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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 अगस्त। छत्तीसगढ़ योग आयोग द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष योगाभ्यास कार्यक्रम चलाया जाएगा। जिसकी शुरूआत कोंडागांव जिले से होगी। इसके साथ ही गांवों और नगरीय क्षेत्रों में रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से आम नागरिकों को योग प्रशिक्षकों द्वारा योग प्रशिक्षण दिया जाएगा। गांवों में योग प्रशिक्षक गोठानों में योगाभ्यास कराने के साथ लोगों को अपनी प्राचीन संस्कृति और परम्पराओं से भी अवगत कराएंगे। छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा की अध्यक्षता में राजधानी में आयोजित योग प्रभारियों की एक दिवसीय बैठक में यह बातें बताई गयी।
ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि सभी लोगों की दिन-चर्या में योग को शामिल कर उन्हें स्वस्थ जीवनशैली प्रदान करना योग आयोग की प्राथमिकता है, जिसके लिए निरंतर और सक्रियता से प्रयास करते रहें। योग आयोग द्वारा कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों में रोग-प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने के लिए वर्चुअल योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन आयोग के फेसबुक पेज और यू-ट्यूब चैनल के माध्यम से किया जा रहा है। जिसके लगभग 160 सत्र आयोजित हो चुके हैं। बैठक में आयोग के सदस्यगण बिलासपुर के रविन्द्र सिंह, कवर्धा के गणेश योगी, सुकमा के राजेश नारा, सचिव एमएल पाण्डे और सभी 28 जिलों और 146 विकासखंडों के योग प्रभारी उपस्थित थे।
बैठक के प्रारंभ में योग आयोग के अध्यक्ष और सदस्यगणों ने सभी विकासखंड और जिला योग प्रभारियों का परिचय प्राप्त करते हुए उन्हें आयोग द्वारा चलाये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी और उनसे सुझाव प्राप्त किए। बैठक में बताया गया कि आयोग द्वारा योग प्रशिक्षकों के लिए संभाग स्तरीय 7 दिवसीय आवासीय योग शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही नगरीय निकायों में भी योग शिविर लगाए जायेंगे। इस अवसर पर योग विशेषज्ञों, प्रशिक्षकों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से नगर-निगम रायपुर के 70 वार्डों में योगाभ्यास केंद्र बनाने के संबंध में भी चर्चा की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 अगस्त। अवैध रूप से बिना आरटीओ विभाग के लाइसेंस और बिना विस्फोटक नियंत्रक लाइसेंस के घरेलू गैस के अवैध परिवहन के मामले में टेंकर मालिक और ड्राइवर के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत खाद्य विभाग द्वारा मंदिरहसौद थाने में एफ आई आर दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।
कलेक्टर रायपुर सौरभ कुमार के निर्देश पर खाद्य विभाग के सहायक खाद्य अधिकारी संजय दुबे और खाद्य निरीक्षक संदीप शर्मा ने मंदिर हसौद के टोल नाके पर 20 जून 2021 को वाहन टेंकर क्रमांक ब्ळ 07 बीटी 3572 को रोक कर पूछताछ किये जाने पर वाहन चालक संतोष देलढिया ने पहले तो टेंकर के खराब होने, कोरोना काल की जानकारी देकर वाहन को दुर्ग ले जाने की बात कही। जब टेंकर के मीटर को देखे जाने और उसमें 7 हजार किलो घरेलू गैस होने का प्रमाण मिला।
वाहन चालक से पूछे जाने पर कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत न कर पाने के कारण 500 गैस सिलेंडर में भरे जाने लायक 7 हजार किलो घरेलू गैस को टेंकर के साथ जप्त कर लिया गया था। इस संबंध में टेंकर मालिक कमलेश जैन और टेंकर चालक संतोष ढ़ेलडिया के खिलाफ आवश्यक वस्तु नियम 1955 की धारा 3/7 के तहत एफआईआरदर्ज कराने के निर्देश दिए। मंदिरहसौद थाने में 289/2021 दर्ज कर जांच प्रारम्भ कर दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 अगस्त। नगर पालिक निगम के सभापति प्रमोद दुबे एवं स्वच्छता सर्वेक्षण हेतु जोन 4 के प्रभारी नियुक्त निगम संस्कृति विभाग के अध्यक्ष आकाश तिवारी ने जोन 4 के तहत आने वाले पंडित भगवतीचरण शुक्ल वार्ड क्षेत्र की सफाई व्यवस्था का प्रत्यक्ष अवलोकन निगम जोन 4 के जोन कमिश्नर लोकेश चंद्रवंशी सहित सम्बंधित जोन अधिकारियों की उपस्थिति में किया।
सभापति श्री दुबे एवं स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए जोन के प्रभारी एमआईसी सदस्य श्री तिवारी ने घर - घर जाकर लोगों से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, एन्टी लार्वा ट्रीटमेंट, फागिंग के सम्बन्ध में एवं वार्ड में सफाई के बारे में जानकारी ली।
सभापति एवं जोन 4 प्रभारी एमआईसी सदस्य ने जोन कमिश्नर को स्वच्छता सर्वेक्षण की पुख्ता तैयारी हेतु सफाई व्यवस्था में सभी वार्डों में जनअपेक्षित सुधार लाने आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया और विभिन्न स्थानों में तत्काल सफाई करवाकर स्वच्छता कायम करने के निर्देश दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की पुण्यतिथि 18 अगस्त के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किया है। उन्होंने कहा है कि नेताजी स्वाधीनता संग्राम के अग्रणी तथा प्रमुख नेताओं में से हैं, जिन्होंने आजादी की लड़ाई को नई दिशा दी। अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई के लिए उन्होंने ‘‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा‘‘ जैसे फौलादी नारों से लोगों का आव्हान कर उन्हें जागृत किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि आजाद हिंद फौज के गठन के माध्यम से उन्होंने स्वाधीनता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत की स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्ष और अतुल्य योगदान के लिए नेताजी सदा याद किए जाएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 अगस्त। राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष एवं वित्तीय संसाधन विस्तार एवं प्रबंधन टास्कफोर्स के अध्यक्ष अजय सिंह की अध्यक्षता में यहां योजना भवन नवा रायपुर में टास्कफोर्स की बैठक आयोजित हुई। श्री सिंह ने टास्क फोर्स के अंतर्गत गठित कार्यसमूहों के कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। बैठक में आयोग के अशासकीय सदस्य विजय महाजन, सुश्री अलका सिंह, एच के अमरनाथ एवं सुश्री आर. कविता राव एवं राज्य शासन के विभागों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि वित्तीय संसाधन विस्तार एवं प्रबंधन के संबंध में गठित टास्कफोर्स को सुझाव देने के लिये टास्क फोर्स ने तीन कार्य समूहों का गठन किया गया है, जो राज्य शासन की प्रचलित योजनाओं, कार्यक्रमों, वित्तीय अनुशासन, राज्य के सार्वजनिक उपक्रमों की व्यवहार्यता का परीक्षण, वित्तीय सक्षमता बढ़ाने वित्तीय स्त्रोतों का विस्तार और राज्य के सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाए जाने के विभिन्न उपायों का अध्ययन कर आवश्यक सुझाव टास्कफोर्स को देंगे। अजय सिंह ने टास्कफोर्स के अध्यक्ष एवं सदस्यों से अपने-अपने कार्य समूहों के अंतर्गत आवश्यक सुझाव शीघ्र प्रस्तुत करने का अनुरोध किया।
