नवम्बर। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ किसान सभा द्वारा जगह-जगह ढोल-नगाड़ों के साथ विजय जुलूस निकाले जा रहे हैं। इन जुलूसों और सभाओं में मोदी सरकार की कॉर्पोरेटपरस्त नीतियों को शिकस्त देने के लिए सी-2 लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य की गारंटी देने का कानून बनने तथा बिजली कानून में संशोधन बिल को वापस लेने तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया जा रहा है।
संजय पराते और महासचिव ऋ षि गुप्ता ने बताया कि कोरबा, सूरजपुर, सरगुजा सहित प्रदेश के कई जिलों और कोनों-कस्बों में कानून वापसी की घोषणा की खबर फैलते ही स्वत:स्फूर्त ढंग से किसानों ने रैलियां निकालकर अपनी जीत पर खुशी का इजहार किया। 26 नवम्बर को इस देशव्यापी किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने जा रहे हैं और इस दिन पूरे प्रदेश में जोश-खरोश से प्रतिरोध रैलियां निकालकर इस आंदोलन में 700 से ज्यादा किसान शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी, जिनकी कुर्बानियों से ही इस सरकार को अपने घुटने टेकने पड़े हैं।
किसान सभा नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार की दमनकारी चालों के बावजूद च्किसानों की तपस्याज् ने इस आंदोलन को एक मुकाम तक पहुंचाया है। लेकिन इस सरकार के पास शहीद किसानों के प्रति संवेदना के दो शब्द भी नहीं है। इसी सरकार ने उनकी राह पर कीलें ठोंकी थी, उन पर गोलियां चलाई है, उन्हें कार से कुचलने का किया है और आन्दोलनजीवी और राष्ट्रविरोधी कहकर उनका अपमान किया है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को देश से माफी मांगने का कोई नैतिक हक नहीं है और सबसे पहले उन्हें इन सबके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इन कुकृत्यों को हमेशा याद रखा जाएगा और शांतिपूर्ण और अहिंसात्मक आंदोलन के जरिये इसका जवाब आगे भी दिया। किसान सभा नेताओं ने मांग की है कि केंद्र सरकार तुरंत आन्दोलनकारी संगठनों के साथ वार्ता शुरू करें, ताकि समर्थन मूल्य सहित अन्य मुद्दों को भी किसानों के हितों में सुलझाया जा सके।
रायपुर, 20 नवम्बर। भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभाारी संदीप शर्मा ने कहा है कि प्रदेशभर में धान खऱीदी करने वाली 2058 सहकारी समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल को प्रदेश सरकार क़तई गंभीरता से नहीं ले रही है। इस हड़ताल के चलते इस वर्ष फिर किसानों को अपनी उपज सरकारी समर्थन मूल्य पर बेचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। श्री शर्मा ने चेतावनी दी है कि इस वर्ष प्रदेश सरकार किसानों के साथ षड्यंत्र करने से बाज आए और यह सुनिश्चित करे कि किसान समर्थन मूल्य पर अपना धान बिना किसी परेशानी व प्रताडऩा के बेच सकें।
श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के इस शासनकाल में किसानों को हर बार अपना धान बेचने के लिए बहुत पीड़ा सहनी पड़ी है। किसानों को टोकन देने के बाद भी उनका धान नहीं खऱीदना, बारदाने की कमी बताकर किसानों को तक़लीफ़ देना, निर्धारित मात्रा से कम धान खऱीदने के लिए रकबा कटौती, रकबा समर्पण जैसे षड्यंत्र रचना इस नाकारा प्रदेश सरकार की धान खऱीदी नीति की कुल जमा उपलब्धि है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों से त्रस्त होकर प्रदेश के लगभग 550 किसानों को पिछले तीन साल के कांग्रेस शासनकाल में आत्महत्या के लिए मज़बूर होना पड़ा है। बावज़ूद इसके, प्रदेश सरकार पुरानी गल्तियाँ दुहरा रही है।
श्री शर्माा ने कहा कि सहकारी समितियों के कर्मचारी लंबे समय से हड़ताल पर हैं, जिन पर किसानों के पंजीयन और धान खऱीदी का सारा दारोमदार होता है। प्रदेश सरकार इस आंदोलन को समाप्त करने के लिए कोई समाधानकारी पहल जान-बूझकर नहीं कर रही है। श्री शर्मा ने चेतावनी दी कि प्रदेश सरकार के किसान-विरोधी चरित्र के चलते अगर इस बार किसानों को धान बेचने में जऱा भी कठिनाई हुई तो भाजपा किसाानों को साथ लेकर प्रदेश सरकार की बदनीयती का माक़ूल ज़वाब देगी।
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभारी श्री शर्मा ने कहा कि किसानों का धान खऱीदकर सरकार किसानों पर कोई उपकार नहीं करती है, किसान खून-पसीना एक करके खेतों में फसल लेता है और इसके एवज़ में वह चाहता है कि सरकार की ओर से किए गए वादों के मुताबिक़ उसे कुछ मूलभूत सुविधाएँ मिलें, लेकिन प्रदेश सरकार अपने वादों के ठीक उलट काम कर रही है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार न तो ठीक से धान खऱीदती है, न ही पूरा धान खऱीदती है। प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान खऱीदी की लिमिट हटाने का वादा राहुल गांधी ने किया था, वह लिमिट भी इस सरकार ने अब तक ख़त्म नहीं की। बारदाने के लिए भी किसानों को यह सरकार तंग करती है, बड़ी कंपनियों को तो बारदाने का ज़्यादा पैसा देती है, पर किसानों को उनके बारदाने का कम पैसा देती है। पंजीयन और अपनी उपज का भुगतान पाने के लिए किसान तक़लीफ़ उठा रहा है। श्री शर्मा ने इस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि प्रदेश के पूर्ववर्ती भााजपा शासनकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने धान खऱीदी का जो बढिय़ा सिस्टम बनाया था, कांग्रेस की इस सरकार ने उसे तहस-नहस करके रख दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 नवम्बर। प्राकृतिक चिकित्सा परिषद तथा आरोग्य मंदिर के संयुक्त तत्वाधान में 18 नवम्बर को चौथे राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस का सफल आयोजन मायाराम सुरजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के वीरांगना प्रेक्षागृह में किया गया।
आयोग में मुख्य अतिथि के रूप में रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय विशिष्ट अतिथि, और महापौर एजाज ढेबर तथा योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग के प्रति जागरूक करना तथा उन्हें एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था। इसी संदर्भ में छत्तीसगढ़ प्राकृतिक चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ. आनंद भारतीय ने पंचतत्वों से शरीर को कैसे स्वस्थ रखें इसकी जानकारी दी।
आरोग्य मंदिर के संचालक डॉ. विवेक भारतीय ने प्राकृतिक चिकित्सा के साथ-साथ योग को अपनाने की सलाह दी। कार्यक्रम में उपस्थित शंभूदयाल भारतीय ने भी प्राकृतिक चिकित्सा के संबंध में अपने अनुभवों को साझा किया।
ज्ञानेश शर्मा ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि लोगों को जागरूक करने का यह अच्छा प्रयास है। हम स्कूलों सरकारी संस्थाओं आदि में योग को सम्मिलित करने के लिए प्रयासरत हैं तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विकास उपाध्याय ने आश्वासन दिया कि वे सरकार की तरफ से प्राकृतिक चिकित्सा तथा योग के क्षेत्र को और विस्तृत करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। कार्यक्रम में खमतराई स्कूल के बच्चों तथा आरोग्य मंदिर के महिला मेबंर्स के द्वारा योग का मोहक प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों का सम्मान किया गया तथा उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित प्राकृतिक चिकित्सकों को भी स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। स्कूल के बच्चों तथा प्रेक्षागृह में उपस्थित लोगों को स्वल्पाहार देकर कार्यक्रम का समापन किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 नवम्बर। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके गुरू नानक देव की जयंती के अवसर पर राजधानी के खालसा स्कूल में गुरूद्वारा श्री गुरूसिंघ सभा द्वारा आयोजित प्रकाश पर्व के समारोह में शामिल हुई। उन्होंने गुरूग्रंथ साहेब के समक्ष मत्था टेका और छत्तीसगढ़ प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की। उन्होंने सिक्ख समाज के समस्त श्रद्धालुओं को गुरूनानक जयंती की शुभकामना दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि श्री गुरूनानक देव जी ने विश्वशांति और मानव कल्याण के लिए प्रेम सदभाव और भाईचारे के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी और अपने उपदेशों से ज्ञान का प्रकाश फैलाया। साथ ही समाज को विभिन्न कुरीतियों से मुक्त करने का प्रयास करते हुए नेकी और सदाचार की सीख दी। राज्यपाल ने सिक्ख समाज द्वारा किए गए सेवा कार्य की सराहना की।
राज्यपाल ने कहा कि गुरूनानक देव जी ने कहा है कि परमात्मा कण-कण में और हर जगह मौजूद है। उन्होंने ईश्वर का सदा नाम जपने और जो कुछ भी मिले उसे मिल बांटकर खाने का उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि गुरूनानक देव जी के उपदेशों के साथ अध्यात्म की शिक्षा मिलती है, इसी का प्रभाव है कि सिक्ख समाज दुनिया में अपनी सफलता के कारण जाने जाते है।