अजय सिंह, उपाध्यक्ष राज्य योजना आयोग द्वारा कार्यसमूहों के कार्यों की समीक्षा के दौरान बताया कि टास्कफोर्स द्वारा सार्वजनिक उपक्रमों के अतिरिक्त निगमों मण्डलों, आयोगों बोर्ड इत्यादि की व्यवहार्यता के संबंध में भी आवश्यक सुझाव दिया जाएगा। उन्होंने कार्यसमूहों से निश्चित समयावधि में सौंपे गये कार्य को पूरा करने की अपेक्षा व्यक्त की।
आयोग के अशासकीय सदस्य एवं कार्यसमूह के अध्यक्ष विजय महाजन ने वित्तीय परिसंपत्तियों के निर्माण, माइक्रोफाइनेंसिंग बैंकिंग सेवाओं के विस्तार से संबंधित बहुमूल्य सुझाव दिए। टास्कफोर्स के सदस्य सुश्री आर. कविता राव, और एचके अमरनाथ (एनआईपीएफपी) नई दिल्ली ने भी अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। श्रीमती शीतल शाश्वत वर्मा, विशेष सचिव वित्त विभाग ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
पॉजिटिविटी दर घटकर 0.14 फीसदी पहुंची
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 अगस्त। प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। पॉजिटिविटी दर घटकर 0.14 फीसदी रह गई है। 9 जिलों में तो मंगलवार को कोरोना के एक भी केस नहीं आए।
बताया गया कि मंगलवार को प्रदेश भर में 38 हजार 926 सैंपलों की जांच में 56 लोग पॉजिटिव पाए गए। प्रदेश के नौ जिलों बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, धमतरी, गरियाबंद, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सरगुजा, कोरिया और दंतेवाड़ा में कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला नहीं आया है।
नौ जिलों राजनांदगांव, रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा, रायगढ़, मुंगेली, सूरजपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज, नारायणपुर और बीजापुर में कोरोना के एक-एक और तीन जिलों महासमुंद, बिलासपुर और कोंडागांव में दो-दो मरीज मिले हैं। अभी विभिन्न जिलों में संक्रमण की दर शून्य से लेकर अधिकतम 0.52 प्रतिशत तक है।
प्रदेश में 17 अगस्त को कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने और रोज कम संख्या में नए मरीज मिलने के कारण कोविड-19 के सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। राज्य में अभी सक्रिय मरीजों की संख्या 1037 है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 अगस्त। मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में बुधवार को यहां मंत्रालय महानदी भवन में अनुसूचित जनजाति उपयोजना के क्रियान्वयन के लिए गठित कार्य कारिणी समिति की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्पन्न हुई। बैठक में राज्य की पिछड़ी जनजातियों और अन्य आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तृत रूप से चर्चा हुई। बैठक में वर्ष 2021-22 के लिए 1320 करोड़ रूपए के विकास कार्यों के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। यह प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भारत सरकार को भेजा जाएगा। प्रस्ताव में जनजातियों के विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, कृषि, सडक़ संपर्क, वनाधिकार मान्यता पत्रों के वितरण आदि अन्य कार्य शामिल किए गए है।
संचालक आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास श्रीमती शम्मी आबिदी ने बैठक में जानकारी दी कि जनजातियों के विकास के लिए इस वर्ष 33 नए एकलव्य स्कूल की स्थापना होगी। विद्यार्थियों के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे और नए कम्प्यूटर लैब की सुविधाएं दी जाएगी। आजीविका केन्द्रों में शेड निर्माण, पशुधन केन्द्र, खाद्य प्रसंस्करण इकाई, लाख उत्पादन के निर्माण का कार्य शुरू कराया जाएगा। स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए ट्रांजिस्ट हॉस्टल का निर्माण, प्री-बर्थ वेटिंग रूम, मॉलीक्यूलर वायरोलॉजी लैब निर्माण, पहुंच विहीन क्षेत्र में एंबुलेंस की सुविधा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ब्लड बैंक की स्थापना, मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला, बाजरा प्रसंस्करण इकाई के निर्माण के कार्य प्रस्ताव में शामिल किए गए है।
इसी तरह नए सीसी रोड, पुलिया निर्माण को कार्य भी कराए जाएंगे। विशेष प्रस्ताव के अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में तीन साल तक के बच्चों को मुनगा-सोयाबड़ी वितरित करने, कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए फुलवारी योजना, नियमित पूरक पोषण आहार के वितरण को शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत एकीकृत आदिवासी ग्राम विकास योजना के क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार और राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं के समन्वय के माध्यम से विकास कार्यों के संचालन के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई।
बैठक में सचिव आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति डीडी सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम.गीता, सचिव लोक निर्माण सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, सचिव स्वास्थ्य सुश्री शहला निगार, विशेष सचिव ऊर्जा अंकित आनंद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 अगस्त। मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में बुधवार को यहां मंत्रालय महानदी भवन में अनुसूचित जनजाति उपयोजना के क्रियान्वयन के लिए गठित कार्य कारिणी समिति की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्पन्न हुई। बैठक में राज्य की पिछड़ी जनजातियों और अन्य आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तृत रूप से चर्चा हुई। बैठक में वर्ष 2021-22 के लिए 1320 करोड़ रूपए के विकास कार्यों के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। यह प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भारत सरकार को भेजा जाएगा। प्रस्ताव में जनजातियों के विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, कृषि, सडक़ संपर्क, वनाधिकार मान्यता पत्रों के वितरण आदि अन्य कार्य शामिल किए गए है।