गुरूनानक जी के अनुयायी ‘‘नाम जपो, किरत करो और वंड छको’’ के उपदेश पर अमल करते हैं। इसी कारण सिक्ख समाज हमेशा अपने सेवा भाव के कारण जाना जाता है। जब हम गुरूद्वारे जाते हैं तो देखते हैं कि हमारे सिक्ख भाई सेवा कार्य में जुट जाते हैं। इसमें सभी वर्ग के लोग शामिल होते हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन के समय जब बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक और नागरिक अन्य प्रदेशों से लौट रहे थे तो हमारे सिक्ख समाज के बंधुओं ने राजधानी तथा प्रदेश के अन्य स्थानों में स्वयं आगे आकर उनके रहने, खाने और वापस घर लौटने का इंतजाम करा सेवा की। साथ ही देश के अन्य हिस्सों में गुरूद्वारों तथा अन्य माध्यम से जरूरतमंदों के लिए भोजन तथा ऑक्सीजन सिलेंडर भी मुहैया कराया। ऐसे सेवा कार्य करने वाले व्यक्ति एवं संस्थाओं को समाज सम्मान की दृष्टि से देखता है और विशेष स्थान देता है। इस अवसर पर राज्यपाल का शॉल पहनाकर सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री महेन्द्र छाबड़ा सहित बड़ी संख्या में सिक्ख समाज के श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
राज्यपाल ने सिक्ख काउसिंल रायपुर के स्टॉल में पहुंचकर मास्क वितरण किया
राज्यपाल ने इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सिक्ख काउसिंल रायपुर के स्टॉल पर पहुंची जहां मास्क का लंगर लगाया गया था। इस अवसर पर राज्यपाल ने स्वयं मास्क का वितरण किया। राज्यपाल ने कहा कि यह अनूठी पहल है। कोरोना काल में छत्तीसगढ़ सिक्ख काउसिंल द्वारा बगैर उपयोग किए गए पगडिय़ों के मास्क बनाकर वितरण किया गया, यह सराहनीय कार्य है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 नवम्बर। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा केंद्र सरकार के प्रस्तावित तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने की घोषणा स्वागतेय है। उन्होंने कहा की देशभर को ऊहापोह और दुविधाग्रस्त बनाकर भ्रमित करने के षडय़ंत्रों से किसानों को मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार बधाई की पात्र है। भारतीय जनता पार्टी की छत्तीसगढ़ केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत करती है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा और सिख धर्मगुरु गुरु नानकदेव जी जयंती के पावन प्रकाश-पर्व पर तीनों कृषि क़ानूनों को लेकर किसानों के एक वर्ग की असहमति का सम्मान करते हुए जो यह निर्णय लिया गया है, वह भारतीय लोकतंत्र की ‘वादे-वादे जायते तत्वबोध:’ की सर्वोच्च भावना की विनम्र अभिव्यक्ति है और यही लोकतंत्र का सौंदर्य है।
श्री साय ने कहा कि केंद्र सरकार ने इन क़ानूनों से जुड़े तमाम पहलुओं पर देश को समझाने का, उन पर खुली चर्चा करके समाधान करने का और जिन प्रावधानों पर सर्वाधिक आशंका या असहमति थी, उनमें ज़रूरी संशोधन करने की तत्परता दिखाने के सत्यनिष्ठापूर्वक प्रयास किए थे।
श्री साय ने कहा कि किसानों के कल्याण की और अनेक योजनाओं पर काम करके तथा नई योजनाएँ घोषित करके केंद्र सरकार देश के अन्नदाता किसानों की चिंता करती रहेगी और भाजपा इसके लिए प्रतिबद्ध है। श्री साय ने कहा कि किसानों के नाम पर देश को दिग्भ्रमित करने में लगे लोगों को अब किसानों के कल्याण की सच्ची कोशिशों में जुटना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 नवम्बर। मनरेगा के साथ कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग तथा ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं के अभिसरण से उद्यानिकी कार्य भी किए जाएंगे। राज्य मनरेगा आयुक्त मोहम्मद कैसर अब्दुलहक ने इस संबंध में सभी कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर मनरेगा अभिसरण के लिए दिशा-निर्देशों के अनुरूप उद्यानिकी कार्यों को भी शामिल करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य मनरेगा कार्यालय द्वारा जारी परिपत्र में कहा गया है कि मनरेगा के अंतर्गत उद्यानिकी को बढ़ावा देने के लिए केन्द्रीय कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग तथा केन्द्रीय ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं के साथ अभिसरण के निर्देश दिए गए हैं। भारत सरकार के दोनों मंत्रालयों के सचिवों द्वारा संयुक्त गाइडलाइन जारी कर उद्यानिकी के कार्यों को अभिसरण से कराए जाने के लिए निर्देशित किया गया है। उद्यानिकी को बढ़ावा देने अच्छे पौधों की उपलब्धता, तकनीकी विशेषज्ञता तथा प्रशिक्षण सहायता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह संयुक्त गाइडलाइन जारी की गई है।
इसके तहत मनरेगा और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एन.आर.एल.एम.) का कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय बागवानी मिशन (एन.एच.एम.) एवं एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एम.आई.डी.एच) का अभिसरण किया जाएगा।
राज्य मनरेगा आयुक्त ने सभी कलेक्टरों-सह-जिला कार्यक्रम समन्वयकों को मनरेगा के दिशा-निर्देशों एवं प्रावधानों का अनुपालन करते हुए सयुंक्त गाइडलाइन के अनुसार उद्यानिकी के कार्यों को अभिसरण के माध्यम से लेने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अभिसरण के तहत उद्यानिकी वृक्षारोपण को चुनने के लिए एस.आर.एल.एम. (स्ह्लड्डह्लद्ग क्रह्वह्म्ड्डद्य रुद्ब1द्गद्यद्बद्धशशस्र रूद्बह्यह्यद्बशठ्ठ) द्वारा ग्राम पंचायतों में संयुक्त जागरूकता बैठक आयोजित करवाते हुए उन्हें मनरेगा, एम.आई.डी.एच. (रूद्बह्यह्यद्बशठ्ठ द्घशह्म् ढ्ढठ्ठह्लद्गद्दह्म्ड्डह्लद्गस्र ष्ठद्ग1द्गद्यशश्चद्वद्गठ्ठह्ल शद्घ ॥शह्म्ह्लद्बष्ह्वद्यह्लह्वह्म्द्ग) एवं एन.आर.एल.एम. के तहत दिए जाने वाले लाभों की जानकारियों से ग्राम पंचायतों को अवगत कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने को कहा है। उन्होंने अभिसरण इनपुट के अन्य प्रावधानों की भी जानकारी ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
उद्यानिकी को बढ़ावा देने के लिए मनरेगा अभिसरण से सामुदायिक जमीनों पर एवं लाभार्थियों की आजीविका समृद्धि के लिए उनकी निजी भूमि पर योजनांतर्गत अनुमेय कार्य लिए जाएंगे। परिसंपत्तियों के सृजन तथा योजना में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए एन.आर.एल.एम. के अंतर्गत स्वसहायता समूहों की महिलाओं को लेकर गठित क्लस्टर लेवल फेडरेशन (सी.एल.एफ.) को बतौर परियोजना क्रियान्वयन एजेंसी (पी.आई.ए.) बनाया जा सकेगा।
जनसंपर्क विभाग की फोटो प्रदर्शनी
रायपुर, 19 नवंबर। पिता पंडित जवाहरलाल नेहरु के लिए इंदु से लेकर देश के लिए आयरनलेडी इंदिरा गांधी तक का सफर तय करने वाली देश की पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर जनसंपर्क विभाग द्वारा रायपुर के तेलीबांधा स्थित मरीन ड्राइव पर फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से श्रीमती इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व और कृतित्व को दिखाने का प्रयास किया गया। फोटो प्रदर्शनी के दौरान लगातार हर उम्र के लोग प्रदर्शनी को देखने पहुंचते रहे, लेकिन श्रीमती इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व और कृतित्व को जानने के लिए नयी पीढ़ी का रुझान खासतौर से देखने को मिला।
प्रदर्शनी में पहुंचे रमेश यादव, मन्नू शर्मा, अभिषेक सिंह ने कहा कि, उन्होंने कई बार स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी के बारे में सुना और पढ़ा है लेकिन प्रदर्शनी में पहुंचकर उन्हें कई नयी जानकारियां मिली हैं। इन युवाओं ने कहा कि उन्हें अब जाकर पता चल रहा है कि देश की पहली महिला प्रधानमंत्री ने देश को परमाणु शक्ति सम्पन्न बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। अंतरिक्ष कार्यक्रम, बैंकों के राष्ट्रीयकरण की दिशा में नवप्रयोग में महत्वपूर्ण भूमिका रही। वहीं प्रदर्शनी देखने पहुंचे अरविंद कुमार साहू ने भी कहा कि स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधीजी के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में नयी जानकारियां उन्हें यहां मिली हैं। दूसरी ओर रायपुर निवासी आकाश शर्मा अपनी नन्ही बिटिया को लेकर फोटो प्रदर्शनी में पहुंचे थे और बिटिया को श्रीमती गांधी के बारे में बता रहे थे। वहीं मंजीत रात्रे, अजय साहू और व्यास मंगेशकर ने कहा कि फोटो प्रदर्शनी के जरिए पुराने दौर को दिखाने का अनुकरणीय प्रयास किया गया है। इन फोटो और विवरण को देखने से जानकारी मिली कि स्वर्गीय श्रीमतीगांधी ने देश के लिए कितना अमूल्य योगदान दिया है। इधर युवाओं के एक समूह में से चेतना चंद्राकर, सौरभ चंद्राकर और देव दास का कहना था कि बांग्लादेश विभाजन में इंदिरा जी की अहम भूमिका को रोचक अंदाज में यहां पेश किया गया है। साथ ही पता चला कि प्रधानमंत्री रहते इंदिरा ने अंतरिक्ष कार्यक्रम के संचालन की दिशा में अभिनव प्रयास किए थे। इस फोटो प्रदर्शनी में पहुंचने वाले लोगों ने कहा कि समय-समय पर इस तरह की प्रदर्शनी लगती रहनी चाहिए, जिससे कुछ नया जानने-सीखने को मिले। युवाओं ने देश के लिए योगदान देने वाले अन्य महापुरुषों से जुड़ी प्रदर्शनी आयोजित करने की उम्मीद जताई, जिससे युवाओं को महापुरुषों के योगदानों के संबंध में रोचक जानकारी मिल सके।
मोबाइल कैमरे में कैद करते रहे तस्वीरें
भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी के जीवन पर आधारित फोटो प्रदर्शनी को देखने पहुंचे लोग उनके सफरनामे को अपने मोबाइल कैमरे में कैद करते दिखे। इस दौरान आयरनलेडी के व्यक्तित्व और कृतित्व को जानने के लिए दर्शकों का कौतुहल देखते ही बन रहा था। कोई ‘इंदु’ को अपने मोबाइल कैमरे में संजोना चाह रहा था तो किसी को आयरनलेडी श्रीमती गांधी का सेना के बीच उनका हौसला बढ़ाने वाला रूप आकर्षित कर रहा था। कुछ की विशेष रुचि हरित क्रांति और बैंकों के राष्ट्रीयकरण के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए दिखने को मिली।