संचालक आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास श्रीमती शम्मी आबिदी ने बैठक में जानकारी दी कि जनजातियों के विकास के लिए इस वर्ष 33 नए एकलव्य स्कूल की स्थापना होगी। विद्यार्थियों के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे और नए कम्प्यूटर लैब की सुविधाएं दी जाएगी। आजीविका केन्द्रों में शेड निर्माण, पशुधन केन्द्र, खाद्य प्रसंस्करण इकाई, लाख उत्पादन के निर्माण का कार्य शुरू कराया जाएगा। स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए ट्रांजिस्ट हॉस्टल का निर्माण, प्री-बर्थ वेटिंग रूम, मॉलीक्यूलर वायरोलॉजी लैब निर्माण, पहुंच विहीन क्षेत्र में एंबुलेंस की सुविधा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ब्लड बैंक की स्थापना, मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला, बाजरा प्रसंस्करण इकाई के निर्माण के कार्य प्रस्ताव में शामिल किए गए है।
इसी तरह नए सीसी रोड, पुलिया निर्माण को कार्य भी कराए जाएंगे। विशेष प्रस्ताव के अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में तीन साल तक के बच्चों को मुनगा-सोयाबड़ी वितरित करने, कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए फुलवारी योजना, नियमित पूरक पोषण आहार के वितरण को शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत एकीकृत आदिवासी ग्राम विकास योजना के क्रियान्वयन के लिए भारत सरकार और राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं के समन्वय के माध्यम से विकास कार्यों के संचालन के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई।
बैठक में सचिव आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति डीडी सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम.गीता, सचिव लोक निर्माण सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, सचिव स्वास्थ्य सुश्री शहला निगार, विशेष सचिव ऊर्जा अंकित आनंद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 अगस्त। हम छत्तीसगढिय़ा स्वयं को सबले बढिय़ा कहते हैं, तब यह हमारे लिए प्रसन्नता की बात होती है, अगर यही हमारे लिए अन्य लोग कहें तो यह गर्व का बात होगी। स्व. हरि ठाकुर की यही मंशा थी। यह विचार पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेष नितिनि त्रिवेदी ने सुरता हरि ठाकुर के आयोजन में व्यक्त किए। इस अवसर पर हमर सुराजी किताब का विमोचन भी किया गया।
मुख्य अतिथि की आसंदी से श्री त्रिवेदी ने कहा कि हरि ठाकुर ने अपने लेखन के माध्यम से छत्तीसगढ़ की गौरव गाथा को उद्घाटित किया है। उन्होंने हरि ठाकुर द्वारा रचित वीर नारायण सिंह पर केंद्रित खंड काव्य का उल्लेख करते हुए कहा कि यह एक अद्भुत काव्य ग्रंथ है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, इतिहासविद, साहित्यकार और पत्रकार हरि ठाकुर ने प्रदेश के 40 स्वाधीनता संग्राम सेनानियों की जीवनियों का लेखन किया है। उनमें से चयनित 9 सेनानियों के जीवन चरित्र का अंंग्रेजी भावानुवाद अशोक तिवारी ने और छत्तीसगढ़ी नाट्य रूपांतरण आशीष सिंह ने किया है। हमर सुराजी किताब को श्री त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप बताया। उन्होंने कहा कि नाट्य रूपांतरण के मंचन व अभिनय को देखकर बच्चे शीघ्र ग्रहण करते हैं। यह किताब बच्चों की मानसिकता के अनुकूल है।
उन्होंने बताया कि पाठ्य पुस्तक निगम के माध्यम से 30 से अधिक बोली और भाषाओं में पाठ्य पुस्तकों का प्रकाशन कर रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगर पालिक निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने कहा कि हरि ठाकुर हमारे मुहल्ले के सियान थे। वे हम लोगों को छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और साहित्यकारों के बारे बताया करते थे। उन्होंने कहा कि आनंद समाज वाचनालय बहुत ऐतिहासिक स्थल है। यहां का सभा कक्ष साहित्यिक आयोजनों के लिए बिना शुल्क के उपलब्ध कराया जाता है।
इस अवसर पर नगर माता बिन्नी बाई का स्मरण करते हुए अ. भा. साहित्य परिषद के प्रांत प्रमुख प्रभात मिश्र ने कहा कि उनकी संवेदनशीलता का नतीजा है कि गरीब मरीजों के लिए डॉ. बीआर अंबेडकर अस्पताल में धर्मशाला का निर्माण हुआ। उन्होंने कहा कि धनपति दान करें उसमें कोई बड़ी बात नहीं होती, मगर साग-भाजी और अपनी पूरी संपत्ति बेच कर जो लोकहित के कार्यों में दान करे वह समाज के लिए अनुकरणीय होता है। इससे पहले हरि ठाकुर द्वारा इतिहास और पुरातत्व के क्षेत्र में किए गए लेखन कार्य को संस्कृति, इतिहास और पुरा विशेषज्ञ राहुल कुमार सिंह ने अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
श्री सिंह ने कहा कि हरि ठाकुर इतिहास के गंभीर अध्येता थे। प्राचीन ग्रंथों से संदर्भ निकालकर उन्होंने छत्तीसगढ़ का गौरव गान किया है। उनके नोट्स गंभीर से गंभीर शोध से कहीं अधिक महत्व के हैं। सुरता हरि ठाकुर एवं नगर माता श्रीमती बिन्नी बाई स्मृति दिवस के मौके पर अंतराष्ट्रीय कमेंट्रेटर, वरिष्ठ उद्घोषक, रंग कर्मी मिर्जा मसूद और बिन्नी बाई के प्रेरणास्रोत रामबिसाल सोनकर का अभिनंदन किया गया। अशोक तिवारी ने कृति परिचय देते हुए हमर सुराजी की विशेषताएं बताई।
कार्यक्रम का संचालन अरविंद मिश्रा ने तथा आभार प्रदर्शन हरि ठाकुर संस्थान के सचिव आशीष सिंह ने किया। कार्यक्रम में प्रोफे. जीआर साहू, साहित्यकार चेतन भारती, राजेश गनोदवाले, रामेश्वर शर्मा, डॉ. पंचराम सोनी, जीवेश चौबे, पत्रकार प्रकाश शर्मा, जितेंद्र शर्मा, मनीष शर्मा, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिजन योग मिश्रा, धनंजय त्रिपाठी और उपमन्यु सिंह, अमन शुक्ला, यश शर्मा, निखिल शुक्ला आदि मौजूद थे।
रायपुर, 17 अगस्त। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की राजधानी स्थित राजपत्रित अधिकारी संध के प्रांतीय कार्यालय में 16 अगस्त को संध्या 5 बजे कोरकमेटी की बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें 30 अगस्त तक मंहगाई भत्ता का निर्णय न होने की स्थिति में 3 सितंबर शुक्रवार को पूरे प्रदेश के समस्त शासकीय कार्यालय, शालाएं अर्ध शासकीय संस्थाऐं में कार्यरत कर्मचारी अधिकारी एक दिवस का सामूहिक अवकाश लेकर आंदोलन करेगें। प्रदेश के समस्त जिला, तहसील, विकासखण्ड मुख्यालयों में अवकाश लेकर धरना देगें। इसकी तैयारी हेतु पुनः 20 अगस्त को दोपहर 1.00 बजे पुनः मैराथन बैठक आयोजित की गई है। जिसमें समस्त संभागों के संयोजक, समस्त मान्यता प्राप्त गैरमान्यता प्राप्त संधों के प्रांताध्यक्ष महामंत्री भाग लेगें।