रायपुर, 19 नवंबर। देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी की जयंती के अवसर पर जनसम्पर्क विभाग द्वारा तेलीबांधा तालाब मरीन ड्राइव में श्रीमती गांधी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित एक दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।
जनसम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित फोटो प्रदर्शनी में श्रीमती गांधी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित अनेक दुर्लभ चित्र प्रस्तुत किए गए हैं। इस फोटो प्रदर्शनी में श्रीमती गांधी के इंदु से इंदिरा बनने तक के जीवन सफर, देश के विकास के लिए उनके महत्वपूर्ण निर्णयों जैसे शांतिपूर्ण परमाणु प्रयोग, हरित क्रांति, पर्यावरण कार्यक्रम, बांग्लादेश के निर्माण में भूमिका, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम, मजबूत अर्थव्यवस्था हेतु बैंकों के राष्ट्रीयकरण के अलावा प्रदर्शनी में चलचित्रों के माध्यम से भी पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती गांधी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की जानकारी दी जा रही है। प्रदर्शनी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां आ रहे हैं।
जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित इस श्रीमती इंदिरा गांधी की सफल फोटो प्रदर्शनी को नागरिकों ने बड़ी दिलचस्पी के साथ देखा। युवाओं ने जनसंपर्क विभाग की फोटो को अपने मोबाइल में कैद भी किया। अनेक युवाओं ने सेल्फी भी ली। प्रदर्शनी में जनसंपर्क विभाग द्वारा 1971 की जंग में भारत की ऐतिहासिक जीत, पाकिस्तान का विभाजन, बंगलादेश में प्रजातंत्र और दुनिया को भारतीय शौर्य का न्याय देने पर आधारित पुस्तिका और विभाग द्वारा विभिन्न विभागों की योजनाओं से संबंधित प्रकाशन सामग्री का वितरण भी किया गया। योजनाओं की जानकारी लेकर युवा प्रोत्साहित हुए और अनेक लोगों ने शासकीय योजनाओं का लाभ लेने के लिए इन प्रकाशनों को बेहद लाभदायी बताया।
राज्यपाल प्रकाश पर्व समारोह में शामिल हुई
रायपुर, 19 नवंबर। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके गुरू नानक देव की जयंती के अवसर पर राजधानी के खालसा स्कूल में गुरूद्वारा श्री गुरूसिंघ सभा द्वारा आयोजित प्रकाश पर्व के समारोह में शामिल हुई। उन्होंने गुरूग्रंथ साहेब के समक्ष मत्था टेका और छत्तीसगढ़ प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की। उन्होंने सिक्ख समाज के समस्त श्रद्धालुओं को गुरूनानक जयंती की शुभकामना दी।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि श्री गुरूनानक देवजी ने विश्वशांति और मानव कल्याण के लिए प्रेम सदभाव और भाईचारे के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी और अपने उपदेशों से ज्ञान का प्रकाश फैलाया। साथ ही समाज को विभिन्न कुरीतियों से मुक्त करने का प्रयास करते हुए नेकी और सदाचार की सीख दी। राज्यपाल ने सिक्ख समाज द्वारा किए गए सेवा कार्य की सराहना की।
राज्यपाल ने कहा कि गुरूनानक देवजी ने कहा है कि परमात्मा कण-कण में और हर जगह मौजूद है। उन्होंने ईश्वर का सदा नाम जपने और जो कुछ भी मिले उसे मिल बांटकर खाने का उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि गुरूनानक देव जी के उपदेशों के साथ अध्यात्म की शिक्षा मिलती है, इसी का प्रभाव है कि सिक्ख समाज दुनिया में अपनी सफलता के कारण जाने जाते है। गुरूनानक जी के अनुयायी ‘‘नाम जपो, किरत करो और वंड छको’’ के उपदेश पर अमल करते हैं। इसी कारण सिक्ख समाज हमेशा अपने सेवा भाव के कारण जाना जाता है। जब हम गुरूद्वारे जाते हैं तो देखते हैं कि हमारे सिक्ख भाई सेवा कार्य में जुट जाते हैं। इसमें सभी वर्ग के लोग शामिल होते हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन के समय जब बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक और नागरिक अन्य प्रदेशों से लौट रहे थे तो हमारे सिक्ख समाज के बंधुओं ने राजधानी तथा प्रदेश के अन्य स्थानों में स्वयं आगे आकर उनके रहने, खाने और वापस घर लौटने का इंतजाम करा सेवा की। साथ ही देश के अन्य हिस्सों में गुरूद्वारों तथा अन्य माध्यम से जरूरतमंदों के लिए भोजन तथा ऑक्सीजन सिलेंडर भी मुहैया कराया। ऐसे सेवा कार्य करने वाले व्यक्ति एवं संस्थाओं को समाज सम्मान की दृष्टि से देखता है और विशेष स्थान देता है। इस अवसर पर राज्यपाल का शॉल पहनाकर सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में विधायक कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेन्द्र छाबड़ा सहित बड़ी संख्या में सिक्ख समाज के श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
राज्यपाल ने इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सिक्ख काउसिंल रायपुर के स्टॉल पर पहुंची जहां मास्क का लंगर लगाया गया था। इस अवसर पर राज्यपाल ने स्वयं मास्क का वितरण किया। राज्यपाल ने कहा कि यह अनूठी पहल है। कोरोना काल में छत्तीसगढ़ सिक्ख काउसिंल द्वारा बगैर उपयोग किए गए पगड़ियों के मास्क बनाकर वितरण किया गया, यह सराहनीय कार्य है।
रायपुर, 19 नवम्बर। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने गुरू नानक जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं और सभी के सुख-समृद्धि की कामना की है।
राज्यपाल ने शुभकामना संदेश में कहा है कि गुरू नानक देव ने सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में प्रमुख योगदान दिया। उन्होंने समाज को आपसी प्रेम और सदभाव बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। राज्यपाल ने कहा कि गुरूनानक देवजी के विचार हमेशा प्रासंगिक रहेंगे। हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलने और उनके संदेशों को जीवन में उतारने की आवश्यकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 नवम्बर। छत्तीसगढ़ में कोरोना से बचाव के लिए अब तक (18 नवम्बर तक) ढाई करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं। कोरोनारोधी टीके की पहली और दूसरी, दोनों खुराकों को मिलाकर प्रदेश भर में कुल दो करोड़ 52 लाख 50 हजार 302 टीके लगाए गए हैं।
प्रदेश के एक करोड़ 67 लाख 50 हजार 713 लोगों को संक्रमण से बचाव के लिए पहला टीका लगाया जा चुका है, जबकि 85 लाख नागरिकों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं। प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक के 92 प्रतिशत और 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 77 प्रतिशत नागरिक पहला टीका लगवा चुके हैं।
इन दोनों आयु वर्गों में पहला टीका लगवा चुके क्रमश: 65 प्रतिशत और 39 प्रतिशत लोगों को दूसरा टीका भी लगाया जा चुका है। राज्य में 45 वर्ष से अधिक के 41 लाख 39 हजार 664 और 18 से 44 आयु वर्ग के 38 लाख 17 हजार 199 लोग कोरोना से बचाव के लिए दोनों टीके लगवा चुके हैं।
रायपुर, 19 नवम्बर। तेलंगाना की सीमा से लगा पामेड़ ईलाका 15 सालों बाद फिर से जगमगा उठा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर यहां नई विद्युत लाईन पहुंचाई गई है। इससे इस ईलाके में जन-जीवन फिर दमक उठा है। शाम ढलते ही अब घर में दुबक जाने वाले ग्रामीण की अब गांव के गलियों और चौहारों में रात तक चहल-पहल बनी रहती है। पामेड़ ईलाके में बिजली पहुंचने यहां के लोगों के मन का भय और जीवन का अंधेरा दूर हो गया। घरों में बच्चें बल्ब की रोशनी में अब देर रात तक पढ़ाई करते दिखते हैं। किसान बिजली मिलने से अब पम्प के जरिए अपने खेतों की प्यास बुझाने और बेहतर खेती करने लगे हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार बीजापुर जिले में मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत 111 गांवों में बिजली पहुंचाने का काम तेजी से किया जा रहा है। 105 गांवों के मजरा-पारा-टोलों तक बिजली पहुंचाने का काम पूरा कर लिया गया, जिसमें पड़ोसी राज्य तेलंगाना की सीमी पर स्थित पामेड़ का ईलाका भी शामिल है। पामेड़ का यह ईलाका 15 सालों बाद फिर से रोशनी से जगमग हुआ है, जिसकी चमक ग्रामीणों के चेहरे पे साफ दिखायी देती है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल की पहल पर बीजापुर जिले में बीते तीन सालों में 98 किलोमीटर 11 केव्ही लाईन, 243 किलोमीटर एलटी लाईन विस्तार सहित 25 केव्ही क्षमता के 103 ट्रांसफार्मर लगाए गए है। मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत अंदरूनी ईलाके के 105 गांवों में बिजली पहुंचाने के साथ ही इन गांवों के 4 हजार 630 निर्धन परिवारों को नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन दिए गए है। इसके अलावा इस योजना के तहत 6 अन्य गांवों में विद्युतीकरण के लिए 5.39 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी गयी है, यह कार्य भी जल्द प्रारंभ हो जाएगा। पहुंच मार्ग वाले गांवों के साथ ही अंदरूनी गांवों में भी व्यवधानों के बावजूद विद्युतीकरण का किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 नवम्बर। कृषि कानून वापस लेने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा इन काले कानूनों को पहले ही वापस ले लेते तो इन कानूनों के विरोध के कारण चलाए जा रहे आंदोलन में सैकड़ों किसानों की जाने नहीं जाती।
उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री की यह घोषणा पूरी ईमानदार होगी इसके पीछे कोई और चाल नही होगी। इन कानूनों को तो संसद में प्रस्तुत करने के पहले जब अध्यादेश के रूप में लागू किया गया था उसी समय वापस ले लेना था। जिस कानून की विसंगतियों और दुष्प्रभाव को समझने में किसानों और देश की जनता को तीन घंटे भी नही लगे उन काले कानूनों के बुरे प्रभावों को समझने में मोदी सरकार को एक साल से भी अधिक समय लग गया।