छग. कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोाजक कमल वर्मा, प्रमुख प्रवक्ता विजय कुमार झा, ने बताया है कि ‘‘कलम रख मसाल उठा आंदोलन‘‘ के पांचवे चरण में आयोजित बूढ़ातालाब धरना स्थल पर 8 अगस्त को न्याय सभा में निर्णय लिया गया है, कि 30 अगस्त तक मंहगाई भत्ता के संबंध में सरकार यदि अनिर्णय की स्थिति में रहती है, तो प्रदेश के समस्त लोक सेवक 3 सितंबर को सामूहिक अवकाश लेकर जिला, तहसील, विकास खण्ड मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन करेगें। धरना पश्चात् मुख्यमंत्री को 1 जुलाई 2021 को प्रेषित मांग पत्र के संबंध में कलेक्टरों के माध्यम से पुनः मुख्यमंत्री को संबोधित स्मरण पत्र प्रेषित् करेगें। इस संबंध में 16 अगस्त को ही मुख्य सचिव को विधिवत् 14 सूत्रीय मांगों की ओर ध्यानाकर्षण करने हेतु सामूहिक अवकाश आंदोलन की सूचना दे दी गई है।
प्रदेश की सीमा में कार्यरत् केन्द्रीय कर्मचारियों व विद्युत मण्डल के कर्मचारियों को 28 प्रतिशत् मंहगाई भत्ता व राज्य कर्मचारियों को 01 जुलाई 2019 से मात्र 12 प्रतिशत् मंहगाई भत्ता दिए जाने से कर्मचारियों के सब्र का बांध टूटने लगा है। दूसरी तरफ डीजल, पेट्रोल, गैस सिलेण्डर के बाद विद्युत दरों में बेतहाशा वृद्वि से शासकीय सेवकों में आक्रोष है। प्रदेश के सभी लोगों के लिए न्याय योजना बनाने वाली सरकार ‘‘कर्मचारी न्याय योजना‘‘ कब बनाएगी यह प्रश्न उपस्थित हो रहा है। प्रदेश के कर्मचारी सरकार के जनधोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा कराने लगातार आंदोलन कर रहे है, किंतु राज्य सरकार कर्मचारियों की उपेक्षा कर रही है। ऐसी स्थिति में 14 सूत्रीय मांगों की ओर शासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए, दिनांक 01 जुलाई 2019 से लंबित मंहगाई भत्ता के भुगतान का 30 अगस्त तक निर्णय नहीं लिया गया तो प्रदेश के कर्मचारी अधिकारी आगामी 03 सितंबर 2021 शुक्रवार को पूरे प्रांत के कर्मचारी अधिकारी सामूहिक अवकाश लेकर जिलों में कलम बंद आंदोलन करेगें। इस छठवें चरण के कलम बंद हड़ताल को सफल बनााने की अपील राजेश चटर्जी, आर.के.रिछारिया, संजय सिंह, प्रवक्ता बी.पी.शर्मा, पंकज पाण्डेय, ओंकार सिंह, चन्द्रशेखर तिवारी, बिन्देश्वर राम रौतिया, मूलचंद शर्मा, डाॅ. लक्ष्मण भारती, राकेश शर्मा, अश्वनी चेलक, प्रशांत दुबे, सत्येन्द्र देवांगन, नीरज प्रतापसिंह, डी.एस.भारद्वाज, आर.एन.ध्रुव, दिदेश रायकवार, सत्यदेव वर्मा, हरिमोहन सिंह, होरीलाल छेद्इया, एन.एच. खाॅन, अजय तिवारी, दिलीप झा, रामसागर कोसले, बी.पी.सोनी, कैलाश चैहान, वीरेन्द्र नामदेव, रमेश ठाकुर, जिला संयोजक इदरीश खाॅन, विजय लहरे, अश्वनी बैनर्जी, डाॅ. विष्णु पैगवार, प्रदीप वर्मा, श्रीमती चन्द्रसेन, एस.के.दास, प्रमोद तिवारी, आर.डी.तिवारी, मुकेश पाण्डेय, शैलेन्द्र भदौरिया, मधुकांत यदु, डाॅ. आई.पी.यादव, डाॅ. एल.एस.ध्रुव, जे.पी.उपाध्याय, एम.एल.चन्द्राकर आदि नेताओं ने करते हुए, इसकी अंतिम तैयारी हेतु 20 अगस्त 2021 शुक्रवार को दोपहर 1.00 बजे आयोजित प्रदेश राजपत्रित अधिकारी के कार्यालय में मैराथन बैठक में अधिकाधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार जन सुविधा की दृष्टि से आम जनता से जुड़ी सेवाओं की प्रक्रिया के सरलीकरण और बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री मंगलवार को यहां अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नवा रायपुर के सेक्टर 29 में नवीन उप पंजीयक कार्यालय का लोकार्पण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
नवा रायपुर में पंजीयन कार्यालय प्रारंभ होने से नवा रायपुर के 6 गांव, आरंग के 20 और अभनपुर विकासखंड के 15 गांव कुल 41 गांव के लोगों को पंजीयन कार्य की सुविधा मिलेगी। अभी उन्हें पंजीयन के लिए 40 किलोमीटर दूर रायपुर आना पड़ता था। नवा रायपुर में इस कार्यालय के प्रारंभ होने से उनके समय और श्रम की बचत होगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम में पंजीयन विभाग के बैकलॉग दस्तावेजों की स्कैनिंग एवं डिजिटाइजेशन कार्य और डिजिटल ई-स्टाम्प सुविधा का भी शुभारंभ किया। उन्होंने नवा रायपुर स्थिति उप पंजीयक कार्यालय में पंजीयन कराने पहुंची ग्राम परसदा की श्रीमती रेखा कोसले से चर्चा की। श्रीमती कोसले ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह मंदिर हसौद में जमीन खरीद रही है। मंदिर हसौद में उनकी 962 वर्ग फीट जमीन का पंजीयन हुआ है।
कार्यक्रम में श्रीमती कोसले को पंजीयन के दस्तावेज सौंपा गया। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल कोरबा से कार्यक्रम से जुड़े। संसदीय सचिव वाणिज्यिक कर (पंजीयन) इंदरशाह मंडावी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सचिव वाणिज्यिक कर निरंजन दास, महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक सुश्री इफ्फत आरा, उप महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक सुशील खलको मुख्यमंत्री निवास में उपस्थित थे। नेशनल ई-गवर्नेंस सर्विस लिमिटेड और बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम से जुड़े।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि पिछले पौने तीन साल में शासन-प्रशासन को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार कदम उठा रही है। जन्म प्रमाण-पत्र, जाति प्रमाण-पत्र, नामांतरण, पंजीयन का काम पहले की तुलना में आसान हुआ है। जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2018 के बाद से अब तक 5 नए जिलों और 72 नयी तहसीलों की स्थापना का निर्णय लिया गया है। हम ऐसी योजनाएं बना रहे हैं, जिनमें उनका लाभ लोगों के दरवाजे तक पहुंचे। विभिन्न कार्यों में लगी स्व-सहायता समूह की महिलाओं के बैंक-खातों में सीधा भुगतान, ड्राइविंग लाइसेंस सहित आरटीओ से संबंधित 22 सेवाओं की घर पहुंच व्यवस्था जैसे बहुत निर्णयों से काम-काज का सरलीकरण हुआ है। नक्शा, खसरा, बी-1 जैसे अभिलेख अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में 98 पंजीयन कार्यालय हैं। नवा रायपुर के इस कार्यालय को मिलाकर अब 99 पंजीयन कार्यालय हो जाएंगे। छत्तीसगढ़ के विकास में इन पंजीयन कार्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वर्ष 2020-21 में दस्तावेजों के पंजीयन से छत्तीसगढ़ को 1589 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था। इसमें से 545 करोड़ रुपए का राजस्व अकेले रायपुर जिले से प्राप्त हुआ था। यह पंजीयन विभाग के माध्यम से मिले कुल राजस्व का 34 प्रतिशत है।