मरकाम ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि कानून वापस लेने की घोषणा कर नए सिरे से शुरुआत करने की बात कर रहे, लेकिन कृषि कानूनों के विरोध के आंदोलनों में जिन लोगों की जाने गयी है जब तक उनके घावों में मरहम नही लगेगा नए सिरे से शुरुआत कैसे होगी? प्रधान मंत्री मोदी को इन शहीद किसानों आंदोलनकारियों के परिवारों से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए तथा मृतकों को उचित मुआवजा भी दिया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 नवम्बर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को अपने निवास कार्यालय में देश की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
उन्होंने श्रीमती इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करते हुए कहा कि इंदिरा ने अपने कुशल नेतृत्व, दूरदर्शिता, पक्के इरादों और तीक्ष्ण बुद्धिकौशल से भारत को अंतरराष्ट्रीय पटल पर नई ऊंचाईयों तक पहुंचाया। उन्होंने आजीवन गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए प्रयास किया और देश की एकता और अखण्डता की रक्षा के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया। श्रीमती इंदिरा गांधी जी का जन्मदिन कौमी एकता के रूप में मनाया जाता है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कई उपलब्धियां प्राप्त की। जिनमें बांग्लादेश का उदय, भारत का परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनना प्रमुख उपलब्धियां रही। उनके हरितक्रांति कार्यक्रम की सफलता ने देश को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इंदिरा जी देश की पहली और अब तक की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा जी के काम और उनके विचार मूल्य हम सबको देश सेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, विधायक प्रकाश नायक, महापौर एजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेन्द्र छाबड़ा और छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 नवम्बर। विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को विधान सभा परिसर स्थित सेन्ट्रल हॉल में प्रतिष्ठापित पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तैलचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें याद किया। इस अवसर पर अध्यक्ष एवं विधान सभा सचिव दिनेश शर्मा एवं विधान सभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर अपने संदेश में विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि-श्रीमती इंदिरा गांधी ने देश ही नहीं वरन् पूरी दुनिया पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। श्रीमती इंदिरा गांधी को उनके द्वारा लिए गए निर्भीक फैसलों और राजनीतिक दृढ़ता के लिए ’लौह महिला’ भी कहा जाता है।
बैंकों का राष्ट्रीयकरण, देश की एकता एवं अखण्डता तथा ’गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों’ से उन्होंने हमेशा गरीबों, मजदूरों और समाज के सभी वर्गो के विकास के लिए अपना पूरा जीवन अर्पित किया। उन्होंने कहा कि-श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर आज उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि-हम सब उनके बताये मार्ग, और सिद्धांतों का अनुसरण करें।
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रायपुर, 19 नवम्बर। कर्मचारी चयन आयोग द्वारा कांस्टेबल (जी डी) परीक्षा 2021 16 नवंबर से 15 दिसम्बर तक आयोग द्वारा निर्धारित परीक्षा केंद्रों में आयोजित की जाएगी। इसके लिए रायपुर शहर के आई ओ एन डिजिटल जोन सरोना, संत रविदास वार्ड नं 70, श्री डिजिटल स्वागत विहार कामर्शियल कॉपलेक्स, ओल्ड धमतरी रोड डूण्डा और कलिंगा यूनिवर्सिटी कोटनी, नया रायपुर में परीक्षा केन्द्र बनाया गया है।
रायपुर, 19 नवम्बर। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने गुरु नानक देव की जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं।
डॉ महंत ने कहा कि गुरू नानक देव जी सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले गुरू थे। उनका जीवन और शिक्षाएं न केवल धर्म विशेष के लिए बल्कि पूरी मानव जाति को सही दिशा दिखाती है। इसलिए उनके जन्म दिवस को प्रकाश पर्व के नाम से जाना जाता है। गुरू नानक देव जी का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन 1469 ई. में हुआ था। गुरू नानक देव ने मूर्ति पूजा का विरोध करते हुए, एक निराकार ईश्वर की उपासना का संदेश दिया था।