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि पिछले ढाई वर्षों में पंजीयन विभाग द्वारा लक्ष्य से ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ है। उन्होंने नवा रायपुर में नए पंजीयन कार्यालय खुलने पर क्षेत्र के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भूमि के क्रय-विक्रय के लिए गाइड लाइन दरों में 30 प्रतिशत की कमी और पंजीयन शुल्क में भी छूट दी गई है। इसका लाभ प्रदेश की जनता को मिल रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 अगस्त। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि योग हमारी प्राचीन संस्कृति का हिस्सा है। प्राचीन काल में सहज रूप से योग हमारे जीवन में शामिल था। उन्होंने कहा कि वर्तमान में आधुनिक जीवन शैली ने कई रोगों को जन्म दिया है, जिनमें डायबिटीज प्रमुख है।
योग के प्रति जागरूकता से जनमानस को लाभ मिलेगा। ताम्रध्वज साहू ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में डायबिटीज रोग निवारक ‘योग‘ के सोशल वीडियो ब्राडकास्ट प्रसारण के लिए वीडियो ब्लॉग का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में उपस्थित डायबिटीज विशेषज्ञ डॉ. सत्यजीत साहू ने योग के चिकित्सकीय लाभ के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस वीडियो प्रसारण में योग प्रशिक्षिका सुश्री अन्नपूर्णा टिकरिहा के द्वारा योगासनों को सरलता पूर्वक करने के तौर-तरीके बताया गया।
कार्यक्रम में माता कर्मा समिति के संस्थापक संतराम साहू, छत्तीसगढ़ प्रदेश के साहू संघ की प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री सरिता साहू, आचार्य अनिमेशा नंद, आचार्य अर्पिता नंद सहितदुर्गा प्रसाद टिकरिहा, सूरज दुबे, गुरू वस्वराज, नारायण प्रसाद परगनिहा, छत्तीसगढ़ योग आयोग के महासचिव खोमेश साहू, योग शिक्षिका वर्षा साहू, डॉ. योगिता टिकरिहा और देवेन्द्र पटेल विशेष रूप से उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 अगस्त। बिजली की दरों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन के लिए भाजपा कार्यकर्ता कंडिल लेकर निकल रहे हैं, तो कांग्रेस ने भी महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान किया है।
भाजपा कार्यकर्ता बिजली दफ्तर के सामने प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठे हो रहे हैं। पिछले ढाई बरस से पूरे प्रदेश को न केवल बेतहाशा बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही मनमाने तरीके से बिजली के बिल में बढ़ोतरी ने आम आदमी के घरेलू बजट पर विपरीत प्रभाव डाला है।
कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि अवर्षा, और खण्ड वर्षा की वजह से खेतों की सिंचाई के लिए किसानों को जब सबसे ज्यादा बिजली की जरूरत है तब भूपेश सरकार लगातार बिजली की कटौती कर रही है।
रायपुर, 17 अगस्त। रायपुर दक्षिण विधानसभा के छाया विधायक कन्हैया अग्रवाल शहीद चंद्रशेखर आजाद वार्ड के अध्यक्ष मनोज पाल के साथ चौरसिया कॉलोनी स्थित फिरोज खान के निवास पर जाकर गुमशुदा बच्चे और जांच के संबंध में जानकारी लेकर परिजनों को ढांढस बंधाया।
वार्ड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज पाल ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए बताया कि आज कन्हैया अग्रवाल में चौरसिया कॉलोनी में रहने वाले मोहम्मद फारुख के घर जाकर उनके परिजनों से भेंट की और ढाई वर्ष के मासूम मुस्तफा के लापता होने के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त की।
मौके पर ही श्री अग्रवाल ने पुलिस के आला अधिकारियों और थानेदार से बात कर बच्चे को गायब हुए सात दिन हो जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए जांच में तेजी लाने कहा। उन्होंने कहा कि परिजनों ने बालक के अपहरण की आशंका व्यक्त की है साथ ही बच्चा चोरों के संदर्भ में भी परिजनों की आशंका है अत: सभी पहलुओं की जांच कर मासूम बच्चे को सकुशल वापस लाने जांच प्रक्रिया को तेज किए जाने की आवश्यकता है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 अगस्त। मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) और स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अभिसरण से बने सेग्रिगेशन शेड ने जशपुर जिले के गम्हरिया गांव की सूरत बदल दी है। वहां की ‘स्वच्छता दीदियां’ कचरे का निस्तारण कर गांव की सडक़ों, गलियों और चौक-चौराहों को स्वच्छ रखने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। खुले में शौचमुक्त गांव बनने के बाद अब गम्हरिया प्लास्टिक एवं कूड़ा-करकट मुक्त ग्राम पंचायत भी बन गया है। सडक़ों, गलियों और चौक-चौराहों पर फेंके जाने वाले कचरे को वहां की सूरज स्वसहायता समूह की महिलाओं ने अतिरिक्त कमाई का जरिया बनाया है। पिछले एक साल में इस समूह ने कचरे के निस्तारण और यूजर चार्ज से 63 हजार रूपए कमाए हैं। कचरा संकलन तथा उसे अलग-अलग कर निस्तारित करने का काम इन महिलाओं के लिए सहज-सरल नहीं था। शुरूआत में जब वे रिक्शा लेकर कचरा संकलन के लिए घर-घर जाती थीं, तो लोग उन्हें ऐसे देखते थे जैसे वे कोई खराब काम कर रही हों।
लोगों की हिकारत भरी नजरों के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और ग्राम पंचायत के सहयोग से इस काम को जारी रखा। इनके काम से गांव लगातार साफ-सुथरा होते गया, तो लोगों का नजरिया भी बदलने लगा। अब गांववाले इन्हें सम्मान के साथ ‘स्वच्छता दीदी’ कहकर पुकारते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 अगस्त। 24 अगस्त से प्रारंभ होने वाले शिशु संरक्षण माह के सफल संचालन एवं क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर सौरभ कुमार के मार्गदर्शन में तथा जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित की गई।
इस अभियान के तहत 24 अगस्त से प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को अर्थात 24, 27 एवं 31 अगस्त तथा 3,7,14,17,21, 24 तथा 28 सितम्बर को शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच विशंष अभियान चलाया जाएगा।
अभियान के तहत हितग्राहियों को इस प्रकार सेवांएं दी जायेगी। 6 माह से 5 वर्ष तक के आयु समूह के सभी बच्चों को आईएफए सिरफ की खुराक 1 एमएल सप्ताह में दो बार दिया जाना है। 9 माह से 5 वर्ष तक के आयु समूह के समस्त बच्चों को विटामिन-ए सिरफ की खुराक दिया जाना है। जिसमें 9 माह से 1 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन-ए का 1 एमएल एवं 1 वर्ष से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन-ए का 2 एमएल का खुराक दिया जायेगा।
बच्चों का वजन लिया जायेगा। पोषण आहार के विषय में बच्चों की आयु के अनुरूप आहार की जानकारी दी जाएगी। आंगनबाड़ी स्थित सत्रों में संपूरक पोषण आहार की सेवाओं को हितग्राहियों की पात्रता व पोषण तत्वों की आवश्यता अनुरूप उपलब्ध कराए जाएगा तथा अति गंभीर कुपोषित बच्चों जो एसएएम की श्रेणी में है, उन्हे चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केन्द्रों में आहार प्रदान करने के साथ संक्रमण से बचाव एवं उपचार हेतु भर्ती किया जाएगा।शिशु संरक्षण माह के तहत परिवार भ्रमण के दौरान हितग्राही का परामर्श भी किया जायेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 अगस्त। राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक 1 जून 2021 से अब तक राज्य में 669.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज 17 अगस्त तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सुकमा जिले में सर्वाधिक 1038.1 मिमी और बालोद जिले में सबसे कम 446.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा में 574.4 मिमी, सूरजपुर में 860.3 मिमी, बलरामपुर में 743.5 मिमी, जशपुर में 704.6 मिमी, कोरिया में 739.8 मिमी, रायपुर में 561.1 मिमी, बलौदाबाजार में 643.8 मिमी, गरियाबंद में 580.3 मिमी, महासमुंद में 541.8 मिमी, धमतरी में 584.1 मिमी, बिलासपुर में 712.5 मिमी, मुंगेली में 630.3 मिमी, रायगढ़ में 591.9 मिमी, जांजगीर चांपा में 668.7 मिमी, कोरबा में 972.1 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 734.7 मिमी, दुर्ग में 610.4 मिमी, कबीरधाम में 520 मिमी, राजनांदगांव में 486.2 मिमी, बेमेतरा में 754 मिमी, बस्तर में 627.9 मिमी, कोण्डागांव में 652.7 मिमी, कांकेर में 564.3 मिमी, नारायणपुर में 786.6 मिमी, दंतेवाड़ा में 660.1 मिमी और बीजापुर में 745 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कुपोषण मुक्ति की पहल पर छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती 2 अक्टूबर 2019 से शुरू हुए प्रदेशव्यापी मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का अच्छा प्रतिसाद मिलने लगा है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के साथ विभिन्न योजनाओं के एकीकृत प्लान और समन्वित प्रयास से बच्चों में कुपोषण दूर करने में बड़ी सफलता मिली है। प्रदेश में जनवरी 2019 की स्थिति में चिन्हांकित कुपोषित बच्चों की संख्या 4 लाख 33 हजार 541 थी, इनमें से मई 2021 की स्थिति में लगभग एक तिहाई 32 प्रतिशत अर्थात एक लाख 40 हजार 556 बच्चे कुपोषण से मुक्त हो गए है। जो कुपोषण के खिलाफ शुरू की गई जंग में एक बड़ी उपलब्धि है। बहुत ही कम समय में ही प्रदेश में कुपोषण की दर में उल्लेखनीय कमी आई है, इसका श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कुशल नेतृत्व और उनकी दूरदर्शी सोच को जाता है।
छत्तीसगढ़ में नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 के आंकड़ों में महिलाओं और बच्चों में कुपोषण और एनीमिया की दर को देखते हुए प्रदेश को कुपोषण और एनीमिया से मुक्त करने अभियान की शुरूआत की।
राष्ट्रीय परिवार सर्वेक्षण-4 के अनुसार प्रदेश के 5 वर्ष से कम उम्र के 37.7 प्रतिशत बच्चे कुपोषण और 15 से 49 वर्ष की 47 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया से पीडि़त थे। इन आंकड़ों को देखे तो कुपोषित बच्चों में से अधिकांश आदिवासी और दूरस्थ वनांचल इलाकों के बच्चे थे। राज्य सरकार ने इसे एक चुनौती के रूप में लिया और ‘कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़‘ की संकल्पना के साथ महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत की। अभियान को सफल बनाने के लिए इसमें जन-समुदाय का भी सहयोग लिया गया।
प्रदेश के नक्सल प्रभावित बस्तर सहित वनांचल के कुछ ग्राम पंचायतों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सुपोषण अभियान की शुरूआत की गई। दंतेवाड़ा जिले में पंचायतों के माध्यम से गर्म पौष्टिक भोजन और धमतरी जिले में ‘लइका जतन ठउर‘ जैसे नवाचार कार्यक्रमों के जरिए इसे आगे बढ़ाया गया। जिला खनिज न्यास निधि का एक बेहतर उपयोग कर सुपोषण अभियान के तहत गरम भोजन प्रदान करने की व्यवस्था की गई। योजना की सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इसे पूरे प्रदेश में लागू किया।
इस अभियान के तहत चिन्हांकित बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्र में दिए जाने वाले पूरक पोषण आहार के अतिरिक्त स्थानीय स्तर पर नि:शुल्क पौष्टिक आहार और कुपोषित महिलाओं और बच्चों को गर्म पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है। अतिरिक्त पोषण आहार में हितग्राहियों को गर्म भोजन के साथ अण्डा, लड्डूू, चना, गुड़, अंकुरित अनाज, दूध, फल, मूंगफली और गुड़ की चिक्की, सोया बड़ी, दलिया, सोया चिक्की और मुनगा भाजी से बनेे पौष्टिक और स्वादिष्ट आहार दिये जा रहे हैं। इससे बच्चों में खाने के प्रति रूचि जागृत हुई है। स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सब्जियों और पौष्टिक चीजों के प्रति भी जागरूकता बढ़ी है। इससे पोषण स्तर में सुधार आना शुरू हो गया है। स्वास्थ विभाग के सहयोग से एनीमिया प्रभावितों को आयरन फोलिक एसिड, कृमिनाशक गोली दी जाती है। प्रदेश को आगामी 3 वर्षों में कुपोषण से मुक्त करने के लक्ष्य के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों द्वारा समन्वित प्रयास लगातार किये जा रहे हैं।