उन्होंने तात्कालिक समाज की बुराईयों और कुरीतियों को दूर करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
डॉ. महंत ने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल जाती है। मान्यता है कि इस दिन स्वर्ग से देवतागण भी आकर गंगा में स्नान करते हैं। इसलिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान जरूर करना चाहिए। कार्तिक पूर्णिमा के दिन हर व्यक्ति को अपनी सामर्थ्य अनुसार दान करना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार, इस दिन फल, अनाज, वस्त्र और गुड़ आदि चीजों का दान किया जा सकता है। शास्त्रों में पूर्णिमा तिथि मां लक्ष्मी को समर्पित मानी जाती है। वास्तव में कार्तिक मास की पूर्णिमा मनुष्य के अंदर छुपी बुराईयों को, नकारात्मकता को, अहंकार, काम, क्रोध, लोभ और मोह को दूर करने में सहायता करती है और जीवन में सकारात्मकता प्रसन्नता और पवित्रता का संचार करती है।
लिखित रूप में या ई-मेल पर दे सकते हैं सुझाव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 नवम्बर। छत्तीसगढ़ में पंचायत उपबंध (अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) अधिनियम, 1996 (‘पेसा’ अधिनियम) के प्रावधानों के क्रियान्वयन के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा तैयार इसके नियमों पर नागरिकों से सुझाव आमंत्रित किया गया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्देश पर छत्तीसगढ़ पंचायत उपबंध (अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) नियम, 2021 (पेसा नियम प्रारूप प्राविधिक) को विभागीय वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।
प्रस्तावित नियमों से संबंधित सुझाव विभाग को लिखित रूप में या ई-मेल के माध्यम से 15 दिनों के भीतर भेजा जा सकता है। नागरिक अपने सुझाव संचालक, पंचायत संचालनालय, विकास भवन, भू-तल, नॉर्थ ब्लाक, सेक्टर-19, नवा रायपुर, अटल नगर, छत्तीसगढ़ को लिखित रूप में या विभाग की ई-मेल आईडी पर प्रेषित कर सकते हैं।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव प्रदेश में ‘पेसा’ कानून को अमलीजामा पहनाने नियम बनाने के लिए पिछले डेढ़ वर्ष से आदिवासी विकासखंडों के लोगों, आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों, जनजातियों के कल्याण, पंचायतीराज सशक्तिकरण और वनाधिकारों के लिए काम करने वाले संगठनों से लगातार चर्चा कर सुझाव प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने विगत 17 नवम्बर को प्रदेश के सांसदों और विधायकों से भी विभाग द्वारा तैयार पेसा के प्रस्तावित नियमों पर रायशुमारी की है।
रायपुर, 19 नवम्बर। राज्य शासन द्वारा आम जनता की समस्या को सुनने एवं निराकरण करने हेतु जनदर्शन लगाये जाने के निर्देश के परिपालन में पुलिस अधीक्षक कार्यालय, रायपुर में प्रत्येक मंगलवार को सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक जनदर्शन का आयोजन किया जाएगा।
इसी तरह पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय, रायपुर में तथा नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली, आजाद चौक, उरला, माना में उनके कार्यालय में प्रत्येक मंगलवार को सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक जनदर्शन आयोजित किया जाएगा।
इसी तरह नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन, पुरानी बस्ती, विधानसभा, नवा रायपुर, उप पुलिस अधीक्षक अजाक, रायपुर उनकेे कार्यालय में प्रत्येक बुधवार सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक जनदर्शन आयोजित किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक ने नगर पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि वे इस समय कार्यालय में उपस्थित रहें। समस्या का यथासंभव तत्काल निराकरण करने का प्रयत्न करें। यदि कोई व्यक्ति किसी अवैध गतिविधि की सूचना देता है और नाम गोपनीय रखना चाहता है तो शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखते हुए सूचना की तस्दीक कर वैधानिक कार्यवाही करें।
रायपुर, 18 नवम्बर। पंजाब सरकार ने दीपावली के बाद विधानसभा के विशेष सत्र में पंजाब प्रदेश के 36000 अनियमित कर्मचारियों को पंजाब प्रोटेक्शन एंड रेगुलराइजेशन ऑफ कांट्रेक्चुअल एम्पलाई बिल 2021 पास करके नियमितीकरण की सौगात दे दी है। लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार अपने जन घोषणा पत्र में किए वादे के अनुरूप नियमितीकरण को पूरा नहीं कर पाई है, आगामी माह में सरकार को बने 3 वर्ष पूर्ण हो जाएंगे, हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि आगामी छत्तीसगढ़ विधानसभा में पंजाब सरकार की तरह अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण के लिए बिल पास करें और नियमितीकरण की सौगात दें।