कोरोना वायरस संकट के समय में सभी आंगनबाड़ी और मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों को बंद होने के बावजूद भी बच्चों और महिलाओं के पोषण स्तर को बनाए रखने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के माध्यम से प्रदेश के 51 हजार 455 आंगनबाड़ी केन्द्रों के लगभग 28 लाख 78 हजार हितग्राहियों को घर-घर जाकर रेडी-टू-ईट पोषक आहार का वितरण सुनिश्चित कराया गया। पूरक पोषण आहार कार्यक्रम के तहत 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती, शिशुवती महिलाओं और किशोरी बालिकाओं को रेडी-टू-ईट का वितरण किया जा रहा है। कुपोषण पर मिल रही विजय को बनाय रखने और कोरोना का असर बच्चों के स्वास्थ्य पर ना हो इसे देखते हुए प्रदेश में संक्रमण मुक्त स्थानों पर जनप्रतिनिधियों और पालकों की सहमति से आंगनबाड़ी को खोला गया है। जहां सुरक्षा के प्रबंध के साथ फिर से मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत हितग्राहियों को गर्म भोजन देने की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत मई 2021 की स्थिति में जिलेवार कुपोषण मुक्त हुए बच्चों की स्थिति इस प्रकार है। बालोद जिले में जनवरी 2019 की स्थिति में 12 हजार 481 बच्चे चिन्हाकिंत किए गए थे, इनमें 1402 बच्चे कुपोषण से मुक्त हुए है। इसी प्रकार बलौदाबाजार में 30 हजार 917 में से 6032 बच्चे, बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में 27 हजार 352 में से 14 हजार 106 बच्चे, बस्तर में 15 हजार 753 में 3633 बच्चे, बेमेतर में 12 हजार 429 में से 354 बच्चे, बीजापुर में 12 हजार 429 बच्चों में से 3993 बच्चे, बिलासपुर में 29 हजार 354 में से 8492 बच्चे, दंतेवाड़ा में 8115 में से 2168 बच्चे, धमतरी में 7144 में से 605 बच्चे, दुर्ग में 12 हजार 810 में से 6983 बच्चे, गरियाबंद में 11 हजार 658 में से 5173 बच्चे और जांजगीर-चांपा जिले में चिन्हांकित 17 हजार 869 कुपोषित बच्चों में से 8463 बच्चे कुपोषण से मुक्त हुए।
इसी प्रकार जशपुर जिले में 15 हजार 341 बच्चों में से 5784 बच्चे, कांकेर में 9038 में से 7022 बच्चे, कबीरधाम में 13 हजार 146 में 3011 बच्चे, कोण्डागांव में 14 हजार 47 में से 1447 बच्चे, कोरबा में 17 हजार 965 में से 2473 बच्चे, कोरिया में 7850 में से 2696 बच्चे, महासमुंद में 19 हजार 153 में से 1473 बच्चे, मुंगेली में 10 हजार 242 में से 648 बच्चे, नारायणपुर में 3626 में से 1622 बच्चे, रायगढ़ में 24 हजार 41 में से 16 हजार 358 बच्चे, रायपुर में 25 हजार 456 में से 8323 बच्चे, राजनांदगांव में 28 हजार 386 में से 10 हजार 97 बच्चे, सरगुजा में 19 हजार 273 में से 7009 बच्चे, सुकमा में 6486 में से 3332 बच्चे और सूरजपुर जिले में चिन्हांकित 23 हजार 716 कुपोषित बच्चों में से 7857 बच्चे कुपोषण से मुक्त हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 अगस्त। छत्तीसगढ़ निषाद समाज रायपुर महानगर द्वारा स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगाँठ धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर कई आयोजन हुए।
महानगर कार्यकारिणी निषाद भवन रामसागर पारा रायपुर के परिसर में मुख्य अतिथि रामसागर पारा के पार्षद रितेश त्रिपाठी ने ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दी और राष्ट्रगान के बाद अतिथियों ने वार्डवासियों व समाज के लोगों को संबोधित किया।
इस अवसर पर वार्ड प्रमुख मुकेश भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महानगर के अध्यक्ष बसंत निषाद ने की। अतिथियों ने संबोधित करते हुए स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और एकता पर बल दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ, जिसमें बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में महानगर के अध्यक्ष बसंत निषाद, कोषाध्यक्ष पुनारद निषाद, संगठन सचिव लोकेश निषाद, पूर्व प्रदेश सचिव उमाशंकर विनायक, डुम्हा उप क्षेत्रीय समिति के उपाध्यक्ष धुरंधर विनायक, रामेश्वर निषाद के साथ ही छत्तीसगढ़ निषाद समाज रायपुर महानगर महिला समिति से मीना निषाद, मनीषा निषाद, रूखमणी कैवर्त, जयंती निषाद, गायत्री नाविक, मालती, चंद्रिका, तिलेश्वरी, दिलेश्वरी, डिम्पल, गीता, कविता निषाद, तारा, अमृता, किरण, नमिता , ओमीन, लक्ष्मी, पुष्पा निषाद आदि बहनें शामिल हुई।
कार्यक्रम में रामसागर पारा एवं हांडीपारा के मोहल्लेवासी भी उपस्थित थे।
आरबीआई ने आम नागरिकों से की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 अगस्त। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अनधिकृत डिजिटल प्लेटफार्मो के बढ़ते फर्जीवाड़ों और ऑनलाईन धोखाधड़ी के संबंध में आम नागरिकों को सावधान रहने कहा है। आरबीआई ने आम नागरिकों को सचेत करते हुए बताया कि कई व्यक्ति और छोटे व्यवसायी, अनधिकृत डिजिटल ऋण देने वाले प्लेटफार्म और मोबाइल एप के त्वरित और परेशानी रहित तरीके से ऋण देने के वादों का शिकार हो रहे हैं। इस संबंध में प्रस्तुत रिपोर्टों में ब्याज की अत्यधिक दर, उधारकर्ताओं से मांगे जाने वाले अतिरिक्त छिपे हुए शुल्क, अस्वीकार्य और कठोर वसूली के तरीके और उधारकर्ताओं के मोबाइल फोन पर डेटा पहुंचाने के लिए करार के दुरूपयोग का भी उल्लेख किया गया है।
रिजर्व बैंक ने आम जनता को आकर्षक वेबसाइट के माध्यम से प्रमुुख बैंकों के प्रतीक चिन्ह का गलत उपयोग कर वाणिज्यिक बैंकों के फर्जी ग्राहक सेवा केन्द्र (सीएपी), बैंक मित्रों और व्यापार संवाददाताओं की नियुक्ति के संबंध में झूठे प्रलोभन के प्रति भी सचेत रहने कहा है। उसने बताया है कि भारतीय रिजर्व बैंक, वाणिज्यिक बैंकों के ग्राहक सेवा केन्द्र, बैंक मित्रों और व्यापार संवाददाताओं की नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल नहीं होता।
रिजर्व बैंक ने आम जनता को आगाह किया है कि वे ऑनलाईन या मोबाइल एप के माध्यम से ऋण प्रदान करने वाली कंपनी या फर्म से उधार लेने के पहले पूरी तरह जांच कर लें। उपभोक्ताओं को अज्ञात व्यक्तियों, असत्यापित या अनधिकृत एप के साथ केवाईसी दस्तावेजों की प्रतियों को कभी साझा नही करना चाहिए।
रायपुर, 17अगस्त। कुनकुरी विकास खण्ड में ग्रामीण बैंक कुनकुरी ने एक मृतक के परिवार को 4 लाख रूपए की बीमा राशि प्रदान की। ग्रामीण बैंक कुनकुरी समय-समय पर उपभोक्ताओं के लिए विभिन्न तरह की योजनाएं लागू होने के लिए एवं लाभ पहुंचाने के लिए संकल्पित रहा है। बैंक द्वारा दुर्घटना बीमा योजना में भी चलाई जा रही है।
स्व. अंजनी कुमार सिंह ग्राम खड़सा के निवासी की सडक़ दुर्घटना में मौत हो गई। मृतक ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक कुनकुरी में एसबीआई जनरल बीमा कराया था। मृतक के नॉमिनी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज के आधार पर ग्रामीण बैंक कुनकुरी के प्रबंधक जयपाल भगत, सहायक अधिकारी नवीन कुमार गुप्ता, और आशीष पटेल के सहयोग से नॉमिनी यशोदा सिंह के लिए बीमा की राशि खाता में जामा की गयी।
पीडि़त परिवार को नही थी जानकारी। मृतक ने पहले ही सडक़ दुर्घटना वाली बीमा योजना ले रखी थी। जानकारी पीडि़त परिवार को नहीं थी। जब उनका परिवार बैंक में किसी कार्य के लिए गया तो शाखा प्रबंधक जयपाल भगत ने पीडि़त परिवार को जानकारी दी और 4 लाख की बीमा राशि उनके खाते में जमा कराई गई। प्रबंधक जयपाल भगत ने बैंक के हितग्रहियों से आव्हान किया है कि जिन्होंने अभी तक अपना दुर्घटना बीमा नही कराया है वे शीघ्र इस योजना का लाभ उठाएं।
श्री भगत ने यह भी बताया कि एक वर्ष के 200 रूपय बीमा पर 4 लाख और 1 हजार रूपए जमा करने पर 20 लाख रूपए मिलने की व्यवस्था है। इसमें नियम अनुसार बीमा की तारीख से 45 दिन के भीतर कोई दुर्घटना नहीं घटित होना चाहिए अन्यथा इसका लाभ नहीं मिलेगा। आप बैंक में संपर्क कर सकते हैं और विस्तार में इस योजना के बारे में समझ सकते हैं।
रायपुर, 17 अगस्त। आईआईआईटी के असिस्टेंट रजिस्ट्रार हरीश कुमार ने बताया कि बीटेक विद्यार्थियों की तीन टीमें सैमसंग प्रिज्म के बैनर तले सैमसंग रिसर्च, बैंगलोर द्वारा आयोजित कोडफेस्ट प्रतियोगिता के विजेताओं के रूप में उभरी हैं। सैमसंग ने भारतीय नवाचार इकोसिस्टम को प्रोत्साहित करने और छात्रों में औधौगिक आवश्यकताओं को पूरा करने वाली क्षमता का निर्माण व विकास करने के लिए एक अनूठा उद्योग-अकादमिया कार्यक्रम-सैमसंग प्रिज्म (प्रीपेयरिन्ग एन्ड इन्सपायरिन्ग स्टुडेन्ट माईन्ड्स ) प्रारम्भ किया है।
श्री कुमार ने बताया कि कोरिया के बाहर सैमसंग की सबसे बड़ी आरएण्डडी सुविधा, एसआरआई-बी, सेलुलर फोन, टैबलेट, लैपटॉप, कंप्यूटर और अन्य सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार उत्पादों के लिए सॉफ्टवेयर और अनुप्रयोगों के विकास में कार्यरत है। यह कार्यक्रम एसआरआई-बी द्वारा चलाया जाता है, जिसका उद्देश्य देश के कुछ प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों को इस कार्यक्रम में शामिल करना है। यह प्रतियोगिता छात्र टीमों को नवीनतम प्रौद्योगिकी समस्याओं पर काम करने और उनके समाधान ढूंढने की पेशकश करती है।
श्री कुमार ने यह भी बताया कि इस आयोजन में 130 से अधिक अखिल भारतीय टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के एक ट्रैक में मयंक गोयल, शिव जायसवाल, एवम स्वराज गुप्ता की टीम कांग्रुएंट को विजेता घोषित किया गया। टीम न्यूरल टर्नर, जिसके सदस्य आशीष मेरीसेटी, विजय पल्ला,एवम प्रतिष्ठा राज थे, और टीम प्रोटॉन जिसके सदस्य सैय्यद बशर अली, अत्तिली संजीत, एवम अभिषेक प्रगदा शामिल थे, को प्रतियोगिता के दो अलग-अलग ट्रैक में उपविजेता घोषित किया गया। निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार सिन्हा ने कहा कि छात्रों की तीन टीमों को प्रतियोगिता में विजेता बनते देखना, संस्थान के लिए गर्व की बात है।
पारंपरिक वस्त्रों और ग्रामोद्योग उत्पादों ने लुभाया
रायपुर,17 अगस्त। पंडरी हाट बाजार में 7 अगस्त राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस के अवसर पर हाथकरघा वस्त्रों एवं हस्तशिल्प कला की नौ दिवसीय प्रदर्शनी आयोजन किया गया था। मनमोहक छत्तीसगढ़ी पारंपरिक हाथकरघा वस्त्र और हस्तशिल्प कला का संगम, यह लोगों को लुभाने में कामयाब रहा। विविध शिल्प प्रदर्शन-सह-विक्रय के लिए छूट के साथ-साथ रियायती दर पर मिले। सजावटी समान के साथ रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं एवं वस्त्रों को बेहतर प्रतिसाद मिला। महिलाओं ने प्रदर्शनी में रोजाना बड़ी संख्या में पहुंचकर पसंद के पारंपरिक परिधान और वस्त्रों की जोर-शोर से खरीदी की।
ढोकरा हस्तशिल्प, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, गोदना शिल्प, शीसल शिल्प, टेराकोटा शिल्प, भित्ती चित्र, पत्थर शिल्प, कौंड़ी शिल्प, तूम्बा शिल्प और हाथकरघा वस्त्रों में कोसा सिल्क, टसर सिल्क, कॉटन के ड्रेस मटेरियल, साडिय़ां, टुपट्टे, चादर, बेडशीट तथा खादी वस्त्रों और ग्रामोद्योग द्वारा निर्मित सामग्रियां ने लोगों को आकर्षित किया। त्योहारों के मौसम में यह लोगों के लिए सौगात बनी।
ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने इस नौ दिवसीय हाथकरघा वस्त्रों एवं हस्तशिल्प कला प्रदर्शनी का शुभारंभ किया था। नोडल अधिकारी एचबी अंसारी ने बताया कि हाथकरघा वस्त्र, हस्तशिल्प, खादी बोर्ड और माटीकला बोर्ड के उत्पादों की बिक्री हुई है। किफायती दरों में मिलने वाले पारंपरिक वस्त्र और सजावटी सामग्रियों की जमकर खरीदी हुई। इस प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ राज्य के शिल्प कलाकारों द्वारा निर्मित ग्रामोद्योग सामग्रियों के प्रदर्शन-सह विक्रय के लिए स्टॉल लगाए गए थे।
रायपुर, 17 अगस्त। एनएमडीसी ने वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के दौरान लौह अयस्क का उत्पादन 8.91 मिलियन टन किया तथा बिक्री 9.45 मिलियन टन की जो कि पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में उत्पादन में 35 प्रतिशत तथा पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में बिक्री में 51 प्रतिशत की वृद्धि है। अत्यधिक घरेलू मांग तथा अंतरराष्ट्रीय लौह अयस्क की कीमतों में बढ़ोतरी के बल पर हासिल किया गया यह उत्कृष्ट प्रदर्शन एनएमडीसी की स्थापना के बाद से पहली तिमाही में अब तक का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन रहा।
तिमाही में हासिल कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 4,263 करोड़ के साथ वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के दौरान हासिल किए गए 759 करोड़ की तुलना में 462 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। इसी प्रकार तिमाही में हासिल कर पश्चात लाभ (पीएटी) 3,193 करोड़, वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के दौरान हासिल किए गए 533 करोड़ रुपये की तुलना में 499 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। वित्त वर्ष 2021-22 की इस तिमाही में कारोबार पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 1,938 करोड़ से बढक़र 236 प्रतिशत वृद्धि के साथ 6,512 करोड़ रहा है।
एनएमडीसी के सीएमडी ने प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि मजबूत परिणाम रिपोर्ट करने वाली भारतीय स्टील की प्रमुख कंपनियों ने विस्तार योजनाओं की भी घोषणा की। इसके साथ ही, बुनियादी ढ़ांचा परियोजनाओं पर व्यय जारी रखने के दृढ़ संकल्प ने हमें सामान्य स्थिति में लाया है जो एनएमडीसी में हम सब के लिए अघिक प्रोत्साहजनक रहा है।